शाऊल के पुत्र योनातन का एक पुत्र था। वह दोनों पैरों से लगड़ा हो गया था। जब यिज्रएल नगर से शाऊल और योनातन की मृत्यु का समाचार आया, तब वह पांच वर्ष का था। उसकी धाय ने उसे उठाया, और वह भागी। परन्तु धाय के उतावली से भागने के कारण बालक भूमि पर गिर गया, और उसके पैर टूट गए। उसका नाम मफीबोशेत था।
तुम, तुम्हारे पुत्र और तुम्हारे सेवक उसके लिए भूमि को जोतेंगे, और भूमि की उपज उसके पास लाएँगे, जिससे तुम्हारे स्वामी के पौत्र के परिवार को भोजन प्राप्त हो। परन्तु तुम्हारे स्वामी का पौत्र मपीबोशेत मेरे साथ सदा भोजन करेगा।’ सीबा के पन्द्रह पुत्र और बीस सेवक थे।
शाऊल का पौत्र और योनातन का पुत्र मपीबोशेत दाऊद के पास आया। उसने मुँह के बल गिर कर दाऊद का अभिवादन किया। दाऊद ने कहा, ‘मपीबोशेत!’ वह बोला, ‘महाराज, आपका सेवक प्रस्तुत है।’