सरूयाह का पुत्र योआब और दाऊद के दरबारी भी अपने नगर से बाहर निकले और उनसे गिबओन के जलाशय पर मिले। अब्नेर तथा ईशबोशेत के दरबारी जलाशय की एक ओर तथा योआब और दाऊद के दरबारी जलाशय की दूसरी ओर बैठ गए।
1 इतिहास 11:6 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) उस दिन दाऊद ने यह कहा था, ‘जो व्यक्ति यबूसियों पर सर्वप्रथम प्रहार करेगा, वह मेरी सेना का नायक और सेनापति होगा।’ योआब बेन-सरूयाह ने सबसे पहले आक्रमण किया। अत: वह इस्राएली सेना का नायक बन गया। पवित्र बाइबल दाऊद ने कहा, “वह व्यक्ति जो यबूसी लोगों पर आक्रमण का संचालन करेगा, मेरी पूरी सेना का सेनापति होगा।” अतः योआब ने आक्रमण का संचालन किया। योआब सरूयाह का पुत्र था। योआब सेना का सेनापति हो गया। Hindi Holy Bible और दाऊद ने कहा, जो कोई यबूसियों को सब से पहिले मारेगा, वह मुख्य सेनापति होगा, तब सरूयाह का पुत्र योआब सब से पहिले चढ़ गया, और सेनापति बन गया। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) दाऊद ने कहा, “जो कोई यबूसियों को सबसे पहले मारेगा, वह मुख्य सेनापति होगा।” तब सरूयाह का पुत्र योआब सबसे पहले चढ़ गया, और सेनापति बन गया। सरल हिन्दी बाइबल दावीद ने घोषणा की, “जो कोई सबसे पहले यबूसियों पर हमला करेगा, सेना का प्रधान और सेनापति ठहराया जाएगा.” ज़ेरुइयाह का पुत्र योआब सबसे पहले वहां पहुंच गया, तब उसे सेनापति का पद दे दिया गया. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 दाऊद ने कहा, “जो कोई यबूसियों को सबसे पहले मारेगा, वह मुख्य सेनापति होगा,” तब सरूयाह का पुत्र योआब सबसे पहले चढ़ गया, और सेनापति बन गया। |
सरूयाह का पुत्र योआब और दाऊद के दरबारी भी अपने नगर से बाहर निकले और उनसे गिबओन के जलाशय पर मिले। अब्नेर तथा ईशबोशेत के दरबारी जलाशय की एक ओर तथा योआब और दाऊद के दरबारी जलाशय की दूसरी ओर बैठ गए।
सरूयाह के तीन पुत्र−योआब, अबीशय और असाएल−वहाँ थे। असाएल जंगली चिकारा के समान तेज दौड़ने वाला था।
योआब समस्त इस्राएली सेना का सेनापति था। यहोयादा का पुत्र बनायाह करेती और पलेती अंगरक्षकों का नायक था।
अब्नेर हेब्रोन नगर को लौटा। योआब उससे एकान्त में बात करने के लिए उसे फाटक की पौर में ले गया। वहाँ योआब ने अपने भाई असाएल के रक्त का प्रतिशोध लेने के लिए अब्नेर के पेट में वार किया। अब्नेर तत्काल मर गया।
उसने योआब बेन-सरूयाह और पुरोहित एबयातर से विचार-विमर्श किया। उन्होंने अदोनियाह का अनुसरण किया और उसकी सहायता की।
यबूस के निवासियों ने दाऊद से कहा, ‘तुम यहां प्रवेश नहीं कर सकते।’ फिर भी दाऊद ने सियोन गढ़ पर अधिकार कर लिया। वह आज दाऊद-पुर कहलाता है।
अहीतोपेल की मृत्यु के बाद यहोयादा बेन-बनायाह और एबयातर मन्त्री नियुक्त किए गए थे। योआब राजा का सेनापति था।
इस्राएली सैनिकों ने कहा, ‘क्या तुमने उस पुरुष को देखा, जो आ रहा है? निस्सन्देह वह इस्राएलियों को चुनौती देने आया है। जो व्यक्ति द्वन्द्व-युद्ध में उसे मार डालेगा, उसको राजा धन-सम्पत्ति से माला-माल कर देगा। राजा उसके साथ अपनी पुत्री का विवाह करेगा, और उसके पिता के परिवार को कर से मुक्त कर देगा।’