मेरे माता—पिता को बहुत सी अच्छी चीजें होती रही और तुम्हारे पिता से मुझको और अधिक आशीर्वाद मिला। तुम्हारे भाईयों ने तुमको बेचना चाहा। किन्तु अब तुम्हें एक ऊँचे पर्वत के समान, मेरे सारे आशीर्वाद का ढेर मिलेगा।
हबक्कूक 3:6 - पवित्र बाइबल यहोवा खड़ा हुआ और उसने धरती को कँपा दिया। उसने अन्य जातियों के लोगों पर तीखी दृष्टि डाली और वे भय से काँप उठे। जो पर्वत अनन्त काल से अचल खड़े थे, वे पर्वत टूट—टूट कर गिरे और चकनाचूर हो गये। पुराने, अति प्राचीन पहाड़ ढह गये थे। परमेश्वर सदा से ही ऐसा रहा है! Hindi Holy Bible वह खड़ा हो कर पृथ्वी को नाप रहा था; उसने देखा और जाति जाति के लोग घबरा गए; तब सनातन पर्वत चकनाचूर हो गए, और सनातन की पहाडिय़ां झुक गईं उसकी गति अनन्त काल से एक सी है। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) वह रुका, उसने पृथ्वी को नापा। उसने देखा, राष्ट्र हिल गए। युग-युग से खड़े पहाड़ बिखर गए। शाश्वत पहाड़ियाँ डूब गईं। उसकी गति आदि काल से एक-सी है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) वह खड़ा होकर पृथ्वी को नाप रहा था; उसने देखा और जाति जाति के लोग घबरा गए; तब सनातन पर्वत चकनाचूर हो गए, और सनातन की पहाड़ियाँ झुक गईं। उसकी गति अनन्त काल से एक सी है। सरल हिन्दी बाइबल खड़े होकर उन्होंने पृथ्वी को हिला दिया; उन्होंने देखा, और जाति-जाति के लोग कांप उठे. पुराने पर्वत टुकड़े-टुकड़े होकर गिर गये और पुरानी पहाड़ियां ढह गईं, पर वे हमेशा से ही आगे बढ़ते रहते हैं. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 वह खड़ा होकर पृथ्वी को नाप रहा था; उसने देखा और जाति-जाति के लोग घबरा गए; तब सनातन पर्वत चकनाचूर हो गए, और सनातन की पहाड़ियाँ झुक गईं उसकी गति अनन्तकाल से एक सी है। |
मेरे माता—पिता को बहुत सी अच्छी चीजें होती रही और तुम्हारे पिता से मुझको और अधिक आशीर्वाद मिला। तुम्हारे भाईयों ने तुमको बेचना चाहा। किन्तु अब तुम्हें एक ऊँचे पर्वत के समान, मेरे सारे आशीर्वाद का ढेर मिलेगा।
क्या परमेश्वर दुष्ट लोगों को ऐसे उड़ाता है जैसे हवा तिनके को उड़ाती है और तेज हवायें अन्न का भूसा उड़ा देती हैं?
किन्तु यहोवा का प्रेम सदा बना रहता है। परमेश्वर सदा—सर्वदा निज भक्तों से प्रेम करता है परमेश्वर की दया उसके बच्चों से बच्चों तक बनी रहती है।
तू उनको ऐसा भूसे सा बना दे, जिसको पवन उड़ा ले जाती है। उनके साथ ऐसा होने दे कि, उनके पीछे यहोवा के दूत पड़ें।
बाशान पर्वत, तुम क्यों सिय्योन पर्वत को छोटा समझते हो परमेश्वर उससे प्रेम करता है। परमेश्वर ने उसे वहाँ सदा रहने के लिए चुना है।
हे परमेश्वर, तू पर्वतों से पहले, धरती से पहले था, कि इस जगत के पहले ही परमेश्वर था। तू सर्वदा ही परमेश्वर रहेगा।
यहोवा के सामने पहाड़ ऐसे पिघल जाते हैं, जैसे मोम पिघल जाती है। वे धरती के स्वामी के सामने पिघल जाते हैं।
तब एदोम के मुखिया भय से काँपेंगे मोआब के शक्तिशाली नेता भय से काँपेंगे, कनान के व्यक्ति अपना साहस खो देंगे।
यहोवा अपने लोगों को स्वयं ले जाएगा अपने पर्वत पर उस स्थान तक जिसे तूने अपने सिंहासन के लिए बनाया है। हे स्वामी, तू अपना मन्दिर अपने हाथों बनायेगा।
सीनै पर्वत धुएँ से ढका था। पर्वत से धुआँ इस प्रकार उठा जैसे किसी भट्टी से उठता है। यह इसलिए हुआ कि यहोवा आग में पर्वत पर उतरे और साथ ही सारा पर्वत भी काँपने लगा।
ऊपर आकाशों को देखो। अपने चारों ओर फैली हुई धरती को देखो, आकाश ऐसे लोप हो जायेगा जैसे धुएँ का एक बादल खो जाता है और धरती ऐसे ही बेकार हो जायेगी जैसे पुराने वस्त्र मूल्यहीन होते हैं। धरती के वासी अपने प्राण त्यागेंगे किन्तु मेरी मुक्ति सदा ही बनी रहेगी। मेरी उत्तमता कभी नहीं मिटेगी।
क्यों क्योंकि वे पुराने कपड़ों के समान होंगे और उनको कीड़े खा जायेंगे। वे ऊन के जैसे होंगे और उन्हें कीड़े चाट जायेंगे, किन्तु मेरा खरापन सदैव ही बना रहेगा और मेरी मुक्ति निरन्तर बनी रहेगी।”
बहुत से लोगों के बीच याकूब के बचे हुए लोग उस सिंह जैसे होंगे जो जंगल के पशुओं के बीच होता है। जब सिंह बीच से गुजरता है तो वह वहीं जाता है, जहाँ वह जाना चाहता है। वह पशु पर टूट पड़ता है और उस पशु को कोई बचा नहीं सकता है। उसके बचे हुए लोग ऐसे ही होंगे।
यहोवा का आगमन होगा और पर्वत भय से काँपेंगे और ये पहाड़ियाँ पिघलकर बह जायेंगी। यहोवा का आगमन होगा और यह धरती भय से काँप उठेगी। यहजगत और जो कुछ इसमें है जो जीवित है, भय से काँपेगा।
फिर हबक्कूक ने कहा, “हे यहोवा, तू अमर यहोवा है! तू मेरा पवित्र परमेश्वर है जो कभी भी नहीं मरता! हे यहोवा, तूने बाबुल के लोगों को अन्य लोगों को दण्ड देने को रचा है। हे हमारी चट्टान, तूने उनको यहूदा के लोगों को दण्ड देने के लिये रचा है।
पहाड़ों ने तुझे देखा और वे काँप उठे। जल धरती को फोड़ कर बहने लगा था। धरती से ऊँचे फव्वारे गहन गर्जन करते हुए फूट रहे थे।
एक ही मनुष्य से उसने मनुष्य की सभी जातियों का निर्माण किया ताकि वे समूची धरती पर बस जायें और उसी ने लोगों का समय निश्चित कर दिया और उस स्थान की, जहाँ वे रहें सीमाएँ बाँध दीं।
सर्वोच्च परमेश्वर ने राष्ट्रों को अपने देश दिए, निश्चित यह किया कहाँ ये लोग रहेंगे, तब अन्यों का देश दिया इस्राएल—जन को।
यहोशू ने एक अभियान में उन नगरों और उनके राजाओं को जीत लिया। यहोशू ने यह इसलिए किया कि इस्राएल का परमेश्वर यहोवा इस्राएल के लिये लड़ रहा था।
पर्वत काँप उठे यहोवा, सीनै पर्वत के परमेश्वर के सामने, यहोवा, इस्राएल के लोगों के परमेश्वर के सामने!