एक राष्ट्र दूसरे राष्ट्र को और एक नगर दूसरे नगर को नष्ट करता था। यह इसलिये हो रहा था कि परमेश्वर हर प्रकार की विपत्तियों से उनको परेशान कर रहा था।
यिर्मयाह 25:32 - पवित्र बाइबल सर्वशक्तिमान यहोवा यह कहता है: “एक देश से दूसरे देश तक शीघ्र ही बरबादी आएगी! वह शक्तिशाली आँधी की तरह पृथ्वी के सभी अति दूर के देशों में आएगी!” Hindi Holy Bible सेनाओं का यहोवा यों कहता है, देखो, विपत्ति एक जाति से दूसरी जाति में फैलेगी, और बड़ी आंधी पृथ्वी की छोर से उठेगी! पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु यों कहता है: ‘देखो, अनिष्ट की एक लहर एक राष्ट्र से दूसरे राष्ट्र में फैलेगी। पृथ्वी के उत्तरी सीमान्त से एक बड़ी आंधी उठ रही है।’ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) “सेनाओं का यहोवा यों कहता है : देखो, विपत्ति एक जाति से दूसरी जाति में फैलेगी, और बड़ी आँधी पृथ्वी की छोर से उठेगी! सरल हिन्दी बाइबल सेनाओं के याहवेह की यह वाणी है: “इस ओर ध्यान दो एक राष्ट्र से दूसरे राष्ट्र में घोर विपत्ति प्रसारित होती चली जा रही है; और पृथ्वी के दूर-दूर के क्षेत्रों से एक विशाल बवंडर स्वरूप ले रहा है.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 “सेनाओं का यहोवा यह कहता है: देखो, विपत्ति एक जाति से दूसरी जाति में फैलेगी, और बड़ी आँधी पृथ्वी की छोर से उठेगी! |
एक राष्ट्र दूसरे राष्ट्र को और एक नगर दूसरे नगर को नष्ट करता था। यह इसलिये हो रहा था कि परमेश्वर हर प्रकार की विपत्तियों से उनको परेशान कर रहा था।
यहोवा सभी लोगों को अपनी महान वाणी सुनने को विवश करेगा। यहोवा लोगों को क्रोध के साथ नीचे आती हुई अपनी शक्तिशाली भुजा देखने को विवश करेगा। यह भुजा उस महा अग्नि के समान होगी जो सब कुछ भस्म कर डालती है। यहोवा की शक्ति उस आंधी के जैसी होगी जो तेज़ वर्षा और ओलों के साथ आती है।
यहोवा सभी देशों और उनकी सेनाओं पर कुपित है। यहोवा उन सबको नष्ट कर देगा। वह उन सभी को मरवा डालेगा।
शत्रु के बाण पैने हैं। उनके सभी धनुष बाण छोड़ने के लिये तैयार हैं। उनके घोड़ों के खुर चट्टानों जैसे कठोर हैं। उनके रथों के पीछे धूल के बादल उठा करते हैं।
“बुरे विचारों में पड़े हुए वे लोग बुरे काम किया करते हैं। इसलिए उन्हें दण्ड देने को मैं आ रहा हूँ। मैं सभी जातियों और सभी लोगों को इकट्ठा करूँगा। परस्पर एकत्र हुए सभी लोग मेरी शक्ति को देखेंगे।
अब यहोवा के यहाँ से दण्ड आँधी की तरह आएगा। यहोवा का क्रोध बवंडर की तरह होगा। यह उन दुष्ट लोगों के सिरों को कुचलता हुआ आएगा।
यहोवा बहुत क्रोधित था। उसने लोगों को दण्ड दिया और दण्ड प्रचंड आंधी की तरह आया। दण्ड एक चक्रवात सा, दुष्ट लोगों के विरुद्ध आया।
यहोवा जो कहता है, वह यह है: “उत्तर के देश से एक सेना आ रही है, पृथ्वी के दूर स्थानों से एक शक्तिशाली राष्ट्र आ रहा है।
सैनिकों के हाथ में धनुष और भाले हैं, वे क्रूर हैं। वे कृपा करना नहीं जानते। वे बहुत शक्तिशाली हैं। वे सागर की तरह गरजते हैं, जब वे अपने घोड़ों पर सवार होते हैं। वह सेना युद्ध के लिये तैयार होकर आ रही है। हे सिय्योन की पुत्री, सेना तुम पर आक्रमण करने आ रही हैं।”
यहोवा ने कहा, “अत: तनिक प्रतीक्षा करो! मेरे खड़े होने और अपने न्याय किये जाने के लिये मेरी प्रतीक्षा करो। अनेक राष्ट्रों से लोगों को लाने और तुमको दण्ड देने के लिये उनका उपयोग करने का निर्णय मेरा है। मैं उन लोगों का उपयोग अपना क्रोध तुम्हारे विरूद्ध प्रकट करने के लिये करूँगा। मैं उनका उपयोग यह दिखाने के लिये करूँगा कि मैं कितना क्षुब्ध हूँ, और यहूदा का पूरा प्रदेश नष्ट होगा!
उसने उनसे फिर कहा, “एक जाति दूसरी जाति के विरोध में खड़ी होगी और एक राज्य दूसरे राज्य के विरोध में।
“सूरज, चाँद और तारों में संकेत प्रकट होंगे और धरती पर की सभी जातियों पर विपत्तियाँ आयेंगी और वे सागर की उथल-पुथल से घबरा उठेंगे।