2 प्रभु सब राष्ट्रों से क्रुद्ध है; उनकी समस्त सेनाओं पर उसकी क्रोधाग्नि भड़क उठी है। उसने उनका संहार करने का निश्चय किया है; उनका वध करने के लिए शत्रु के हाथ में उन्हें सौंप दिया है।
2 क्योंकि याहवेह का क्रोध सब जातियों पर तथा उनके शत्रुओं पर है. उन्होंने तो इन शत्रुओं को पूरा नष्ट कर दिया है, उन्होंने इन शत्रुओं को वध के लिए छोड़ दिया है.
यहोवा ने कहा, “अत: तनिक प्रतीक्षा करो! मेरे खड़े होने और अपने न्याय किये जाने के लिये मेरी प्रतीक्षा करो। अनेक राष्ट्रों से लोगों को लाने और तुमको दण्ड देने के लिये उनका उपयोग करने का निर्णय मेरा है। मैं उन लोगों का उपयोग अपना क्रोध तुम्हारे विरूद्ध प्रकट करने के लिये करूँगा। मैं उनका उपयोग यह दिखाने के लिये करूँगा कि मैं कितना क्षुब्ध हूँ, और यहूदा का पूरा प्रदेश नष्ट होगा!
यहोवा और यह सेना किसी दूर के देश से आते हैं। ये लोग क्षितिज के पार से क्रोध प्रकट करने आ रहे हैं। यहोवा इस सेना का उपयोग ऐसे करेगा जैसे कोई किसी शस्त्र का उपयोग करता है। यह सेना सारे देश को नष्ट कर देगी।”
यहोवा के न्याय का विशेष दिन आने को है। इसलिये रोओ! और स्वयं अपने लिये दु:खी होओ! समय आ रहा है जब शत्रु तुम्हारी सम्पत्ति चुरा लेगा। सर्वशक्तिमान परमेश्वर वैसा करवाएगा।
हे मेरे लोगों, तुम अपने कोठरियों में जाओ। अपने द्वारों को बन्द करो और थोड़े समय के लिये अपने कमरों में छिप जाओ। तब तक छिपे रहो जब तक परमेश्वर का क्रोध शांत नहीं होता।
किन्तु तुम्हारे भाग्य का निर्धारण तो मैं करता हूँ। मैं तलवार से तुम्हें दण्ड दूँगा। जो तुम्हें दण्ड देगा, तुम सभी उसके आगे मिमिआने लगोगे। मैंने तुम्हें पुकारा किन्तु तुमने कोई उत्तर नहीं दिया। मैंने तुमसे बातें कीं किन्तु तुमने सुना तक नहीं। तुम उन कामों को ही करते रहे जिन्हें मैंने बुरा कहा था। तुमने उन कामों को करने की ही ठान ली जो मुझे अच्छे नहीं लगते थे।”
तुम वे वस्तुएँ देखोगे जिनमें तुम्हें सचमुच रस आता है। तुम स्वतंत्र हो कर घास से बढ़ोगे। यहोवा की शक्ति को उसके लोग देखेंगे, किन्तु यहोवा के शत्रु उसका क्रोध देखेंगे।
उन लोगों के शव देश के एक सिरे से दूसरे सिरे को पहुँचेंगे। कोई भी उन मरों के लिये नहीं रोएगा। कोई भी यहोवा द्वारा मारे गये उनके शवों को इकट्ठा नहीं करेगा और दफनायेगा नहीं। वे गोबर की तरह जमीन पर पड़े छोड़ दिये जाएंगे।
यहोवा चाहता था कि वे लोग सोचें कि वे शक्तिशाली थे। तब वे इस्राएल के विरुद्ध लड़ेंगे। इस प्रकार वे उन्हें बिना दया के नष्ट कर सकते थे। वह उन्हें उस तरह नष्ट कर सकता था, जिस तरह यहोवा ने मूसा को करने का आदेश दिया था।
यहोवा लोगों का न्याय करेगा और फिर आग और अपनी तलवार से वह अपराधी लोगों को नष्ट कर डालेगा। यहोवा उन बहुत से लोगों को नष्ट कर देगा। वह अपनी तलवार से लाशों के अम्बार लगा देगा।
वह चिल्लाहट पृथ्वी के सभी लोगों तक जाती है। यह चिल्लाहट किस बात के लिये है यहोवा सभी राष्ट्रों के लोगों को दण्ड दे रहा है। यहोवा ने अपने तर्कपूर्ण निर्णय लोगों के विरुद्ध दिये। उसने लोगों के साथ न्याय किया और वह बुरे लोगों को तलवार के घाट उतार रहा है।’” यह सन्देश यहोवा का है।
मेरा स्वामी यहोवा कहता है: “मैं शपथ खाता हूँ कि मैं अपनी तीव्र अनुभूतियों को अपने लिये बोलने दूँगा। मैं एदोम और अन्य राष्ट्रों को अपने क्रोध का अनुभव कराऊँगा। उन राष्ट्रों ने मेरा देश अपना बना लिया! वे उस देश को लेकर बड़े प्रसन्न हुए। उन्होंने देश को अपना बना लिया!”