हे यहोवा, तूने मुझको यह समझाया है: तू सचमुच कोई अन्नबलि और पशुबलि नहीं चाहता था। कोई होमबलि और पापबलि तुझे नहीं चाहिए।
यशायाह 1:11 - पवित्र बाइबल परमेश्वर कहता है, “मुझे यें सभी बलियाँ नहीं चाहिये। मैं तुम्हारे भेड़ों और पशुओं की चर्बी की पर्याप्त होमबलियाँ ले चुका हूँ। बैलों, मेमनों, बकरों के खून से मैं प्रसन्न नहीं हूँ। Hindi Holy Bible यहोवा यह कहता है, तुम्हारे बहुत से मेलबलि मेरे किस काम के हैं? मैं तो मेढ़ों के होमबलियों से और पाले हुए पशुओं की चर्बी से अघा गया हूं; पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) प्रभु यह कहता है, ‘मेरे लिए तुम्हारी यह प्रचुर पशु-बलि किस काम की? मैं मेढ़ों की अग्नि-बलि से, पालतू पशुओं की चर्बी से अघा गया हूं। मैं बैलों, मेमनों और बकरों के रक्त से प्रसन्न नहीं होता। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) यहोवा यह कहता है, “तुम्हारे बहुत से मेलबलि मेरे किस काम के हैं? मैं तो मेढ़ों के होमबलियों से और पाले हुए पशुओं की चर्बी से अघा गया हूँ; मैं बछड़ों या भेड़ के बच्चों या बकरों के लहू से प्रसन्न नहीं होता। सरल हिन्दी बाइबल याहवेह कहता है, “तुम्हारे बहुत से मेल बलि मेरे किस काम के? तुम्हारे मेढ़ों की अग्निबलियां और पशुओं की चर्बी; और बैलों, मेमनों और बकरों के रक्त से मैं खुश नहीं होता. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 यहोवा यह कहता है, “तुम्हारे बहुत से मेलबलि मेरे किस काम के हैं? मैं तो मेढ़ों के होमबलियों से और पाले हुए पशुओं की चर्बी से अघा गया हूँ; मैं बछड़ों या भेड़ के बच्चों या बकरों के लहू से प्रसन्न नहीं होता। |
हे यहोवा, तूने मुझको यह समझाया है: तू सचमुच कोई अन्नबलि और पशुबलि नहीं चाहता था। कोई होमबलि और पापबलि तुझे नहीं चाहिए।
मुझको तुम्हारी बलियों से शिकायत नहीं। इस्राएल के लोगों, तुम सदा होमबलियाँ मुझे चढ़ाते रहो। तुम मुझे हर दिन अर्पित करो।
यहोवा दुष्ट के चढ़ावे से घृणा करता है किन्तु उसको सज्जन की प्रार्थना ही प्रसन्न कर देती है।
दुष्ट का चढ़ावा यूँ ही घृणापूर्ण होता है फिर कितना बुरा होगा जब वह उसे बुरे भाव से चढ़ावे।
वे सभी प्रतिदिन मेरी उपासना को आते हैं और वे मेरी राहों को समझना चाहते हैं वे ठीक वैसा ही आचरण करते हैं जैसे वे लोग किसी ऐसी जाति के हों जो वही करती है जो उचित होता है। जो अपने परमेश्वर का आदेश मानते हैं। वे मुझसे चाहते हैं कि उनका न्याय निष्पक्ष हो। वे चाहते हैं कि परमेश्वर उनके पास रहे।
मुझे बलि के रूप में अर्पित करने को कुछ लोग बैल का वध किया करते हैं किन्तु वे लोगों से मारपीट भी करते हैं। मुझे अर्पित करने को ये भेड़ों को मारते हैं किन्तु ये कुत्तों की गर्दन भी तोड़ते हैं और सुअरों का लहू ये मुझ पर चढ़ाते हैं। ऐसे लोगों को धूप के जलाने की याद बनी रहा करती हैं किन्तु वे व्यर्थ की अपनी प्रतिमाओं से प्रेम करते हैं। ऐसे ये लोग अपनी मनचीती राहों पर चला करते हैं, मेरी राहों पर नहीं। वे पूरी तरह से अपने घिनौने मूर्ति के प्रेम में डूबे हैं।
यहोवा कहता है, “तुम शबा देश से मुझे सुगन्धि की भेंट क्यों लाते हो तुम भेंट के रूप में दूर देशों से सुगन्धि क्यों लाते हो तुम्हारी होमबलि मुझे प्रसन्न नहीं करती। तुम्हारी बलि मुझे खुश नहीं करती।”
इस्राएल का परमेश्वर सर्वशक्तिमान यहोवा यह कहता है, “जाओ और जितनी भी होमबलि और बलि चाहो, भेंट करो। उन बलियों के माँस स्वयं खाओ।
क्योंकि मुझे सच्चा प्रेम भाता है न कि मुझे बलियाँ भाती हैं, मुझे भाता है कि परमेश्वर का ज्ञान रखें, न कि वे यहाँ होमबलियाँ लाया करें।
इस्राएल के लोगों को बलियां भाती थी, वे माँस का चढ़ावा चढ़ाते थे और उसको खाया करते थे। यहोवा उनके बलिदानों को नहीं स्वीकारता हैं। वह उनके पापों को याद रखता है, वह उनको दण्डित करेगा, उनको मिस्र बन्दी के रूप में ले जाया जायेगा।
और खमीर के साथ बनी धन्यवाद भेंट चढ़ाओ। हर एक को स्वेच्छा भेंट के बारे में बताओ। इस्राएल, तुम उन्हें पसन्द करना करते हो। अत: जाओ और वही करो।” यहोवा ने यह कहा।
“मैं तुम्हारे पवित्र दिनों से घृणा करता हूँ! मैं उन्हें स्वीकार नहीं करूँगा! मैं तुम्हारी धार्मिक सभाओं का आनन्द नहीं लेता!
यदि तुम होमबलि और अन्नबलि भी दोगे तो मैं स्वीकार नहीं करूँगा। तुम जिन मोटे जानवरों को शान्ति—भेंट के रूप में दोगे उन्हें मैं देखूँगा भी नहीं।
क्या यहोवा एक हजार मेढ़ों से अथवा दासियों हजार तेल की धारों से प्रसन्न होगा? क्या अपने पाप के बदले में मुझको अपनी प्रथम संतान जो अपनी शरीर से उपजी हैं, अर्पित करनी चाहिये?
तब हाग्गै ने उत्तर दिया, “परमेश्वर यहोवा कहता है, ‘मेरे सामने इन लोगों के प्रति वही नियम है, और वही नियम इस राष्ट्र के प्रति है! उसके हाथो ने जो कुछ किया वही नियम उसके लिए भी है। जो कुछ वे अपने हाथों भेंट करेंगे वह भी अपवित्र होगा।
“याजकों और इस देश के अन्य लोगों से यह कहो: जो उपवास और शोक पिछले सत्तर वर्ष से वर्ष के पाँचवें और सातवें महीने में तुम करते आ रहे हो, क्या वह उपवास, सच ही, मेरे लिये थानहीं!
“निश्चय ही, तुम लोगों में से कोई याजक तो मंदिर के द्वारों को बन्द करता और आग ठीक —ठीक जलाता। सो मैं तुम लोगों से प्रसन्न नहीं हूँ। मैं तुम्हारी भेंट स्वीकार नहीं करुँगा।” सर्वशक्तिमान यहोवा यह सब कहता है।
“उसने अपने सेवकों को फिर भेजा, उसने कहा कि जिन लोगों को विवाह भोज पर बुलाया गया है उनसे कहो, ‘देखो मेरी दावत तैयार है। मेरे साँडों और मोटे ताजे पशुओं को काटा जा चुका है। सब कुछ तैयार है। ब्याह की दावत में आ जाओ।’
इसलिये तुम लोग जाओ और समझो कि शास्त्र के इस वचन का अर्थ क्या है, ‘मैं बलिदान नहीं चाहता बल्कि दया चाहता हूँ।’ मैं धर्मियों को नहीं, बल्कि पापियों को बुलाने आया हूँ।”
किन्तु शमूएल ने उत्तर दिया, “यहोवा को इन दो में से कौन अधिक प्रसन्न करता है: होमबलियाँ और बलियाँ या यहोवा की आज्ञा का पालन करना? यह अधिक अच्छा है कि परमेश्वर की आज्ञा का पालन किया जाये इसकी अपेक्षा कि उसे बलि भेंट की जाये। यह अधिक अच्छा है कि परमेश्वर की बातें सुनी जायें इसकी अपेक्षा कि मेढ़ों से चर्बी—भेंट की जाये।