यिर्मयाह 6:20 - पवित्र बाइबल20 यहोवा कहता है, “तुम शबा देश से मुझे सुगन्धि की भेंट क्यों लाते हो तुम भेंट के रूप में दूर देशों से सुगन्धि क्यों लाते हो तुम्हारी होमबलि मुझे प्रसन्न नहीं करती। तुम्हारी बलि मुझे खुश नहीं करती।” अध्याय देखेंHindi Holy Bible20 मेरे लिये जो लोबान शबा से, और सुगन्धित नरकट जो दूर देश से आता है, इसका क्या प्रयोजन है? तुम्हारे होमबलियों से मैं प्रसन्न नहीं हूँ, और न तुम्हारे मेलबलि मुझे मीठे लगते हैं। अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)20 ओ यरूशलेम के निवासियो, शबा देश से लाया गया लोबान, दूर देश से लाए गए सुगन्धित द्रव्य मेरे किस काम के? इन्हें मुझे मत चढ़ाओ। मुझे तुम्हारी अग्नि-बलि स्वीकार नहीं है। मैं तुम्हारी पशु-बलि पसन्द नहीं करता हूं।’ अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)20 मेरे लिये जो लोबान शबा से, और सुगन्धित नरकट जो दूर देश से आता है, इसका क्या प्रयोजन है? तुम्हारे होमबलियों से मैं प्रसन्न नहीं हूँ, और न तुम्हारे मेलबलि मुझे मीठे लगते हैं। अध्याय देखेंसरल हिन्दी बाइबल20 क्या लाभ है उस लोहबान का जो मेरे लिए शीबा देश से लाया जाता है, तथा दूर देश से लाए गए सुगंध द्रव्य का? तुम्हारे बलियों से मैं खुश नहीं हूं, न तुम्हारे अर्पण से मैं प्रसन्न!” अध्याय देखेंइंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 201920 मेरे लिये जो लोबान शेबा से, और सुगन्धित नरकट जो दूर देश से आता है, इसका क्या प्रयोजन है? तुम्हारे होमबलियों से मैं प्रसन्न नहीं हूँ, और न तुम्हारे मेलबलि मुझे मीठे लगते हैं। अध्याय देखें |
तब शीबा की रानी ने राजा को लगभग नौ हजार पौंड सोना दिया। उसने उसे अनेक मसाले और रत्न भी दिये। जितनी मात्रा में शीबा की रानी ने राजा सुलैमान को मसाले उपहार में दिये, उतनी मात्रा में मसाले फिर कभी इस्राएल देश में नहीं आए। शीबा की रानी ने उससे अधिक मसाले सुलैमान को दिये जितने पहले कभी किसी ने इस्राएल को लाकर दिये थे।
मुझे बलि के रूप में अर्पित करने को कुछ लोग बैल का वध किया करते हैं किन्तु वे लोगों से मारपीट भी करते हैं। मुझे अर्पित करने को ये भेड़ों को मारते हैं किन्तु ये कुत्तों की गर्दन भी तोड़ते हैं और सुअरों का लहू ये मुझ पर चढ़ाते हैं। ऐसे लोगों को धूप के जलाने की याद बनी रहा करती हैं किन्तु वे व्यर्थ की अपनी प्रतिमाओं से प्रेम करते हैं। ऐसे ये लोग अपनी मनचीती राहों पर चला करते हैं, मेरी राहों पर नहीं। वे पूरी तरह से अपने घिनौने मूर्ति के प्रेम में डूबे हैं।
यहूदा के लोग उपवास कर सकते हैं और मुझसे प्रार्थना कर सकते हैं। किन्तु मैं उनकी प्रार्थनायें नहीं सुनूँगा। यहाँ तक कि यदि ये लोग होमबलि और अन्न भेंट चढ़ायेंगे तो भी मैं उन लोगों को नहीं अपनाऊँगा। मैं यहूदा के लोगों को युद्ध में नष्ट करुँगा। मैं उनका भोजन छीन लूँगा और यहूदा के लोग भूखों मरेंगे और मैं उन्हें भयंकर बीमारियों से नष्ट करुँगा।
इस्राएल के परिवार, अब सुनो, मेरा स्वामी यहोवा यह कहता है, “यदि कोई व्यक्ति अपनी गन्दी देवमूर्तियों की पूजा करना चाहता है तो उसे जाने दो और पूजा करने दो। किन्तु बाद में यह न सोचना कि तुम मुझसे कोई सलाह पाओगे! तुम मेरे नाम को भविष्य में और अधिक अपवित्र नहीं कर सकोगे! उस समय नहीं, जब तुम अपने गन्दी देवमूर्तियों को भेंट देना जारी रखते हो।”
इस्राएल के निवासी यहोवा को दाखमधु का चढ़ावा नहीं चढ़ायेंगे। वे उसे बलियाँ अर्पित नहीं कर पायेंगे। ये बलियाँ उनके लिये विलाप करते हुए की राटी जैसी होंगी। जो इसे खाएंगे वैसे भी अपवित्र हो जाएंगे। यहोवा के मन्दिर में उनकी रोटी नहीं जा पायेगी। उनके पास बस उतनी सी ही रोटी होगी, जिससे वे मात्र जीवित रह पायेंगे।