फारस का राजा कुस्रू यही कहता है: स्वर्ग का परमेश्वर यहोवा ने मुझे पूरी पृथ्वी का राजा बनाया है। उसने मुझे एक मन्दिर यरूशलेम में अपने लिये बनाने का उत्तरदायित्व दिया है। अब तुम सभी, जो परमेश्वर के लोग हो, यरूशलेम जाने के लिये स्वतन्त्र हो। यहोवा परमेश्वर तुम्हारे साथ हो।
परमेश्वर कहता है, “देखो, मैं मादी की सेनाओं से बाबुल पर आक्रमण कराऊँगा। मादी की सेनाएँ यदि सोने और चाँदी का भुगतान ले भी लेंगी तो भी वे उन पर आक्रमण करना बंद नहीं करेंगी।
मैंने कुछ देखा है जो बहुत ही भयानक है और घटने ही वाला है। मुझे गद्दार तुझे धोखा देते हुए दिखते हैं। मैं लोगों को तुम्हारा धन छीनते हुए देखता हूँ। एलाम, तुम जाओ और लोगों से युद्ध करो! मादै, तुम अपनी सेनाएँ लेकर नगर को घेर लो तथा उसको पराजित करो! मैं उस बुराई का अन्त करुँगा जो उस नगर में है।
“किन्तु तुझ पर विपत्तियाँ आयेंगी। तू नहीं जानती कि यह कब हो जायेगा, किन्तु विनाश आ रहा है। तू उन विपत्तियों को रोकने के लिये कुछ भी नहीं कर पायेगी। तेरा विनाश इतना शीघ्र होगा कि तुझको पता तक भी न चलेगा कि क्या कुछ तेरे साथ घट गया।
मैंने कहा है कि बाबुल पर अनेक विपत्तियाँ आएंगी। वे सभी चीज़ें घटित होंगी। यिर्मयाह ने उन विदेशी राज्यों के बारे में उपदेश दिया और वे सभी चेतावनियाँ इस पुस्तक में लिखी हैं।
उसके विरुद्ध राष्ट्रों को युद्ध के लिये तैयार करो। मादी के राजाओं को तैयार करो। उनके प्रशासकों और उनके बड़े अधिकारियों को तैयार करो। उनसे शासित सभी देशों को बाबुल के विरुद्ध युद्ध के लिये लाओ।
“आप के बाद जो दूसरा राजा आयेगा, वही वह चाँदी का हिस्सा है। किन्तु वह राज्य तुम्हारे राज्य के समान विशाल नहीं होगा। इसके बाद धरती पर एक तीसरे राज्य का शासन होगा। वही वह काँसे वाला भाग है।
अब हे राजा! जिस कागज पर यह नियम लिखा है, तुम उस पर हस्ताक्षर कर दो। इस तरह से यह नियम कभी बदला नहीं जा सकेगा। क्योंकि मीदियों और फ़ारसियों के नियम न तो बदले जा सकते हैं और न ही मिटाए जा सकते हैं।”
राजा दारा के शासन के पहले वर्ष के दौरान ये बातें घटी थीं। दारा क्षयर्ष नाम के व्यक्ति का पुत्र था। दारा मादी लोगों से सम्बन्धित था। वह बाबुल का राजा बना।