किन्तु यहोवा ने यहूदा के लोगों पर क्रोध करना छोड़ा नहीं। यहोवा अब भी उन पर सारे कामों के लिये क्रोधित था जिन्हें मनश्शे ने किया था।
2 इतिहास 29:10 - पवित्र बाइबल इसलिये मैं हिजकिय्याह ने यह निश्चय किया है कि मैं यहोवा, इस्राएल के परमेश्वर के साथ एक वाचा करुँ। तब वह हम लोगों पर आगे क्रोधित नहीं होगा। Hindi Holy Bible अब मेरे मन ने यह निर्णय किया है कि इस्राएल के परमेश्वर यहोवा से वाचा बान्धूं, इसलिये कि उसका भड़का हुआ क्रोध हम पर से दूर हो जाए। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) अब यह मेरी हार्दिक इच्छा है कि मैं इस्राएल के प्रभु परमेश्वर के साथ विधान की धर्मविधि सम्पन्न करूं, जिससे उसकी क्रोधाग्नि हमसे दूर हो जाए। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) अब मेरे मन ने यह निर्णय किया कि इस्राएल के परमेश्वर यहोवा से वाचा बाँधूँ, इसलिये कि उसका भड़का हुआ क्रोध हम पर से दूर हो जाए। सरल हिन्दी बाइबल अब मेरी इच्छा यह है कि मैं याहवेह इस्राएल के परमेश्वर के साथ एक वाचा बांधूं, कि उनका भड़का हुआ क्रोध हम पर से हट जाए. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 अब मेरे मन ने यह निर्णय किया है कि इस्राएल के परमेश्वर यहोवा से वाचा बाँधू, इसलिए कि उसका भड़का हुआ क्रोध हम पर से दूर हो जाए। |
किन्तु यहोवा ने यहूदा के लोगों पर क्रोध करना छोड़ा नहीं। यहोवा अब भी उन पर सारे कामों के लिये क्रोधित था जिन्हें मनश्शे ने किया था।
राजा स्तम्भ के पास खड़ा हुआ और उसने यहोवा के साथ वाचा की। उसने यहोवा का अनुसरण करना, उसकी आज्ञा, वाचा और नियमों का पालन करना स्वीकार किया। उसने पूरी आत्मा और हृदय से यह करना स्वीकार किया। उसने उस पुस्तक में लिखी वाचा को मानना स्वीकार किया। सभी लोग यह प्रकट करने के लिये खड़े हुए कि वे राजा की वाचा का समर्थन करते हैं।
तब यहोयादा ने राजा औऱ सभी लोगों के साथ एक सन्धि की। सभी ने स्वीकार किया कि वे यहोवा के लोग रहेंगे।
अपने पूर्वजों की तरह हठी न बनो। अपितु सच्चे हृदय से यहोवा की आज्ञा मानो। सर्वार्धिक पवित्र स्थान पर आओ। यहोवा ने सर्वाधिक पवित्र स्थान को सदैव के लिये पवित्र बनाया है। अपने यहोवा, परमेश्वर की सेवा करो। तब यहोवा का डरावना क्रोध तुम पर से हट जाएगा।
पूरे समूह के सभा की ओर से हमारे प्रमुखों को निर्णय करने दो। तब निश्चित समय पर हमारे नगरों का हर एक व्यक्ति जिसने किसी विदेशी स्त्री से विवाह किया है, यरूशलेम आए। उन्हें अपने अग्रजों (प्रमुखों) और नगरों के न्यायाधीशों के साथ यहाँ आने दिया जाये। तब हमारा परमेश्वर हम पर क्रोधित होना छोड़ देगा।”
अब हम अपने परमेश्वर के सामने उन सभी स्त्रियों और उनके बच्चों को वापस भेजने की वाचा करें। हम लोग यह एज्रा की सलाह मानने के लिये और उन लोगों की सलाह मानने के लिये करेंगे जो परमेश्वर के नियमों का सम्मान करते हैं। हम परमेश्वर के नियमों का पालन करेंगें।
एज्रा ने महान परमेश्वर यहोवा की स्तुति की और सभी लोगों ने अपने हाथ ऊपर उठाते हुए एक स्वर में कहा, “आमीन! आमीन!” और फिर सभी लोगों ने अपने सिर नीचे झुका दिये और धरती पर दण्डवत करते हुए यहोवा की उपासना की।
“सो सोचकर इन सभी बातों के बारे में हम करते हैं वाचा एक: जो न बदला जायेगा कभी भी। और इस वाचा की लिखतम हम लिखते हैं और इस वाचा पर अंकित करते हैं अपना नाम हाकिम हमारे, लेवी के वंशज और वे करते हैं हस्ताक्षर लगा कर के उस पर मुहर।”
यिर्मयाह, उत्तर की ओर देखो और यह सन्देश बोलो: “‘अविश्वासी इस्राएल के लोगों तुम लौटो।’ यह सन्देश यहोवा का था। ‘मैं तुम पर भौहे चढ़ाना छोड़ दूँगा, मैं दयासागर हूँ।’ यह सन्देश यहोवा का था। ‘मैं सदैव तुम पर क्रोधित नहीं रहूँगा।’
तुमने ये भी कहा, ‘परमेश्वर सदैव मुझ पर क्रोधित नहीं रहेगा। परमेश्वर का क्रोध सदैव बना नहीं रहेगा।’ “यहूदा, तुम यह सब कुछ कहती हो, किन्तु तुम उतने ही पाप करती हो जितने तुम कर सकती हो।”
कुछ समय पहले तुमने अपने हृदय को, जो उचित है, उसे करने के लिये बदला। तुममें से हर एक ने अपने उन यहूदी साथियों को स्वतन्त्र किया जो दास थे और तुमने मेरे सामने उस मन्दिर में जो मेरे नाम पर है एक वाचा भी की।
मैं उन लोगों को दूसरों के हाथ दूँगा जिन्होंने मेरी वाचा को तोड़ा है और उस प्रतिज्ञा का पालन नहीं किया है जिसे उन्होंने मेरे सामने की है। इन लोगों ने मेरे सामने एक बछड़े को दो टुकड़ों में काटा और वे दोनों टुकड़ों के बीच से गुजरे।
वे लोग पूछेंगे सिय्योन कैसे जाएँ वे उस दिशा में चलना आरम्भ करेंगे। लोग कहेंगे, ‘आओ, हम यहोवा से जा मिलें, हम एक ऐसी वाचा करें जो सदैव रहे। हम लोग एक ऐसी वाचा करे जिसे हम कभी न भूलें।’
उनसे जैसी हमें आशा थी, वैसे नहीं बल्कि पहले अपने आप को प्रभु को समर्पित किया और फिर परमेश्वर की इच्छा के अनुकूल वे हमें अर्पित हो गये।
आकान को जलाने के बाद उसके शरीर पर उन्होंने कई शिलायें रखीं। वे शिलायें आज भी वहाँ हैं। इस तरह यहोवा ने आकान पर विपत्ति ढाई। यही कारण है कि वह स्थान आकोर घाटी कहा जाता है। इसके बाद, यहोवा लोगों से अप्रसन्न नहीं रहा।