लैव्यव्यवस्था 17:11 - नवीन हिंदी बाइबल शरीर का प्राण लहू में होता है, इसलिए मैंने इसे वेदी पर चढ़ाने के लिए तुम्हें दिया है कि तुम्हारे प्राणों के लिए प्रायश्चित्त किया जाए; क्योंकि प्राण होने के कारण लहू ही प्रायश्चित्त करता है। पवित्र बाइबल क्यों? क्योंकि प्राणी का जीवन खून में है। मैंने तुम्हें उस खून को वेदी पर डालने का नियम दिया है। तुम्हें अपने को शुद्ध करने के लिए यह करना चाहिए। तुम्हें वह खून उस जीवन के बदले में मुझे देना होगा जो तुम लेते हो। Hindi Holy Bible क्योंकि शरीर का प्राण लोहू में रहता है; और उसको मैं ने तुम लोगों को वेदी पर चढ़ाने के लिये दिया है, कि तुम्हारे प्राणों के लिये प्रायश्चित्त किया जाए; क्योंकि प्राण के कारण लोहू ही से प्रायश्चित्त होता है। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) क्योंकि प्राणी का प्राण रक्त में रहता है। मैंने तुम्हें रक्त इसलिए दिया है कि तुम उसको अपने प्राणों के प्रायश्चित्त के लिए वेदी पर चढ़ाओ। रक्त में प्राण होने के कारण ही उससे प्रायश्चित्त होता है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) क्योंकि शरीर का प्राण लहू में रहता है; और उसको मैं ने तुम लोगों को वेदी पर चढ़ाने के लिये दिया है कि तुम्हारे प्राणों के लिये प्रायश्चित्त किया जाए; क्योंकि प्राण के कारण लहू ही से प्रायश्चित्त होता है। सरल हिन्दी बाइबल क्योंकि देह का जीवन लहू में रहता है और मैंने तुम्हें यह इसलिये दिया है कि, तुम इसके द्वारा वेदी पर प्रायश्चित पूरा कर सको.’ इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 क्योंकि शरीर का प्राण लहू में रहता है; और उसको मैंने तुम लोगों को वेदी पर चढ़ाने के लिये दिया है कि तुम्हारे प्राणों के लिये प्रायश्चित किया जाए; क्योंकि प्राण के लिए लहू ही से प्रायश्चित होता है। (इब्रा. 9:22) |
वह उस बछड़े को यहोवा के सामने बलि करे; और हारून के पुत्र जो याजक हैं, लहू को लेकर आएँ और उसे उस वेदी पर चारों ओर छिड़कें जो मिलापवाले तंबू के द्वार पर है।
“जब हारून अपने लिए पापबलि चढ़ाने हेतु बछड़े को निकट लाए, और अपने तथा अपने घराने के लिए प्रायश्चित्त करे, तो वह अपनी पापबलि के रूप में बछड़े को बलि करे।
इसलिए मैं इस्राएलियों से कहता हूँ कि तुममें से कोई भी व्यक्ति लहू न खाए, और तुम्हारे बीच वास करनेवाला परदेशी भी लहू न खाए।
क्योंकि हर प्राणी का प्राण उसका लहू है और वही उसका जीवन है। इसीलिए मैंने इस्राएलियों से कहा है कि तुम किसी प्राणी का लहू न खाना, क्योंकि हर प्राणी का प्राण उसके लहू में है। जो कोई उसे खाए वह नष्ट किया जाएगा।
तब याजक अपनी उंगली से पापबलि के पशु के लहू में से कुछ को होमबलि की वेदी के सींगों पर लगाए; और उसका शेष लहू होमबलि की वेदी के पाये पर उंडेल दे।
वह उसकी सारी चरबी को मेलबलि की चरबी के समान वेदी पर जलाए। याजक इस रीति से उस व्यक्ति के पाप के लिए प्रायश्चित्त करे, और उसे क्षमा प्राप्त हो जाएगी।
मूसा ने उसे बलि किया, और अपनी उंगली से उसका कुछ लहू लेकर वेदी के सीगों पर चारों ओर लगाया, और वेदी को पवित्र किया। तब उसने बचे हुए लहू को वेदी के पाये पर उंडेला, और उसके लिए प्रायश्चित्त करके उसे पवित्र किया।
जैसे कि मनुष्य का पुत्र सेवा कराने नहीं बल्कि सेवा करने और बहुतों की छुड़ौती के लिए अपना प्राण देने आया।”
उसी यीशु को परमेश्वर ने उसके लहू में, विश्वास के द्वारा प्रायश्चित्त के रूप में प्रस्तुत किया कि अपनी सहनशीलता के कारण उन पापों को जो पहले किए गए थे, अनदेखा करके अपनी धार्मिकता प्रकट करे।
इसलिए अब जबकि हम उसके लहू के द्वारा धर्मी ठहराए गए हैं, तो निश्चय ही उसके द्वारा परमेश्वर के क्रोध से भी बच जाएँगे।
उसी में हमें उसके लहू के द्वारा छुटकारा और अपराधों की क्षमा मिलती है। यह परमेश्वर के उस अनुग्रह के धन के अनुसार है
और उसके क्रूस पर बहाए गए लहू के द्वारा शांति स्थापित करके उसी के द्वारा सब वस्तुओं का अपने साथ मेल-मिलाप कर ले, चाहे वे पृथ्वी पर हों या स्वर्ग में।
इसी कारण यीशु ने भी लोगों को अपने लहू के द्वारा पवित्र करने के लिए फाटक के बाहर दुःख उठाया।
व्यवस्था के अनुसार प्रायः सब वस्तुएँ लहू के द्वारा शुद्ध की जाती हैं, और बिना लहू बहाए पापों की क्षमा है ही नहीं।
और परमेश्वर पिता के पूर्वज्ञान के अनुसार और आत्मा के द्वारा पवित्र किए जाकर यीशु मसीह की आज्ञाकारिता और उसके लहू के छिड़काव के लिए चुने गए हैं : तुम्हें अनुग्रह और शांति बहुतायत से मिलती रहे।
परंतु यदि हम ज्योति में चलें जैसे वह ज्योति में है, तो हमारी एक दूसरे के साथ सहभागिता है और उसके पुत्र यीशु का लहू हमें सब पापों से शुद्ध करता है।
और यीशु मसीह की ओर से जो विश्वासयोग्य साक्षी, मृतकों में से जी उठनेवालों में पहलौठा और पृथ्वी के राजाओं का शासक है। वह हमसे प्रेम रखता है, और उसने अपने लहू के द्वारा हमें हमारे पापों से छुड़ाया है,