जब वे रोगी थे, तो मैंने शोक-वस्त्र पहने, और उपवास रखकर मैंने अपने को दीन किया, पर मेरी प्रार्थना सुनी नहीं गई।
लैव्यव्यवस्था 16:29 - नवीन हिंदी बाइबल “यह तुम्हारे लिए सदा की एक विधि ठहरे कि सातवें महीने के दसवें दिन तुम स्वयं को कष्ट दो, और उस दिन तुम्हारे बीच रहनेवाला कोई भी व्यक्ति चाहे वह देशवासी हो या परदेशी, कोई काम-काज न करे। पवित्र बाइबल “यह नियम तुम्हारे लिए सदैव रहेगा: सातवें महीने के दसवें दिन तुम्हें उपवास करना चाहिए। तुम्हें कोई काम नहीं करना चाहिए। तुम्हारे साथ रहने वाले यात्री या विदेशी भी कोई काम नहीं कर सगेंगे। Hindi Holy Bible और तुम लोगों के लिये यह सदा की विधि होगी कि सातवें महीने के दसवें दिन को तुम अपने अपने जीव को दु:ख देना, और उस दिन कोई, चाहे वह तुम्हारे निज देश को हो चाहे तुम्हारे बीच रहने वाला कोई पर देशी हो, कोई भी किसी प्रकार का काम काज न करे; पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ‘यह तुम्हारे लिए स्थायी संविधि होगी: तुम सातवें महीने के दसवें दिन स्वयं को उपवास के द्वारा पीड़ित करना। उस दिन कोई भी व्यक्ति चाहे वह देशी हो अथवा तुम्हारे मध्य में निवास करने वाला प्रवासी हो, काम नहीं करेगा; पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) “तुम लोगों के लिये यह सदा की विधि होगी कि सातवें महीने के दसवें दिन को तुम अपने अपने जीव को दु:ख देना, और उस दिन कोई, चाहे वह तुम्हारे निज देश का हो चाहे तुम्हारे बीच रहने वाला कोई परदेशी हो, कोई भी किसी प्रकार का काम–काज न करे; सरल हिन्दी बाइबल “तुम्हारे लिए सदा की विधि यह होगी: सातवें महीने में, उस महीने के दसवें दिन अपने-अपने जीव को दुःख देने के अंतर्गत तुम—स्वदेशी अथवा विदेशी जो तुम्हारे बीच में रहते हैं—कोई भी कार्य न करना; इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 “तुम लोगों के लिये यह सदा की विधि होगी कि सातवें महीने के दसवें दिन को तुम उपवास करना, और उस दिन कोई, चाहे वह तुम्हारे निज देश का हो चाहे तुम्हारे बीच रहनेवाला कोई परदेशी हो, कोई भी किसी प्रकार का काम-काज न करे; |
जब वे रोगी थे, तो मैंने शोक-वस्त्र पहने, और उपवास रखकर मैंने अपने को दीन किया, पर मेरी प्रार्थना सुनी नहीं गई।
तुम पहले दिन और सातवें दिन एक-एक पवित्र सभा रखना। प्रत्येक व्यक्ति के भोजन पकाने के अतिरिक्त उन दोनों दिनों में कोई काम न किया जाए—तुम केवल इतना ही काम करना।
परंतु सातवाँ दिन तेरे परमेश्वर यहोवा का विश्रामदिन है। उसमें तू किसी प्रकार का काम-काज न करना, न तो तू, और न तेरा बेटा, न तेरी बेटी, न तेरा दास, न तेरी दासी, न तेरे पशु, न कोई परदेशी जो तेरे फाटकों के भीतर हो।
“हारून वर्ष में एक बार इसके सींगों पर प्रायश्चित्त करे; वह तुम्हारी पीढ़ी-दर-पीढ़ी वर्ष में एक बार प्रायश्चित्त के पापबलि के लहू से इस पर प्रायश्चित्त किया करे। यह यहोवा के लिए परमपवित्र है।”
तुम विश्रामदिन को मानना, क्योंकि वह तुम्हारे लिए पवित्र है। जो कोई उसे अपवित्र करे वह अवश्य मार डाला जाए; जो कोई उस दिन कुछ काम-काज करे वह व्यक्ति अपने लोगों के बीच से नष्ट किया जाए।
छः दिन तो काम-काज किया जाए, पर सातवाँ दिन सब्त का विश्राम अर्थात् यहोवा के लिए पवित्र है। इसलिए जो कोई विश्राम के दिन काम करे वह अवश्य मार डाला जाए।
तुम उसी दिन यह घोषणा करना कि तुम्हारे लिए एक पवित्र सभा होगी। तुम उस दिन परिश्रम का कोई काम न करना। यह तुम्हारे सारे निवासस्थानों में पीढ़ी-पीढ़ी तक सदा की विधि ठहरे।
छः दिन काम-काज किया जाए, परंतु सातवाँ दिन परमविश्राम का और पवित्र सभा का दिन है। तुम उसमें कोई काम-काज न करना। वह तुम्हारे सब घरों में यहोवा के लिए विश्रामदिन होगा।
तुम सातों दिन यहोवा के लिए अग्निबलि चढ़ाना, फिर आठवें दिन तुम्हारी पवित्र सभा हो, और तुम यहोवा के लिए अग्निबलि चढ़ाना। वह विशेष सभा का दिन है, और उसमें तुम परिश्रम का कोई कार्य न करना।
तुम सातवें महीने के दसवें दिन, अर्थात् प्रायश्चित्त के दिन अपने सारे देश में चारों ओर ऊँची आवाज़ में तुरही फूँकना।
यह तुम्हारी पीढ़ी से पीढ़ी तक तुम्हारे सब निवासस्थानों में सदा की विधि ठहरेगी कि तुम चरबी और लहू कभी न खाओ।”
बहुत समय बीत गया था और यहाँ तक कि उपवास का दिन भी बीत गया था, और अब जलयात्रा संकटमय हो चुकी थी। अतः पौलुस उन्हें यह कहकर चेतावनी देने लगा,
क्योंकि जिसने उसके विश्राम में प्रवेश कर लिया है, उसने भी परमेश्वर के समान अपने कार्यों से विश्राम पाया है।