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लूका 9:41 - नवीन हिंदी बाइबल

इस पर यीशु ने कहा,“हे अविश्‍वासी और भ्रष्‍ट पीढ़ी! कब तक मैं तुम्हारे साथ रहूँगा और तुम्हारी सहूँगा? अपने पुत्र को यहाँ ले आ।”

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पवित्र बाइबल

तब यीशु ने उत्तर दिया, “अरे अविश्वासियों और भटकाये गये लोगों, मैं और कितने दिन तुम्हारे साथ रहूँगा और कब तक तुम्हारे साथ रहूँगा? अपने बेटे को यहाँ ले आ।”

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Hindi Holy Bible

यीशु न उत्तर दिया, हे अविश्वासी और हठीले लोगो, मैं कब तक तुम्हारे साथ रहूंगा, और तुम्हारी सहूंगा? अपने पुत्र को यहां ले आ।

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पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

येशु ने उत्तर दिया, “अविश्‍वासी और भ्रष्‍ट पीढ़ी! मैं कब तक तुम्‍हारे साथ रहूँगा और तुम्‍हें सहता रहूँगा? अपने पुत्र को यहाँ लाओ।”

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पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

यीशु ने उत्तर दिया, “हे अविश्‍वासी और हठीले लोगो, मैं कब तक तुम्हारे साथ रहूँगा और तुम्हारी सहूँगा? अपने पुत्र को यहाँ ले आ।”

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सरल हिन्दी बाइबल

“अरे ओ अविश्वासी और बिगड़ी हुई पीढ़ी!” प्रभु येशु ने कहा, “मैं कब तक तुम्हारे साथ रहूंगा, कब तक धीरज रखूंगा? यहां लाओ अपने पुत्र को!”

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इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019

यीशु ने उत्तर दिया, “हे अविश्वासी और हठीले लोगों, मैं कब तक तुम्हारे साथ रहूँगा, और तुम्हारी सहूँगा? अपने पुत्र को यहाँ ले आ।”

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लूका 9:41
31 क्रॉस रेफरेंस  

और अपने पूर्वजों के समान न बनें, क्योंकि उस पीढ़ी के लोग तो हठीले और विद्रोही थे, और उन्होंने न तो अपना मन स्थिर किया था, और न ही उनकी आत्मा परमेश्‍वर के प्रति सच्‍ची थी।


तब मूसा और हारून ने फ़िरौन के पास जाकर उससे कहा, “इब्रियों का परमेश्‍वर यहोवा यह कहता है : तू कब तक मेरे सामने दीन होने से इनकार करता रहेगा? मेरे लोगों को जाने दे कि वे मेरी आराधना करें।


तब यहोवा ने मूसा से कहा, “तुम लोग कब तक मेरी आज्ञाओं और व्यवस्था को मानने से इनकार करते रहोगे?


हे सब परिश्रम करनेवालो और बोझ से दबे हुए लोगो, मेरे पास आओ, मैं तुम्हें विश्राम दूँगा।


इस पर उसने उनसे कहा,“बुरी और व्यभिचारी पीढ़ी चिह्‍न ढूँढ़ती है, परंतु योना भविष्यवक्‍ता के चिह्‍न को छोड़ उसे कोई चिह्‍न नहीं दिया जाएगा।


फिर वह जाकर अपने से भी बुरी सात और आत्माओं को अपने साथ ले आती है, और उसमें प्रवेश करके वहीं बस जाती है; तब उस मनुष्य की दशा पहले से भी बुरी हो जाती है। इस दुष्‍ट पीढ़ी के साथ भी ऐसा ही होगा।”


बुरी और व्यभिचारी पीढ़ी चिह्‍न ढूँढ़ती है, परंतु योनाके चिह्‍न को छोड़ उसे कोई चिह्‍न नहीं दिया जाएगा।” फिर वह उन्हें छोड़कर चला गया।


इस पर यीशु ने कहा,“हे अविश्‍वासी और भ्रष्‍ट पीढ़ी! कब तक मैं तुम्हारे साथ रहूँगा? कब तक तुम्हारी सहूँगा? उसे यहाँ मेरे पास लाओ।”


मैं तुमसे सच कहता हूँ, ये सब बातें इसी पीढ़ी पर आ पड़ेंगी।


परंतु जब उसने बहुत से फरीसियों और सदूकियों को बपतिस्मा लेने के लिए अपनी ओर आते देखा तो उनसे कहा, “हे साँप के बच्‍चो, तुम्हें आने वाले प्रकोप से भागने की चेतावनी किसने दी?


यह देखकर यीशु क्रोधित हो गया और उनसे कहा,“बच्‍चों को मेरे पास आने दो, उन्हें मत रोको, क्योंकि परमेश्‍वर का राज्य ऐसों ही का है।


तब यीशु ने रुककर कहा,“उसे बुलाओ!” और उन्होंने उस अंधे व्यक्‍ति को बुलाकर उससे कहा, “साहस रख! उठ, वह तुझे बुला रहा है!”


इस पर यीशु ने उनसे कहा,“हे अविश्‍वासी पीढ़ी! कब तक मैं तुम्हारे साथ रहूँगा? कब तक तुम्हारी सहूँगा? उसे मेरे पास लाओ।”


उसने उनसे कहा,“तुम्हारा विश्‍वास कहाँ है?” पर शिष्य भयभीत और विस्मित होकर आपस में कहने लगे, “आखिर यह है कौन? यह आँधी और पानी को भी आज्ञा देता है, और वे इसकी आज्ञा मानते हैं!”


मैंने तेरे शिष्यों से विनती की कि उसे निकाल दें, परंतु वे निकाल न सके।”


वह अभी आ ही रहा था कि दुष्‍टात्मा ने उसे पटककर मरोड़ा; परंतु यीशु ने उस अशुद्ध आत्मा को डाँटा, और लड़के को अच्छा करके उसके पिता को सौंप दिया।


यीशु ने उससे कहा,“मैं इतने समय से तुम्हारे साथ हूँ, फिर भी फिलिप्पुस, तूने मुझे नहीं जाना? जिसने मुझे देखा है उसने पिता को देखा है। तू कैसे कहता है, ‘हमें पिता को दिखा’?


फिर उसने थोमा से कहा,“अपनी उँगली यहाँ ला और मेरे हाथों को देख, और अपना हाथ लाकर मेरी पसली में डाल, और अविश्‍वासी नहीं बल्कि विश्‍वासी हो।”


और लगभग चालीस वर्ष तक जंगल में उनकी सहता रहा।


और उसने अन्य बहुत सी बातों के द्वारा साक्षी दी, और यह कहते हुए उन्हें प्रोत्साहित करता रहा, “इस कुटिल पीढ़ी से बचो।”


अथवा क्या तू यह नहीं समझता कि परमेश्‍वर की कृपा तुझे पश्‍चात्ताप की ओर ले जाती है? और क्या तू उसकी कृपा और सहनशीलता और धैर्य के धन को तुच्छ जानता है?


अतः हम देखते हैं कि अविश्‍वास के कारण वे प्रवेश न कर सके।


इसलिए हम भी उस विश्राम में प्रवेश करने का प्रयत्‍न करें, कहीं ऐसा न हो कि कोई जन उसी प्रकार आज्ञा न मानने के कारण गिर पड़े।


वास्तव में, हमें भी उन्हीं के समान सुसमाचार सुनाया गया है; परंतु जो वचन उन्होंने सुना, उससे उन्हें कुछ लाभ न हुआ, क्योंकि जब उन्होंने उसे सुना तो विश्‍वास के साथ ग्रहण नहीं किया।


अतः जो उसके द्वारा परमेश्‍वर के पास आते हैं, वह उनका सदा के लिए उद्धार करने में समर्थ है, क्योंकि वह उनकी ओर से विनती करने के लिए सर्वदा जीवित है।