पुत्र का सम्मान करो, ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नष्ट हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने पर है। क्या ही धन्य हैं वे सब जो उसकी शरण में आते हैं।
यूहन्ना 20:31 - नवीन हिंदी बाइबल परंतु ये इसलिए लिखे गए हैं, ताकि तुम विश्वास करो कि यीशु ही परमेश्वर का पुत्र मसीह है, और विश्वास करके उसके नाम से जीवन पाओ। पवित्र बाइबल और जो बातें यहाँ लिखी हैं, वे इसलिए हैं कि तुम विश्वास करो कि यीशु ही परमेश्वर का पुत्र, मसीह है। और इसलिये कि विश्वास करते हुए उसके नाम से तुम जीवन पाओ। Hindi Holy Bible परन्तु ये इसलिये लिखे गए हैं, कि तुम विश्वास करो, कि यीशु ही परमेश्वर का पुत्र मसीह है: और विश्वास करके उसके नाम से जीवन पाओ॥ पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) किन्तु इनका विवरण इसलिए दिया गया है, जिससे आप विश्वास करें कि येशु ही मसीह, परमेश्वर के पुत्र हैं और अपने इस विश्वास के द्वारा उनके नाम से जीवन प्राप्त करें। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) परन्तु ये इसलिये लिखे गए हैं कि तुम विश्वास करो कि यीशु ही परमेश्वर का पुत्र मसीह है, और विश्वास करके उसके नाम से जीवन पाओ। सरल हिन्दी बाइबल परंतु ये, जो लिखे गए हैं, इसलिये कि तुम विश्वास करो कि येशु ही वह मसीह हैं, वही परमेश्वर के पुत्र हैं और इसी विश्वास के द्वारा तुम उनमें जीवन प्राप्त करो. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 परन्तु ये इसलिए लिखे गए हैं, कि तुम विश्वास करो, कि यीशु ही परमेश्वर का पुत्र मसीह है: और विश्वास करके उसके नाम से जीवन पाओ। |
पुत्र का सम्मान करो, ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नष्ट हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने पर है। क्या ही धन्य हैं वे सब जो उसकी शरण में आते हैं।
मैं यहोवा के वचन का प्रचार करूँगा : उसने मुझसे कहा, “तू मेरा पुत्र है, आज तू मुझसे उत्पन्न हुआ है।
जब शतपति और उसके साथ यीशु का पहरा देनेवालों ने भूकंप और उन घटनाओं को देखा तो अत्यंत डर गए और कहने लगे, “सचमुच, यह परमेश्वर का पुत्र था।”
तब परखनेवाले ने पास आकर उससे कहा, “यदि तू परमेश्वर का पुत्र है, तो कह दे, कि ये पत्थर रोटियाँ बन जाएँ।”
जो विश्वास करेगा और बपतिस्मा लेगा उसी का उद्धार होगा, परंतु जो विश्वास नहीं करेगा वह दोषी ठहराया जाएगा।
स्वर्गदूत ने उसको उत्तर दिया, “पवित्र आत्मा तुझ पर आएगा, और परमप्रधान का सामर्थ्य तुझ पर छाया करेगा; इसलिए वह पवित्र जो उत्पन्न होगा, परमेश्वर का पुत्र कहलाएगा।
और यरूशलेम से लेकर सब जातियों में उसके नाम से पापों की क्षमा के लिए पश्चात्तापका प्रचार किया जाएगा;
चोर केवल चोरी करने, हत्या करने और नाश करने के लिए आता है; मैं इसलिए आया हूँ कि वे जीवन पाएँ और बहुतायत से पाएँ।
जिसने देखा उसी ने साक्षी दी है और उसकी साक्षी सच्ची है, और वह जानता है कि वह सच कह रहा है, जिससे तुम भी विश्वास करो।
जो उस पर विश्वास करता है, वह दोषी नहीं ठहराया जाता, परंतु जो विश्वास नहीं करता, वह दोषी ठहराया जा चुका है; क्योंकि उसने परमेश्वर के एकलौते पुत्र के नाम पर विश्वास नहीं किया।
जो पुत्र पर विश्वास करता है, अनंत जीवन उसका है। परंतु जो पुत्र की नहीं मानता, वह जीवन को नहीं देखेगा, बल्कि परमेश्वर का प्रकोप उस पर बना रहता है।
“मैं तुमसे सच-सच कहता हूँ कि जो मेरे वचन को सुनता और मेरे भेजनेवाले पर विश्वास करता है, अनंत जीवन उसका है, और उस पर दंड की आज्ञा नहीं होती, बल्कि वह मृत्यु में से निकलकर जीवन में प्रवेश कर चुका है।
क्योंकि मेरे पिताकी इच्छा यह है कि जो कोई पुत्र को देखे और उस पर विश्वास करे, वह अनंत जीवन पाए, और मैं उसे अंतिम दिन में जिला उठाऊँगा।”
सब भविष्यवक्ता उसी के विषय में साक्षी देते हैं कि जो कोई उस पर विश्वास करता है, उसे उसके नाम के द्वारा पापों की क्षमा मिलती है।”
यीशु के नाम ने—उस विश्वास के द्वारा जो उसके नाम पर है—इस मनुष्य को जिसे तुम देखते और जानते हो, बल दिया है; और उसी विश्वास ने जो यीशु के द्वारा है, इस मनुष्य को तुम सब के सामने बिलकुल अच्छा कर दिया है।
मार्ग में चलते-चलते वे एक स्थान पर पहुँचे जहाँ पानी था, और खोजे ने कहा, “देख, यहाँ पानी है। अब मेरे बपतिस्मा लेने में क्या रुकावट है?”
[फिलिप्पुस ने कहा, “यदि तू पूरे मन से विश्वास करता है, तो ले सकता है।” उसने उत्तर दिया, “मैं विश्वास करता हूँ कि यीशु मसीह परमेश्वर का पुत्र है।”]
जो कोई यह मान लेता है कि यीशु परमेश्वर का पुत्र है, परमेश्वर उसमें बना रहता है और वह परमेश्वर में।
प्रत्येक जो यह विश्वास करता है कि यीशु ही मसीह है, वह परमेश्वर से उत्पन्न हुआ है और प्रत्येक जो अपने पिता से प्रेम रखता है वह उससे भी प्रेम रखता है जो पिता से उत्पन्न हुआ है।
हम जानते हैं कि परमेश्वर का पुत्र आया, और उसने हमें समझ दी है कि हम उस सत्य को जानें; और हम सत्य में हैं, अर्थात् उसके पुत्र यीशु मसीह में। वही सच्चा परमेश्वर और अनंत जीवन है।
जो कोई मसीह की शिक्षा से दूर चला जाता है और उसमें बना नहीं रहता, उसके पास परमेश्वर नहीं; जो उस शिक्षा में बना रहता है, उसके पास पिता और पुत्र दोनों हैं।
“थुआतीरा की कलीसिया के दूत को यह लिख : “परमेश्वर का पुत्र जिसकी आँखें आग की ज्वाला के समान और जिसके पैर चमकते हुए पीतल के समान हैं, वह यह कहता है :