यदि तुम मेरी ताड़ना पर ध्यान दो, तो मैं अपनी आत्मा तुम पर उंडेल दूँगी और तुम्हें अपने वचन बताऊँगी।
यूहन्ना 17:8 - नवीन हिंदी बाइबल क्योंकि जिन वचनों को तूने मुझे दिया, मैंने उन्हें उन तक पहुँचा दिया है, और उन्होंने उन्हें ग्रहण किया और सचमुच जान लिया कि मैं तेरी ओर से आया हूँ, और विश्वास किया कि तूने ही मुझे भेजा है। पवित्र बाइबल मैंने उन्हें वे ही उपदेश दिये हैं जो तूने मुझे दिये थे और उन्होंने उनको ग्रहण किया। वे निश्चयपूर्वक जानते हैं कि मैं तुझसे ही आया हूँ। और उन्हें विश्वास हो गया है कि तूने मुझे भेजा है। Hindi Holy Bible क्योंकि जो बातें तू ने मुझे पहुंचा दीं, मैं ने उन्हें उन को पहुंचा दिया और उन्होंने उन को ग्रहण किया: और सच सच जान लिया है, कि मैं तेरी ओर से निकला हूं, और प्रतीति कर ली है कि तू ही ने मुझे भेजा। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) क्योंकि तूने जो सन्देश मुझे दिया, वह मैंने उन्हें दे दिया। वे उसे ग्रहण कर सचमुच यह जान गये कि मैं तुझ से आया हूँ और उन्होंने यह विश्वास किया है कि तूने मुझे भेजा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) क्योंकि जो वचन तू ने मुझे दिये, मैं ने उन्हें उनको पहुँचा दिये; और उन्होंने उनको ग्रहण किया, और सच सच जान लिया है कि मैं तेरी ओर से आया हूँ, और विश्वास कर लिया है कि तू ही ने मुझे भेजा। सरल हिन्दी बाइबल क्योंकि आपसे प्राप्त आज्ञाएं मैंने उन्हें दे दी है. उन्होंने उनको ग्रहण किया और वास्तव में यह जान लिया है कि मैं आपसे आया हूं; उन्होंने विश्वास किया कि आप ही मेरे भेजनेवाले हैं. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 क्योंकि जो बातें तूने मुझे पहुँचा दीं, मैंने उन्हें उनको पहुँचा दिया और उन्होंने उनको ग्रहण किया और सच-सच जान लिया है, कि मैं तेरी ओर से आया हूँ, और यह विश्वास किया है कि तू ही ने मुझे भेजा। |
यदि तुम मेरी ताड़ना पर ध्यान दो, तो मैं अपनी आत्मा तुम पर उंडेल दूँगी और तुम्हें अपने वचन बताऊँगी।
चाँदी को नहीं, बल्कि मेरी शिक्षा को ग्रहण करो; सोने को नहीं, बल्कि ज्ञान को प्राप्त करो।
इस पर उसने उनसे कहा,“तुम्हें तो स्वर्ग के राज्य के भेदों को जानने की समझ दी गई है, परंतु उन्हें नहीं दी गई।
क्योंकि मैंने यह अपनी ओर से नहीं कहा, परंतु पिता जिसने मुझे भेजा है, उसी ने मुझे आज्ञा दी है कि मैं क्या कहूँ और क्या बोलूँ।
क्या तू विश्वास नहीं करता कि मैं पिता में हूँ और पिता मुझमें है? जो बातें मैं तुमसे कहता हूँ, अपनी ओर से नहीं कहता; परंतु पिता जो मुझमें रहता है, वही अपने कार्य करता है।
अब से मैं तुम्हें दास नहीं कहूँगा, क्योंकि दास नहीं जानता कि उसका स्वामी क्या करता है; परंतु मैंने तुम्हें मित्र कहा है, क्योंकि जो मैंने अपने पिता से सुना, तुम्हें सब बता दिया।
इसलिए कि पिता स्वयं तुमसे प्रेम करता है, क्योंकि तुमने मुझसे प्रेम किया है और यह विश्वास किया है कि मैं परमेश्वर की ओर से आया हूँ।
अब हम जान गए हैं कि तू सब कुछ जानता है और तुझे आवश्यकता नहीं कि कोई तुझसे कुछ पूछे; इससे हम विश्वास करते हैं कि तू परमेश्वर की ओर से आया है।”
मैंने तेरा वचन उन्हें दिया है और संसार ने उनसे घृणा की, क्योंकि जैसे मैं संसार का नहीं, वैसे ही वे भी संसार के नहीं हैं।
कि वे सब एक हों, जैसे, हे पिता, तू मुझमें है और मैं तुझमें, वैसे ही वे भी हममें एकहों, ताकि संसार विश्वास करे कि तूने मुझे भेजा है।
मैं उनमें और तू मुझमें, ताकि वे सिद्ध होकर एक हो जाएँ, जिससे संसार जाने कि तूने मुझे भेजा और उनसे वैसा ही प्रेम रखा जैसा तूने मुझसे प्रेम रखा।
और अनंत जीवन यह है कि वे तुझ एकमात्र सच्चे परमेश्वर को और यीशु मसीह को, जिसे तूने भेजा है, जानें।
परमेश्वर ने अपने पुत्र को जगत में इसलिए नहीं भेजा कि वह जगत को दोषी ठहराए, परंतु इसलिए कि जगत उसके द्वारा उद्धार पाए।
शमौन पतरस ने उसे उत्तर दिया, “प्रभु, हम किसके पास जाएँगे? अनंत जीवन की बातें तो तेरे पास हैं,
यीशु ने उनसे कहा,“यदि परमेश्वर तुम्हारा पिता होता तो तुम मुझसे प्रेम रखते, क्योंकि मैं परमेश्वर की ओर से आया और यहाँ हूँ; मैं अपने आपसे नहीं आया बल्कि उसी ने मुझे भेजा है।
क्योंकि यह बात मुझे प्रभु से प्राप्त हुई, जो मैंने तुम्हें भी सौंप दी, कि प्रभु यीशु ने, जिस रात वह पकड़वाया गया, रोटी ली,
हे भाइयो, अब मैं तुम्हें उसी सुसमाचार का स्मरण कराता हूँ जिसे मैंने तुम्हें सुनाया और तुमने ग्रहण भी किया था, और जिसमें तुम स्थिर भी हो,
इसी कारण हम भी निरंतर परमेश्वर का धन्यवाद करते हैं कि जब हमारे द्वारा तुम्हें परमेश्वर के वचन का संदेश मिला, तो तुमने उसे मनुष्यों का नहीं, बल्कि परमेश्वर का वचन समझकर ग्रहण किया (सचमुच वह है भी) जो तुम विश्वास करनेवालों में कार्य भी करता है।
इसलिए, अब हे भाइयो, हम प्रभु यीशु में तुमसे विनती करते और तुम्हें प्रोत्साहित करते हैं कि जैसे तुमने हमसे योग्य चाल चलना और परमेश्वर को प्रसन्न करना सीखा है—और जैसे तुम चलते भी हो—वैसे ही इनमें और अधिक बढ़ते जाओ।
यीशु मसीह का प्रकाशन, जो परमेश्वर ने उसे इसलिए दिया कि वह अपने दासों को वे बातें दिखाए जिनका शीघ्र पूरा होना अवश्य है; और उसने अपने स्वर्गदूत को भेजकर इन्हें अपने दास यूहन्ना को बताया,