पृथ्वी के सब हृष्ट-पुष्ट लोग खाएँगे और दंडवत् करेंगे; वे सब जो मिट्टी में मिल जाते हैं, उसके सामने घुटने टेकेंगे, और वह भी जो अपना प्राण नहीं बचा सकता।
यूहन्ना 12:43 - नवीन हिंदी बाइबल क्योंकि उन्हें परमेश्वर की प्रशंसा से बढ़कर मनुष्यों की प्रशंसा अधिक प्रिय थी। पवित्र बाइबल उन्हें मनुष्यों द्वारा दिया गया सम्मान परमेश्वर द्वारा दिये गये सम्मान से अधिक प्यारा था। Hindi Holy Bible क्योंकि मनुष्यों की प्रशंसा उन को परमेश्वर की प्रशंसा से अधिक प्रिय लगती थी॥ पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) उन्हें परमेश्वर के सम्मान की अपेक्षा मनुष्य का सम्मान अधिक प्रिय था। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) क्योंकि मनुष्यों की ओर से प्रशंसा उनको परमेश्वर की ओर से प्रशंसा की अपेक्षा अधिक प्रिय लगती थी। सरल हिन्दी बाइबल क्योंकि उन्हें परमेश्वर से प्राप्त आदर की तुलना में मनुष्यों से प्राप्त आदर अधिक प्रिय था. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 क्योंकि मनुष्यों की प्रशंसा उनको परमेश्वर की प्रशंसा से अधिक प्रिय लगती थी। |
पृथ्वी के सब हृष्ट-पुष्ट लोग खाएँगे और दंडवत् करेंगे; वे सब जो मिट्टी में मिल जाते हैं, उसके सामने घुटने टेकेंगे, और वह भी जो अपना प्राण नहीं बचा सकता।
जो मनुष्य का भय मानता है वह अपने लिए जाल बिछाता है, परंतु जो यहोवा पर भरोसा रखता है, वह सुरक्षित रहता है।
“इसलिए जब तू दान करे तो अपने आगे तुरही न बजवा, जैसे पाखंडी आराधनालयों और गलियों में करते हैं कि मनुष्यों के द्वारा उन्हें सम्मान मिले; मैं तुमसे सच कहता हूँ, वे अपना प्रतिफल पा चुके।
तब यीशु ने उनसे कहा :“तुम अपने आपको मनुष्यों के सामने धर्मी ठहराते हो, परंतु परमेश्वर तुम्हारे मनों को जानता है; क्योंकि जो मनुष्यों में सम्मानित है वह परमेश्वर की दृष्टि में घृणित है।
और उसने उससे कहा, ‘शाबाश, भले दास! क्योंकि तू थोड़े से थोड़े में विश्वासयोग्य रहा, अब दस नगरों का अधिकारी बन।’
यदि कोई मेरी सेवा करे तो मेरे पीछे हो ले, और जहाँ मैं हूँ वहाँ मेरा वह सेवक भी होगा; यदि कोई मेरी सेवा करे तो पिता उसका सम्मान करेगा।
तुम जो एक दूसरे से आदर पाते हो और वह आदर नहीं चाहते जो एकमात्र परमेश्वर की ओर से है, तो कैसे विश्वास कर सकते हो?
जो अपनी ओर से बोलता है वह अपनी प्रशंसा चाहता है, परंतु जो अपने भेजनेवाले की प्रशंसा चाहता है वह सच्चा है, और उसमें कोई अधर्म नहीं।
यीशु ने उत्तर दिया,“यदि मैं अपने आपको महिमा दूँ तो मेरी महिमा कुछ भी नहीं है। मुझे महिमा देनेवाला मेरा पिता है, जिसे तुम अपना परमेश्वर कहते हो।
परंतु यहूदी वही है जो मन से यहूदी है, और ख़तना वही है जो आत्मा के द्वारा हृदय का है न कि लेख का। ऐसे व्यक्ति की प्रशंसा मनुष्यों की ओर से नहीं बल्कि परमेश्वर की ओर से होती है।
जो धीरज से भला कार्य करते हुए महिमा, आदर और अमरता को खोजते हैं उन्हें अनंत जीवन मिलेगा,
इसलिए समय से पहले अर्थात् जब तक प्रभु न आ जाए, किसी बात का न्याय मत करो। वही अंधकार में छिपी बातों को प्रकाशित करेगा और मनों के उद्देश्यों को प्रकट करेगा। तब परमेश्वर की ओर से प्रत्येक की प्रशंसा होगी।
क्योंकि जो अपनी प्रशंसा करता है वह नहीं, बल्कि जिसकी प्रशंसा प्रभु करता है, वही ग्रहणयोग्य होता है।
बल्कि यह तुम्हारे मन का छिपा हुआ व्यक्तित्व हो, जो नम्र और शांत स्वभाव के अविनाशी आभूषणों से सुसज्जित हो, जिसका परमेश्वर की दृष्टि में बड़ा मूल्य है।