पहले दिन तुम सुंदर वृक्षों के फलों, और खजूर की डालियों, और घने वृक्षों की डालियों, और नदियों के चिनार के पेड़ों को लेना, और अपने परमेश्वर यहोवा के सामने सात दिन तक आनंद करना।
यूहन्ना 12:13 - नवीन हिंदी बाइबल तो लोग खजूर की टहनियाँ लेकर उससे मिलने निकले और चिल्लाने लगे : होशन्ना! धन्य है इस्राएल का राजा, जो प्रभु के नाम से आता है। पवित्र बाइबल तो लोग खजूर की टहनियाँ लेकर उससे मिलने चल पड़े। वे पुकार रहे थे, “‘होशन्ना!’ ‘धन्य है वह जो प्रभु के नाम से आता है!’ वह जो इस्राएल का राजा है!” Hindi Holy Bible खजूर की, डालियां लीं, और उस से भेंट करने को निकले, और पुकारने लगे, कि होशाना, धन्य इस्त्राएल का राजा, जो प्रभु के नाम से आता है। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) इसलिए वे खजूर की डालियाँ लिये उनका स्वागत करने निकले। वे यह नारा लगा रहे थे, “जय हो! जय हो! धन्य है वह, जो प्रभु के नाम पर आता है! धन्य है, इस्राएल का राजा!” पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) इसलिये उन्होंने खजूर की डालियाँ लीं और उससे भेंट करने को निकले, और पुकारने लगे, “होशाना! धन्य इस्राएल का राजा, जो प्रभु के नाम से आता है।” सरल हिन्दी बाइबल वे सब खजूर के वृक्षों की डालियां लेकर मसीह येशु से मिलने निकल पड़े और ऊंचे शब्द में जय जयकार करने लगे. “होशान्ना!” “धन्य हैं वह, जो प्रभु के नाम में आ रहे हैं!” “धन्य हैं इस्राएल के राजा!” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 उन्होंने खजूर की डालियाँ लीं, और उससे भेंट करने को निकले, और पुकारने लगे, “होशाना! धन्य इस्राएल का राजा, जो प्रभु के नाम से आता है।” (भज. 118:25,26) |
पहले दिन तुम सुंदर वृक्षों के फलों, और खजूर की डालियों, और घने वृक्षों की डालियों, और नदियों के चिनार के पेड़ों को लेना, और अपने परमेश्वर यहोवा के सामने सात दिन तक आनंद करना।
क्योंकि मैं तुमसे कहता हूँ कि अब से जब तक तुम यह न कहोगे : ‘धन्य है वह, जो प्रभु के नाम से आता है,’तब तक मुझे कभी न देखोगे।”
“इसने दूसरों को बचाया, पर अपने आपको नहीं बचा सकता; यह तो इस्राएल का राजा है, अब क्रूस से नीचे उतर आए, तब हम इस पर विश्वास कर लेंगे।
इस पर वे चिल्लाए, “ले जा, ले जा! इसे क्रूस पर चढ़ा!” पिलातुस ने उनसे कहा, “क्या मैं तुम्हारे राजा को क्रूस पर चढ़ाऊँ?” मुख्य याजकों ने उत्तर दिया, “कैसर को छोड़ हमारा कोई राजा नहीं।”
वे परमेश्वर के दास मूसा का गीत और मेमने का गीत गा रहे थे : “हे सर्वशक्तिमान प्रभु परमेश्वर! तेरे कार्य महान और अद्भुत हैं। हे जाति-जाति के राजा! तेरे मार्ग न्यायसंगत और सच्चे हैं।
इन बातों के बाद मैंने दृष्टि की, और देखो, प्रत्येक जाति, कुल, राष्ट्र और भाषा बोलनेवालों की एक बड़ी भीड़, जिसे कोई गिन नहीं सकता था, श्वेत वस्त्र पहने और अपने हाथों में खजूर की डालियाँ लिए हुए सिंहासन और मेमने के सामने खड़ी थी।