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मरकुस 4:41 - नवीन हिंदी बाइबल

वे अत्यंत भयभीत हो गए और आपस में कहने लगे, “आखिर यह है कौन कि आँधी और झील भी इसकी आज्ञा मानते हैं?”

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पवित्र बाइबल

किन्तु वे बहुत डर गये थे। फिर उन्होंने आपस में एक दूसरे से कहा, “आखिर यह है कौन? हवा और पानी भी इसकी आज्ञा मानते हैं!”

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Hindi Holy Bible

और वे बहुत ही डर गए और आपस में बोले; यह कौन है, कि आन्धी और पानी भी उस की आज्ञा मानते हैं?

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पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

उन पर बड़ा भय छा गया और वे आपस में यह कहने लगे, “न जाने यह कौन हैं कि वायु और झील भी इनकी आज्ञा मानते हैं!”

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पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

वे बहुत ही डर गए और आपस में बोले, “यह कौन है कि आँधी और पानी भी उसकी आज्ञा मानते हैं?”

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सरल हिन्दी बाइबल

शिष्य अत्यंत भयभीत थे. वे आपस में कहने लगे, “कौन है यह कि बवंडर और झील तक इनका आज्ञापालन करते हैं!”

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इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019

और वे बहुत ही डर गए और आपस में बोले, “यह कौन है, कि आँधी और पानी भी उसकी आज्ञा मानते हैं?”

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मरकुस 4:41
17 क्रॉस रेफरेंस  

परमेश्‍वर पवित्र लोगों की सभा में अत्यंत भययोग्य है; और जो उसके चारों ओर हैं उनमें वही सब से अधिक आदर के योग्य है।


जब वे नाव पर चढ़ गए, तो हवा थम गई;


इस पर वे आश्‍चर्य करके कहने लगे, “यह कैसा मनुष्य है कि आँधी और झील भी इसकी आज्ञा मानते हैं?”


तब उसने उनसे कहा,“तुम क्यों डरते हो? क्या तुम्हें अभी भी विश्‍वास नहीं?”


फिर वे झील के उस पार गिरासेनियों के क्षेत्र में आए।


तब वह स्‍त्री यह जानकर कि उसके साथ क्या हुआ है, डरती और काँपती हुई आई और उसके सामने गिर पड़ी, और उसे सारी बात सच-सच बता दी।


लोग अत्यंत आश्‍चर्यचकित होकर कहने लगे, “सब कुछ उसने अच्छा किया है, वह बहरों को सुननेवाले और गूँगों को बोलनेवाले बना देता है।”


इस पर सब लोग अचंभित हुए, और आपस में यह बात करने लगे, “यह कैसा वचन है? वह अधिकार और सामर्थ्य के साथ अशुद्ध आत्माओं को आज्ञा देता है और वे निकल जाती हैं।”


उसने उनसे कहा,“तुम्हारा विश्‍वास कहाँ है?” पर शिष्य भयभीत और विस्मित होकर आपस में कहने लगे, “आखिर यह है कौन? यह आँधी और पानी को भी आज्ञा देता है, और वे इसकी आज्ञा मानते हैं!”


अतः जब हमें ऐसा राज्य मिल रहा है जो अटल है, तो आओ, हम आभारी रहें, और भय और आदर के साथ परमेश्‍वर की ऐसी आराधना करें जो उसे ग्रहणयोग्य हो।


हे प्रभु! कौन तुझसे न डरेगा और तेरे नाम की महिमा न करेगा? क्योंकि केवल तू ही पवित्र है। सब जातियाँ आएँगी और तेरे सामने दंडवत् करेंगी, क्योंकि तेरे न्याय के कार्य प्रकट हो गए हैं।”