कँटीली झाड़ियों में बोया गया बीज वह है, जो वचन सुनता है परंतु संसार की चिंता और धन का धोखा उस वचन को दबा देता है, और वह बिना फल के ही रह जाता है।
मरकुस 4:18 - नवीन हिंदी बाइबल कुछ जो कँटीली झाड़ियों में बोए गए हैं, वे लोग हैं जो वचन तो सुनते हैं, पवित्र बाइबल “और दूसरे लोग ऐसे हैं जैसे काँटों में बोये गये बीज। ये वे हैं जो वचन को सुनते हैं। Hindi Holy Bible और जो झाडियों में बोए गए ये वे हैं जिन्होंने वचन सुना। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) दूसरे बीज जो काँटों में बोये जाते हैं : ये वे लोग हैं, जो वचन सुनते हैं; पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) जो झाड़ियों में बोए गए ये वे हैं जिन्होंने वचन सुना, सरल हिन्दी बाइबल अन्य लोग उस भूमि के समान हैं, जहां सुसमाचार कांटों के बीच बोया जाता है. वे सुसमाचार को सुनते हैं, इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और जो झाड़ियों में बोए गए ये वे हैं जिन्होंने वचन सुना, |
कँटीली झाड़ियों में बोया गया बीज वह है, जो वचन सुनता है परंतु संसार की चिंता और धन का धोखा उस वचन को दबा देता है, और वह बिना फल के ही रह जाता है।
परंतु अपने आपमें जड़ नहीं पकड़ पाते और थोड़े ही समय के लिए रहते हैं। फिर जब वचन के कारण कष्ट या सताव आता है तो वे तुरंत गिर जाते हैं।
परंतु संसार की चिंताएँ, धन का धोखा और अन्य वस्तुओं की लालसाएँ आकर वचन को दबा देती हैं और वे बिना फल के ही रह जाते हैं।
फिर कुछ बीज कँटीली झाड़ियों में गिरे और झाड़ियों ने बढ़कर उन्हें दबा दिया और वे फल नहीं लाए।
कँटीली झाड़ियों में गिरनेवाले बीज वे हैं, जो सुनते तो हैं, परंतु आगे चलकर चिंताओं, धन और जीवन की लालसाओं से दब जाते हैं, और उनका फल नहीं पकता।