क्या तू ऐसे मनुष्य को देखता है जो अपनी ही दृष्टि में बुद्धिमान है? उससे बढ़कर आशा तो मूर्ख के लिए है।
मत्ती 6:23 - नवीन हिंदी बाइबल परंतु यदि तेरी आँख बुरी हो, तो तेरी सारी देह भी अंधकारमय होगी। इसलिए यदि तेरे भीतर की ज्योति ही अंधकार हो, तो वह अंधकार कितना अधिक होगा। पवित्र बाइबल किन्तु यदि तेरी आँख बुरी हो जाए तो तेरा सारा शरीर अंधेरे से भर जायेगा। इसलिये वह एकमात्र प्रकाश जो तेरे भीतर है यदि अंधकारमय हो जाये तो वह अंधेरा कितना गहरा होगा। Hindi Holy Bible परन्तु यदि तेरी आंख बुरी हो, तो तेरा सारा शरीर भी अन्धियारा होगा; इस कारण वह उजियाला जो तुझ में है यदि अन्धकार हो तो वह अन्धकार कैसा बड़ा होगा। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) किन्तु यदि तुम्हारी आँखें खराब हो जाएँ, तो तुम्हारा सारा शरीर अन्धकारमय होगा। इसलिए यदि तुम्हारे भीतर की ज्योति ही अन्धकार हो, तो यह कितना घोर अन्धकार होगा! पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) परन्तु यदि तेरी आँख बुरी हो, तो तेरा सारा शरीर भी अन्धियारा होगा; इस कारण वह उजियाला जो तुझ में है यदि अन्धकार हो तो वह अन्धकार कैसा बड़ा होगा! सरल हिन्दी बाइबल यदि तुम्हारी आंख रोगी है, तुम्हारा सारा शरीर अंधकारमय हो जाएगा. वह उजियाला, जो तुममें है, यदि वह अंधकार है तो कितना गहन होगा वह अंधकार! इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 परन्तु यदि तेरी आँख बुरी हो, तो तेरा सारा शरीर भी अंधियारा होगा; इस कारण वह उजियाला जो तुझ में है यदि अंधकार हो तो वह अंधकार कैसा बड़ा होगा! |
क्या तू ऐसे मनुष्य को देखता है जो अपनी ही दृष्टि में बुद्धिमान है? उससे बढ़कर आशा तो मूर्ख के लिए है।
क्या यह उचित नहीं कि मैं अपनी वस्तुओं के साथ जैसा चाहता हूँ वैसा करूँ? क्या मेरा भला होना तेरी आँख में खटकता है?’
परस्त्रीगमन, लोभ, दुष्टता, छल, कामुकता, कुदृष्टि, निंदा, अहंकार और मूर्खता निकलती हैं।
तेरी देह का दीपक तेरी आँख है। जब तेरी आँख ठीक है, तो तेरी सारी देह उजियाली है; परंतु जब वह बुरी है, तो तेरी देह भी अंधकारमय है।
इस पर उसने कहा,“तुम्हें तो परमेश्वर के राज्य के भेदों को जानने की समझ दी गई है, परंतु अन्य लोगों के लिए ये दृष्टांतों में हैं कि वे देखते हुए भी न देखें और सुनते हुए भी न समझें।
परंतु शारीरिक मनुष्य परमेश्वर के आत्मा की बातों को ग्रहण नहीं करता, क्योंकि उसके लिए वह मूर्खता है; वह उन्हें जान नहीं सकता, क्योंकि वे आत्मिक रूप से परखी जाती हैं।
उनकी समझ अंधकारमय हो गई है और उस अज्ञानता के कारण जो उनमें है और अपने मन की कठोरता के कारण वे परमेश्वर के जीवन से दूर हो गए हैं।
परंतु जो अपने भाई से घृणा करता है, वह अंधकार में है और अंधकार में चलता है, और नहीं जानता कि वह कहाँ जाता है, क्योंकि अंधकार ने उसकी आँखें अंधी कर दी हैं।