तब परमेश्वर ने कहा, “नहीं! तेरी पत्नी सारा से ही तेरे लिए एक पुत्र उत्पन्न होगा, और तू उसका नाम इसहाक रखना। मैं उसके साथ वाचा बाँधूँगा जो सदाकाल की वाचा होगी और उसके बाद उसके वंश के लिए भी होगी।
मत्ती 1:21 - नवीन हिंदी बाइबल वह एक पुत्र को जन्म देगी और तू उसका नाम यीशु रखना, क्योंकि वह अपने लोगों का उनके पापों से उद्धार करेगा।” पवित्र बाइबल वह एक पुत्र को जन्म देगी। तू उसका नाम यीशु रखना क्य़ोंकि वह अपने लोगों को उनके पापों से उद्धार करेगा।” Hindi Holy Bible वह पुत्र जनेगी और तू उसका नाम यीशु रखना; क्योंकि वह अपने लोगों का उन के पापों से उद्धार करेगा। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) वह पुत्र को जन्म देंगी और आप उसका नाम येशु रखेंगे, क्योंकि वह अपने लोगों को उनके पापों से मुक्त करेगा।” पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) वह पुत्र जनेगी और तू उसका नाम यीशु रखना, क्योंकि वह अपने लोगों का उनके पापों से उद्धार करेगा।” सरल हिन्दी बाइबल वह एक पुत्र को जन्म देंगी. तुम उनका नाम येशु रखना क्योंकि वह अपने लोगों को उनके पापों से उद्धार देंगे.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 वह पुत्र जनेगी और तू उसका नाम यीशु रखना, क्योंकि वह अपने लोगों का उनके पापों से उद्धार करेगा।” |
तब परमेश्वर ने कहा, “नहीं! तेरी पत्नी सारा से ही तेरे लिए एक पुत्र उत्पन्न होगा, और तू उसका नाम इसहाक रखना। मैं उसके साथ वाचा बाँधूँगा जो सदाकाल की वाचा होगी और उसके बाद उसके वंश के लिए भी होगी।
परंतु मैं अपनी वाचा इसहाक ही के साथ बाँधूँगा, जो अगले वर्ष के इसी नियुक्त समय पर सारा से उत्पन्न होगा।”
उसने कहा, “मैं एक वर्ष बाद निश्चय तेरे पास फिर आऊँगा, और देख, तेरी पत्नी सारा के एक पुत्र होगा।” सारा तंबू के द्वार पर जो अब्राहम के पीछे था, सुन रही थी।
परंतु स्वर्गदूत ने उससे कहा, “हे जकरयाह मत डर! क्योंकि तेरी प्रार्थना सुनी गई है, और तेरी पत्नी इलीशिबा तेरे लिए एक पुत्र को जन्म देगी, और तू उसका नाम यूहन्ना रखना।
जब आठ दिन पूरे हुए और उसके ख़तने का समय आया, तो उसका नाम यीशु रखा गया, जो उसके गर्भ में आने से पहले स्वर्गदूत के द्वारा दिया गया था।
अगले दिन उसने यीशु को अपनी ओर आते हुए देखकर कहा, “देखो, परमेश्वर का मेमना, जो जगत का पाप उठा ले जाता है।
तब वे उस स्त्री से कहने लगे, “अब हम तेरे कहने के कारण ही विश्वास नहीं करते, क्योंकि हमने स्वयं सुन लिया है, और जान गए हैं कि सचमुच यही जगत का उद्धारकर्ता है।”
इसी के वंश में से परमेश्वर ने अपनी प्रतिज्ञा के अनुसार इस्राएल के लिए एक उद्धारकर्ता अर्थात् यीशु को भेजा।
परमेश्वर ने अपने सेवक को उठाकर पहले तुम्हारे पास भेजा कि तुममें से हर एक को उसकी बुराइयों से फेरकर आशिष दे।”
“किसी दूसरे के द्वारा उद्धार नहीं, क्योंकि स्वर्ग के नीचे मनुष्यों के बीच में कोई दूसरा नाम नहीं दिया गया जिसके द्वारा हमारा उद्धार हो सके।”
उसी को परमेश्वर ने प्रभु और उद्धारकर्ता ठहराकर अपने दाहिनी ओर ऊँचा उठाया कि वह इस्राएल को पश्चात्ताप और पापों की क्षमा प्रदान करे।
जिसने अपने आपको हमारे लिए दे दिया ताकि हर प्रकार के अधर्म से हमें छुड़ा ले, और शुद्ध करके अपने लिए एक ऐसी निज प्रजा बना ले जो भले कार्यों को करने में उत्साही हो।
अतः जो उसके द्वारा परमेश्वर के पास आते हैं, वह उनका सदा के लिए उद्धार करने में समर्थ है, क्योंकि वह उनकी ओर से विनती करने के लिए सर्वदा जीवित है।
परंतु यदि हम ज्योति में चलें जैसे वह ज्योति में है, तो हमारी एक दूसरे के साथ सहभागिता है और उसके पुत्र यीशु का लहू हमें सब पापों से शुद्ध करता है।
मैंने उससे कहा, “हे मेरे स्वामी, तू ही जानता है।” उसने मुझसे कहा, “ये वे हैं जो उस बड़े क्लेश में से निकलकर आए हैं। इन्होंने अपने वस्त्रों को मेमने के लहू में धोकर श्वेत किया है।