भजन संहिता 32:6 - नवीन हिंदी बाइबल इसलिए तेरा प्रत्येक भक्त ऐसे समय में तुझसे प्रार्थना करे जब तू मिल सकता है; निश्चय ही जल की बड़ी बाढ़ भी उस तक न पहुँचेगी। पवित्र बाइबल इसलिए, परमेश्वर, तेरे भक्तों को तेरी विनती करनी चाहिए। वहाँ तक कि जब विपत्ति जल प्रलय सी उमड़े तब भी तेरे भक्तों को तेरी विनती करनीचाहिए। Hindi Holy Bible इस कारण हर एक भक्त तुझ से ऐसे समय में प्रार्थना करे जब कि तू मिल सकता है। निश्चय जब जल की बड़ी बाढ़ आए तौभी उस भक्त के पास न पहुंचेगी। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) जब तक तू मिल सकता है, सब भक्त तुझ से प्रार्थना करें; क्योंकि भयंकर जल-प्रवाह उन भक्तों तक नहीं पहुंच सकेगा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) इस कारण हर एक भक्त तुझ से ऐसे समय में प्रार्थना करे जब कि तू मिल सकता है। निश्चय जब जल की बड़ी बाढ़ आए तौभी उस भक्त के पास न पहुँचेगी। सरल हिन्दी बाइबल इसलिये आपके सभी श्रद्धालु, जब तक संभव है आपसे प्रार्थना करते रहें. तब, जब संकट का प्रबल जल प्रवाह आएगा, वह उनको स्पर्श न कर सकेगा. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 इस कारण हर एक भक्त तुझ से ऐसे समय में प्रार्थना करे जबकि तू मिल सकता है। निश्चय जब जल की बड़ी बाढ़ आए तो भी उस भक्त के पास न पहुँचेगी। |
यह जान लो कि यहोवा ने भक्त को अपने लिए अलग कर रखा है; जब मैं यहोवा को पुकारूँगा तब वह सुन लेगा।
उसने मेरे मुँह में एक नया गीत डाला है, जो हमारे परमेश्वर की स्तुति का गीत है। बहुत से लोग यह देखकर भयभीत होंगे, और यहोवा पर भरोसा रखेंगे।
तेरी जल-धाराओं की गूँज से सागर, सागर को पुकारता है। तेरी सारी तरंगों और लहरों ने मुझे ढाँप लिया है।
उस समय वे मुझे पुकारेंगे, पर मैं न सुनूँगी; वे मुझे यत्न से ढूँढ़ेंगे, पर मुझे न पाएँगे।
वह हमारे हर क्लेश में हमें शांति देता है, ताकि हम उस शांति के कारण जो हमें परमेश्वर से मिलती है, उन्हें भी शांति दे सकें जो किसी प्रकार के क्लेश में हों;
क्योंकि वह कहता है : उचित समय पर मैंने तेरी सुन ली, और उद्धार के दिन मैंने तेरी सहायता की। देख, अभी है वह उचित समय। देख, आज है वह उद्धार का दिन।
फिर भी मुझ पर इसलिए दया हुई कि मसीह यीशु मुझ सब से बड़े पापी में अपनी पूर्ण सहनशीलता दिखाए, जिससे मैं उन लोगों के लिए आदर्श बनूँ जो अनंत जीवन के लिए उस पर विश्वास करेंगे।
और हमें सिखाता है कि हम अभक्ति और सांसारिक अभिलाषाओं का इनकार करके इस युग में संयम, धार्मिकता और भक्ति का जीवन बिताएँ,