तू ऊपरी जल पर अपना निवासस्थान बनाता है, और मेघों को अपना रथ बनाता है, तथा पवन के पंखों पर सवारी करता है।
भजन संहिता 29:3 - नवीन हिंदी बाइबल यहोवा की वाणी मेघों के ऊपर सुनाई देती है। महिमामय परमेश्वर गरजता है; यहोवा घने मेघों के ऊपर है। पवित्र बाइबल समुद्र के ऊपर यहोवा की वाणी निज गरजती है। परमेश्वर की वाणी महासागर के ऊपर मेघ के गरजन की तरह गरजता है। Hindi Holy Bible यहोवा की वाणी मेघों के ऊपर सुन पड़ती है; प्रतापी ईश्वर गरजता है, यहोवा घने मेघों के ऊपर रहता है। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) प्रभु की वाणी सागरों पर है; महिमायुक्त परमेश्वर गरजन करता है; प्रभु महासागरों पर है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) यहोवा की वाणी मेघों के ऊपर सुनाई पड़ती है; प्रतापी ईश्वर गरजता है, यहोवा घने मेघों के ऊपर रहता है। सरल हिन्दी बाइबल महासागर की सतह पर याहवेह का स्वर प्रतिध्वनित होता है; महिमामय परमेश्वर का स्वर गर्जन समान है, याहवेह प्रबल लहरों के ऊपर गर्जन करते हैं. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 यहोवा की वाणी मेघों के ऊपर सुनाई देती है; प्रतापी परमेश्वर गरजता है, यहोवा घने मेघों के ऊपर रहता है। (अय्यू. 37:4,5) |
तू ऊपरी जल पर अपना निवासस्थान बनाता है, और मेघों को अपना रथ बनाता है, तथा पवन के पंखों पर सवारी करता है।
फिर तीसरे दिन भोर को ही बादल गरजने और बिजली चमकने लगी, पर्वत पर काली घटा छा गई, और तुरही का भारी शब्द सुनाई दिया, जिससे छावनी के सब लोग काँप उठे।
अब यहोवा से विनती करो क्योंकि परमेश्वर की ओर से बादलों का गरजना और ओलों का बरसना बहुत हो गया है। मैं तुम लोगों को जाने दूँगा, और तुम्हें और अधिक रुकना न पड़ेगा।”
जब मूसा ने फ़िरौन के महल और नगर से बाहर जाकर यहोवा की ओर हाथ फैलाए, तो बादलों का गरजना तथा ओलों का बरसना रुक गया, और फिर भूमि पर वर्षा न हुई।
तब जो लोग खड़े हुए थे, यह सुनकर कहने लगे, “गर्जन हुई है।” दूसरों ने कहा, “किसी स्वर्गदूत ने उससे बात की है।”
स्तिफनुस ने कहा, “हे संगी भाइयो और बुज़ुर्गो, सुनो। हमारे पिता अब्राहम के हारान में बसने से पहले जब वह मेसोपोटामिया में था तो महिमामय परमेश्वर ने उसे दर्शन दिया,
तब परमेश्वर का मंदिर जो स्वर्ग में है, खोला गया। उसके मंदिर में उसकी वाचा का संदूक दिखाई दिया, और वहाँ बिजलियाँ चमकीं, गड़गड़ाहट और गर्जन हुए तथा भूकंप हुआ, और भारी ओलावृष्टि हुई।
फिर बिजलियाँ चमकीं, गड़गड़ाहट और गर्जन हुए तथा एक ऐसा बड़ा भूकंप हुआ कि जब से मनुष्य पृथ्वी पर है तब से ऐसा भयानक और बड़ा भूकंप कभी नहीं हुआ था।
फिर मैंने एक बड़ी भीड़, और बहुत सी जल-धाराओं और भयंकर गर्जनों के समान एक आवाज़ को यह कहते हुए सुना: हाल्लेलूय्याह! क्योंकि हमारा सर्वशक्तिमान, प्रभु परमेश्वर राज्य करता है।
उस सिंहासन में से बिजलियाँ, गर्जन और बादल की गड़गड़ाहट निकल रही थीं, और सिंहासन के सामने आग के सात दीपक जल रहे थे, जो परमेश्वर की सात आत्माएँ हैं।
तब स्वर्गदूत ने धूपदान लेकर उसमें वेदी की आग भरी और उसे पृथ्वी पर फेंक दी; इस पर गर्जन, गड़गड़ाहट, बिजलियों की चमक और भूकंप हुआ।