प्रेरितों के काम 23:15 - नवीन हिंदी बाइबल इसलिए अब तुम महासभा के साथ मिलकर सेनापति को सूचित कर दो कि वह उसे तुम्हारे पास ले आए, मानो तुम उसके विषय में और भी ठीक रीति से जाँच करना चाहते हो। हम उसके पहुँचने से पहले ही उसे मार डालने के लिए तैयार रहेंगे।” पवित्र बाइबल तो अब तुम और यहूदी महासभा, सेनानायक से कहो कि वह उसे तुम्हारे पास ले आए यह बहाना बनाते हुए कि तुम उसके विषय में और गहराई से छानबीन करना चाहते हो। इससे पहले कि वह यहाँ पहुँचे, हम उसे मार डालने को तैयार हैं।” Hindi Holy Bible इसलिये अब महासभा समेत पलटन के सरदार को समझाओ, कि उसे तुम्हारे पास ले आए, मानो कि तुम उसके विषय में और भी ठीक जांच करना चाहते हो, और हम उसके पहुंचने से पहिले ही उसे मार डालने के लिये तैयार रहेंगे। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) इसलिए आप धर्म-महासभा की सहमति से सेना-नायक को सूचित करें कि वह पौलुस को आप के पास भेज दें मानो आप और अच्छी तरह उसके मामले की जाँच करना चाहते हैं। उसके यहाँ पहुँचने से पहले ही हम उसे मार देने के लिए तैयार हैं।” पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) इसलिये अब महासभा समेत पलटन के सरदार को समझाओ कि उसे तुम्हारे पास ले आए, मानो कि तुम उसके विषय में और भी ठीक से जाँच करना चाहते हो; और हम उसके पहुँचने से पहले ही उसे मार डालने के लिये तैयार रहेंगे।” सरल हिन्दी बाइबल इसलिये आप और महासभा मिलकर सेनापति को सूचना भेजें और पौलॉस को यहां ऐसे बुलवा लें, मानो आप उसका विवाद बारीकी से जांच करके सुलझाना चाहते हैं. यहां हमने उसके पहुंचने के पहले ही उसे मार डालने की तैयारी कर रखी है.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 इसलिए अब महासभा समेत सैन्य-दल के सरदार को समझाओ, कि उसे तुम्हारे पास ले आए, मानो कि तुम उसके विषय में और भी ठीक से जाँच करना चाहते हो, और हम उसके पहुँचने से पहले ही उसे मार डालने के लिये तैयार रहेंगे।” |
क्योंकि जब तक दुष्ट लोग बुराई न करें, वे सो नहीं सकते; और जब तक वे किसी को ठोकर न खिलाएँ, उन्हें नींद नहीं आती।
अगले दिन सही बात जानने की इच्छा से कि यहूदियों ने उस पर क्यों आरोप लगाया है, सेनापति ने उसके बंधन खोल दिए, और मुख्य याजकों तथा सारी महासभा को एकत्रित होने का आदेश दिया, और पौलुस को ले जाकर उनके सामने खड़ा कर दिया।
पौलुस ने महासभा की ओर टकटकी लगाकर देखते हुए कहा, “हे भाइयो, मैंने आज तक परमेश्वर के सामने पूरे खरे विवेक से जीवन बिताया है।”
तब पौलुस यह जानकर कि एक दल सदूकियों का और दूसरा फरीसियों का है, महासभा में पुकारकर कहने लगा, “हे भाइयो, मैं फरीसी हूँ और फरीसियों के वंश का हूँ, और मृतकों के पुनरुत्थान की आशा के विषय में मुझ पर मुकदमा चलाया जा रहा है।”
और पौलुस के विरुद्ध उससे विनती करने लगे कि वह पौलुस को यरूशलेम में बुलवाने की कृपा करे; क्योंकि वे उसे मार्ग में मार डालने की ताक में थे।