परंतु उन्होंने कहा, “पर्व के समय नहीं, कहीं ऐसा न हो कि लोगों के बीच में उपद्रव हो जाए।”
प्रेरितों के काम 21:31 - नवीन हिंदी बाइबल जब वे उसे मार ही डालना चाहते थे, तो सैन्य दल के सेनापति के पास यह सूचना पहुँची कि सारे यरूशलेम में गड़बड़ी मची हुई है। पवित्र बाइबल वे उसे मारने का जतन कर ही रहे थे कि रोमी टुकड़ी के सेनानायक के पास यह सूचना पहुँची कि समुचे यरूशलेम में खलबली मची हुई है। Hindi Holy Bible जब वे उसे मार डालना चाहते थे, तो पलटन के सारदार को सन्देश पहुंचा कि सारे यरूशलेम में कोलाहल मच रहा है। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) वे पौलुस का वध करना चाहते ही थे कि रोमन सैन्यदल के नायक को सूचना मिली कि समस्त यरूशलेम में उपद्रव मचा हुआ है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) जब वे उसे मार डालना चाहते थे, तो पलटन के सरदार को सन्देश पहुँचा कि सारे यरूशलेम में कोलाहल मच रहा है। सरल हिन्दी बाइबल जब वे पौलॉस की हत्या की योजना कर ही रहे थे, रोमी सेनापति को सूचना दी गई कि सारे नगर में कोलाहल मचा हुआ है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 जब वे उसे मार डालना चाहते थे, तो सैन्य-दल के सरदार को सन्देश पहुँचा कि सारे यरूशलेम में कोलाहल मच रहा है। |
परंतु उन्होंने कहा, “पर्व के समय नहीं, कहीं ऐसा न हो कि लोगों के बीच में उपद्रव हो जाए।”
फिर राज्यपाल के सैनिक यीशु को राजभवन के भीतर ले गए और उसके पास पूरे सैन्य दल को इकट्ठा किया।
वे तुम्हें आराधनालयों से बाहर निकाल देंगे; बल्कि वह समय आ रहा है कि जो कोई तुम्हें मार डालेगा, वह समझेगा कि परमेश्वर की सेवा कर रहा है।
कैसरिया में कुरनेलियुस नामक एक व्यक्ति था। वह उस सैन्य दल का शतपति था जो इतालियानी कहलाता था।
परंतु यहूदियों ने ईर्ष्या से भरकर कुछ बाज़ारू गुंडों को लिया और भीड़ इकट्ठी करके नगर में कोलाहल मचाने लगे, और यासोन के घर पर हमला करके उन्हें लोगों के सामने लाने का प्रयत्न किया।
क्योंकि हमें सचमुच इस बात का खतरा है कि आज की घटना के विषय में कहीं हम पर विद्रोह का आरोप न लगा दिया जाए, जबकि इसके होने का कोई कारण नहीं था, और हम इस उपद्रवी भीड़ के जमा होने का कोई कारण नहीं दे सकेंगे।”
तो क्या तू वही मिस्री तो नहीं जिसने कुछ दिन पहले विद्रोह करवाया और चार हज़ार कटारबंद पुरुषों को जंगल में ले गया था?”
इस बात तक तो वे उसकी सुनते रहे; फिर वे ऊँची आवाज़ से चिल्लाने लगे, “ऐसे मनुष्य को पृथ्वी से मिटा दो, क्योंकि उसका जीवित रहना ठीक नहीं।”
तब पौलुस ने शतपतियों में से एक को अपने पास बुलाकर कहा, “इस युवक को सेनापति के पास ले जा, क्योंकि इसको उसे कुछ बताना है।”
परंतु फेलिक्स ने जो इस “मार्ग” के विषय में और ठीक रीति से जानता था, उन्हें यह कहकर टाल दिया, “जब सेनापति लूसियास आएगा तो मैं तुम्हारी बातों के विषय में अपना निर्णय दूँगा।”
उसने मंदिर-परिसर को अशुद्ध करने का भी प्रयत्न किया, पर हमने उसे पकड़ लिया [और अपनी व्यवस्था के अनुसार न्याय करना चाहते थे।
अतः अगले दिन अग्रिप्पा और बिरनीके ने बड़ी धूमधाम के साथ आकर सेनापति और नगर के मुख्य लोगों के साथ सभा भवन में प्रवेश किया; और फेस्तुस के आदेश पर पौलुस को लाया गया।