तब यहोवा परमेश्वर ने आदम को भूमि की मिट्टी से रचा, और उसके नथनों में जीवन का श्वास फूँक दिया; और आदम जीवित प्राणी बन गया।
प्रेरितों के काम 17:25 - नवीन हिंदी बाइबल और न ही मनुष्यों के हाथों से सेवा लेता है मानो उसे किसी बात की आवश्यकता हो, क्योंकि वह स्वयं सब को जीवन और श्वास और सब कुछ देता है। पवित्र बाइबल उसे किसी वस्तु का अभाव नहीं है सो मनुष्य के हाथों से उसकी सेवा नहीं हो सकती। वही सब को जीवन, साँसें और अन्य सभी कुछ दिया करता है। Hindi Holy Bible न किसी वस्तु का प्रयोजन रखकर मनुष्यों के हाथों की सेवा लेता है, क्योंकि वह तो आप ही सब को जीवन और स्वास और सब कुछ देता है। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) और न उसे किसी वस्तु का अभाव है कि वह मनुष्यों के हाथों से सेवा ग्रहण करे; क्योंकि वह तो स्वयं सब को जीवन, प्राण और सब वस्तुएं प्रदान करता है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) न किसी वस्तु की आवश्यकता के कारण मनुष्यों के हाथों की सेवा लेता है, क्योंकि वह स्वयं ही सब को जीवन और श्वास और सब कुछ देता है। सरल हिन्दी बाइबल और न ही उन्हें ज़रूरत है किसी मनुष्य की सेवा की—वह किसी पर निर्भर नहीं हैं क्योंकि वही सबके जीवन, सांस तथा सभी आवश्यक वस्तुओं के देनेवाले हैं. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 न किसी वस्तु की आवश्यकता के कारण मनुष्यों के हाथों की सेवा लेता है, क्योंकि वह तो आप ही सब को जीवन और श्वास और सब कुछ देता है। (यशा. 42:5, भज. 50:12, भज. 50:12) |
तब यहोवा परमेश्वर ने आदम को भूमि की मिट्टी से रचा, और उसके नथनों में जीवन का श्वास फूँक दिया; और आदम जीवित प्राणी बन गया।
ताकि तुम अपने पिता की, जो स्वर्ग में है, संतान बन जाओ क्योंकि वह भले और बुरे दोनों पर अपना सूर्य उदय करता है, और धर्मी और अधर्मी दोनों पर मेंह बरसाता है।
तुम जाकर इसका अर्थ सीखो : मैं दया चाहता हूँ, बलिदान नहीं;क्योंकि मैं धर्मियों को नहीं बल्कि पापियों कोबुलाने आया हूँ।”
फिर भी उसने अपने आपको बिना साक्षी के नहीं छोड़ा बल्कि भलाई करता रहा, और आकाश से वर्षा तथा फलदायक ऋतुओं को दे देकर तुम्हारे मनों को भोजन और आनंद से तृप्त करता रहा।”
क्योंकि हम उसी में जीवित रहते, चलते-फिरते और अस्तित्व रखते हैं, जैसा तुम्हारे कुछ कवियों ने भी कहा है, ‘हम भी तो उसी की संतान हैं।’
इस संसार के धनवानों को आज्ञा दे कि वे अहंकारी न बनें और अनिश्चित धन पर नहीं बल्कि परमेश्वर पर आशा रखें जो हमारे आनंद के लिए सब कुछ बहुतायत से देता है।