“हे सारै की दासी हाजिरा, तू कहाँ से आ रही है और कहाँ जा रही है?” उसने कहा, “मैं अपनी स्वामिनी सारै के पास से भाग आई हूँ।”
प्रकाशितवाक्य 7:13 - नवीन हिंदी बाइबल तब उन प्रवरों में से एक ने मुझसे पूछा, “श्वेत वस्त्र पहने हुए ये लोग कौन हैं? और कहाँ से आए हैं?” पवित्र बाइबल तभी उन प्राचीनों में से किसी ने मुझसे प्रश्न किया, “ये श्वेत वस्त्रधारी लोग कौन हैं तथा ये कहाँ से आए हैं?” Hindi Holy Bible इस पर प्राचीनों में से एक ने मुझ से कहा; ये श्वेत वस्त्र पहिने हुए कौन हैं? और कहां से आए हैं? पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) धर्मवृद्धों में से एक ने मुझ से पूछा, “ये उजले वस्त्र पहने कौन हैं और कहाँ से आये हैं?” पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) इस पर प्राचीनों में से एक ने मुझ से कहा, “ये श्वेत वस्त्र पहिने हुए कौन हैं? और कहाँ से आए हैं?” सरल हिन्दी बाइबल तब पुरनियों में से एक ने मुझसे प्रश्न किया, “ये, जो सफ़ेद वस्त्र धारण किए हुए हैं, कौन हैं और कहां से आए हैं?” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 इस पर प्राचीनों में से एक ने मुझसे कहा, “ये श्वेत वस्त्र पहने हुए कौन हैं? और कहाँ से आए हैं?” |
“हे सारै की दासी हाजिरा, तू कहाँ से आ रही है और कहाँ जा रही है?” उसने कहा, “मैं अपनी स्वामिनी सारै के पास से भाग आई हूँ।”
तब यीशु ने मंदिर-परिसर में उपदेश देते हुए पुकारकर कहा,“तुम मुझे जानते हो और यह भी जानते हो कि मैं कहाँ का हूँ। मैं अपने आपसे नहीं आया, परंतु जिसने मुझे भेजा है वह सच्चा है, जिसे तुम नहीं जानते।
यह देखकर पतरस ने लोगों से कहा, “हे इस्राएलियो, तुम इस बात पर क्यों आश्चर्य कर रहे हो, या हमें ऐसे एकटक क्यों देख रहे हो, मानो हमने अपनी शक्ति या भक्ति से उसे चलने योग्य बना दिया?
परंतु सरदीस में तेरे यहाँ कुछ ऐसे लोग हैं जिन्होंने अपने वस्त्रों को अशुद्ध नहीं किया। वे श्वेत वस्त्र पहने हुए मेरे साथ चलेंगे, क्योंकि वे इस योग्य हैं।
तब-तब चौबीसों प्रवर उसके सामने जो सिंहासन पर विराजमान है, गिर पड़ते और जो युगानुयुग जीवित है उसे दंडवत् करते, और अपने मुकुट सिंहासन के सामने यह कहते हुए रख देते हैं :
उस सिंहासन के चारों ओर चौबीस सिंहासन थे, और उन सिंहासनों पर चौबीस प्रवर श्वेत वस्त्र पहने हुए बैठे थे, और उनके सिरों पर सोने के मुकुट थे।
फिर मैंने देखा, और मैंने सिंहासन, प्राणियों और उन प्रवरों के चारों ओर बहुत से स्वर्गदूतों की आवाज़ सुनी—उनकी संख्या लाखों-करोड़ों में थी।
तब उन प्रवरों में से एक ने मुझसे कहा, “रो मत! देख, यहूदा के गोत्र का वह सिंह, जो दाऊद का मूल है, विजयी हुआ है। वही इस पुस्तक को और इसकी सात मुहरों को खोलने के योग्य है।”
इन बातों के बाद मैंने दृष्टि की, और देखो, प्रत्येक जाति, कुल, राष्ट्र और भाषा बोलनेवालों की एक बड़ी भीड़, जिसे कोई गिन नहीं सकता था, श्वेत वस्त्र पहने और अपने हाथों में खजूर की डालियाँ लिए हुए सिंहासन और मेमने के सामने खड़ी थी।