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नीतिवचन 27:4 - नवीन हिंदी बाइबल

प्रकोप तो भयानक और क्रोध बाढ़ के समान होता है, परंतु ईर्ष्या के सामने कौन टिक सकता है?

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पवित्र बाइबल

क्रोध निर्दय और दर्दम्य होता है। वह नाश कर देता है। किन्तु ईर्ष्या बहुत ही बुरी है।

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Hindi Holy Bible

क्रोध तो क्रूर, और प्रकोप धारा के समान होता है, परन्तु जब कोई जल उठता है, तब कौन ठहर सकता है?

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पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

क्रोध निर्दय होता है; गुस्‍सा मनुष्‍य को दबोच देता है; पर ईष्‍र्या के सामने कौन ठहर सकता है?

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पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

क्रोध तो क्रूर, और प्रकोप धारा के समान होता है, परन्तु जब कोई जल उठता है, तब कौन ठहर सकता है।

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सरल हिन्दी बाइबल

कोप में क्रूरता निहित होती है तथा रोष में बाढ़ के समान उग्रता, किंतु ईर्ष्या के समक्ष कौन ठहर सकता है?

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इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019

क्रोध की क्रूरता और प्रकोप की बाढ़, परन्तु ईर्ष्या के सामने कौन ठहर सकता है?

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नीतिवचन 27:4
18 क्रॉस रेफरेंस  

उसके पास भेड़-बकरी, गाय-बैल, और बहुत से दास-दासियाँ हो गए, जिससे पलिश्ती उससे ईर्ष्या करने लगे।


उसके भाई उससे ईर्ष्या करते थे, परंतु उसके पिता ने उसकी बात को मन में रखा।


ओनान जानता था कि संतान उसकी न कहलाएगी; इसलिए जब वह अपने भाई की पत्‍नी के पास गया तो उसने भूमि पर वीर्य गिराकर नष्‍ट कर दिया, जिससे कि उसके द्वारा उसके भाई का वंश न चले।


शांत मन, तन का जीवन है; परंतु ईर्ष्या हड्डियों को गला देती है।


पत्थर तो भारी और बालू वज़नदार होती है, परंतु मूर्ख का क्रोध इन दोनों से भी भारी होता है।


क्योंकि ईर्ष्या पति के क्रोध को भड़काती है, और जब बदला लेने का समय आएगा तो वह दया नहीं दिखाएगा।


क्योंकि वह जानता था कि उन्होंने उसे ईर्ष्या के कारण पकड़वाया है।


परंतु यहूदियों ने ईर्ष्या से भरकर कुछ बाज़ारू गुंडों को लिया और भीड़ इकट्ठी करके नगर में कोलाहल मचाने लगे, और यासोन के घर पर हमला करके उन्हें लोगों के सामने लाने का प्रयत्‍न किया।


तब महायाजक उठा और अपने सब साथियों के साथ जो सदूकी पंथ के थे, ईर्ष्या से भरकर


“कुलपतियों ने यूसुफ से ईर्ष्या करके उसे मिस्र जानेवालों के हाथ बेच डाला। परंतु परमेश्‍वर उसके साथ था,


वे सब प्रकार की अधार्मिकता, दुष्‍टता, लोभ और बुराई से भरकर ईर्ष्या, हत्या, झगड़े, छल और दुर्भावना से भर गए। वे चुगलखोर,


कैन के समान न हों जो उस दुष्‍ट से था और जिसने अपने भाई का वध किया। उसने किस लिए उसका वध किया? इसलिए कि उसके कार्य बुरे, और उसके भाई के कार्य धार्मिकता के थे।