नीतिवचन 14:32 - नवीन हिंदी बाइबल दुष्ट मनुष्य अपने दुष्कर्मों के द्वारा नष्ट हो जाता है, परंतु धर्मी अपनी मृत्यु के समय भी शरण पाता है। पवित्र बाइबल जब दुष्ट जन पर विपदा पड़ती है तब वह हार जाते हैं किन्तु धर्मी जन तो मृत्यु में भी विजय हासिल करते हैं। Hindi Holy Bible दुष्ट मनुष्य बुराई करता हुआ नाश हो जाता है, परन्तु धर्मी को मृत्यु के समय भी शरण मिलती है। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) दुर्जन को उसके दुष्कर्म ही उखाड़ फेंकते हैं, पर धार्मिक मनुष्य अपनी सत्यनिष्ठा के कारण आश्रय पाता है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) दुष्ट मनुष्य बुराई करता हुआ नष्ट हो जाता है, परन्तु धर्मी को मृत्यु के समय भी शरण मिलती है। सरल हिन्दी बाइबल दुष्ट के विनाश का कारण उसी के कुकृत्य होते हैं, किंतु धर्मी अपनी मृत्यु के अवसर पर निराश्रित नहीं छूट जाता. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 दुष्ट मनुष्य बुराई करता हुआ नाश हो जाता है, परन्तु धर्मी को मृत्यु के समय भी शरण मिलती है। |
तू मुझे जीवन का मार्ग दिखाएगा; तेरी उपस्थिति में आनंद की भरपूरी है, तेरे दाहिने हाथ में सुख सर्वदा बना रहता है।
परंतु मैं धार्मिकता में तेरे मुख का दर्शन करूँगा; जब मैं जागूँगा तब तेरे स्वरूप को देखकर संतुष्ट होऊँगा।
चाहे मैं मृत्यु की अंधकार से भरी तराई में होकर चलूँ, फिर भी हानि से न डरूँगा, क्योंकि तू मेरे साथ रहता है; तेरी छड़ी और तेरी लाठी से मुझे शांति मिलती है।
निर्दोष मनुष्य पर दृष्टि कर और खरे मनुष्य को देख, क्योंकि मेल से रहनेवाले मनुष्य का वंश बढ़ेगा।
इससे पहले कि तुम्हारी हाँड़ियों पर हरी या सूखी झाड़ियों की आँच लगे, वह उन्हें बवंडर से उड़ा ले जाएगा।
निर्दोष व्यक्ति की धार्मिकता उसके मार्ग को सीधा करती है, परंतु दुष्ट अपनी ही दुष्टता के कारण गिरता है।
समझदार व्यक्ति के मन में बुद्धि का वास होता है, यहाँ तक कि वह तो मूर्खों के बीच भी प्रकट होती है।
क्योंकि धर्मी चाहे सात बार गिरे, फिर भी उठ खड़ा होगा; परंतु दुष्ट लोग विपत्ति के समय गिरकर नष्ट हो जाते हैं।
इसलिए उस पर अचानक विपत्ति आ पड़ेगी। वह पल भर में नष्ट हो जाएगा, और उसके बचने की कोई आशा नहीं रहेगी।
उसने फिर उनसे कहा,“मैं जा रहा हूँ और तुम मुझे ढूँढ़ोगे और अपने पाप में मर जाओगे। जहाँ मैं जा रहा हूँ वहाँ तुम नहीं आ सकते।”
मैंने तुमसे कहा कि तुम अपने पापों में मर जाओगे; क्योंकि यदि तुम विश्वास नहीं करते कि मैं वही हूँ, तो तुम अपने पापों में मर जाओगे।”
तो क्या हुआ यदि परमेश्वर ने अपना क्रोध दिखाने और अपना सामर्थ्य प्रकट करने की इच्छा से विनाश के लिए तैयार किए गए क्रोध के पात्रों को बड़े धैर्य के साथ सहा,
बल्कि हमें ऐसा लग रहा था मानो हम पर मृत्युदंड की आज्ञा हो चुकी हो। यह इसलिए था कि हम स्वयं पर नहीं बल्कि परमेश्वर पर भरोसा रखें जो मृतकों को जिलाता है।
मैं इन दोनों के बीच अधर में लटका हूँ। अभिलाषा तो यह है कि यहाँ से विदा होकर मसीह के साथ रहूँ, क्योंकि यह और भी अच्छा है;
जब लोग कहेंगे, “शांति और सुरक्षा है,” तब जैसे गर्भवती स्त्री पर प्रसव-पीड़ा आती है, वैसे ही अचानक उन पर विनाश आ पड़ेगा, और वे बच नहीं सकेंगे।
प्रभु मुझे हर बुरे कार्य से बचाएगा और अपने स्वर्गीय राज्य में सुरक्षित पहुँचाएगा। उसकी महिमा युगानुयुग होती रहे। आमीन।
तब मैंने स्वर्ग से एक आवाज़ को यह कहते हुए सुना, “लिख : वे मृतक जो अब से प्रभु में मरते हैं, धन्य हैं!” आत्मा कहता है, “यह सच है, क्योंकि वे अपने परिश्रम से विश्राम पाएँगे, और उनके कार्य उनके साथ जाएँगे।”