गलातियों 1:8 - नवीन हिंदी बाइबल परंतु यदि हम या स्वर्ग का कोई दूत भी उस सुसमाचार के विपरीत जो हमने तुम्हें सुनाया है, कोई अन्य सुसमाचार तुम्हें सुनाए, तो वह शापित हो। पवित्र बाइबल किन्तु चाहे हम हों और चाहे कोई स्वर्गदूत, यदि तुम्हें हमारे द्वारा सुनाये गये सुसमाचार से भिन्न सुसमाचार सुनाता है तो उसे धिक्कार है। Hindi Holy Bible परन्तु यदि हम या स्वर्ग से कोई दूत भी उस सुसमाचार को छोड़ जो हम ने तुम को सुनाया है, कोई और सुसमाचार तुम्हें सुनाए, तो श्रापित हो। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) लेकिन जो शुभ समाचार हमने आप को सुनाया, यदि कोई-चाहे वह स्वयं हम या कोई स्वर्गदूत ही क्यों न हो-उससे भिन्न शुभ समाचार आप को सुनाये, तो वह अभिशप्त हो! पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) परन्तु यदि हम, या स्वर्ग से कोई दूत भी उस सुसमाचार को छोड़ जो हम ने तुम को सुनाया है, कोई और सुसमाचार तुम्हें सुनाए, तो शापित हो। सरल हिन्दी बाइबल किंतु यदि हम या कोई स्वर्गदूत तक उस ईश्वरीय सुसमाचार के अलावा, जो हमने तुम्हें सुनाया है, किसी भिन्न ईश्वरीय सुसमाचार का प्रचार करे तो वह शापित है! इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 परन्तु यदि हम या स्वर्ग से कोई दूत भी उस सुसमाचार को छोड़ जो हमने तुम को सुनाया है, कोई और सुसमाचार तुम्हें सुनाए, तो श्रापित हो। |
“तब वह बाईं ओर वालों से भी कहेगा, ‘हे शापित लोगो, मेरे सामने से उस अनंत आग में चले जाओ जो शैतान और उसके दूतों के लिए तैयार की गई है;
तब वह अपने को कोसने और शपथ खाने लगा, “जिस मनुष्य की तुम बात कर रहे हो, उसे मैं नहीं जानता।”
उन्होंने मुख्य याजकों और धर्मवृद्धों के पास जाकर कहा, “हमने आपस में शपथ खाकर यह ठाना है कि जब तक पौलुस को मार न डालें, तब तक कुछ न चखेंगे।
अब हे भाइयो, मैं तुमसे विनती करता हूँ कि उनसे चौकस रहो जो उस शिक्षा के विपरीत जो तुमने प्राप्त की है फूट डालते और ठोकर का कारण बनते हैं, उनसे दूर ही रहो;
मैं यहाँ तक चाहता था कि अपने उन भाइयों के लिए स्वयं ही शापित होकर मसीह से अलग हो जाता जो शारीरिक रीति से मेरे कुटुंबी,
इसलिए मैं तुम्हें यह बता देता हूँ कि जो परमेश्वर के आत्मा के द्वारा बोलता है, यह नहीं कहता, “यीशु शापित है,” और न कोई पवित्र आत्मा के बिना यह कह सकता है, “यीशु प्रभु है।”
जैसा हम पहले भी कह चुके हैं, वैसा ही मैं अब फिर से कहता हूँ : यदि कोई उस सुसमाचार के विपरीत जो तुमने ग्रहण किया है, कोई अन्य सुसमाचार तुम्हें सुनाए, तो वह शापित हो।
परंतु जितने व्यवस्था के कार्यों पर निर्भर रहते हैं, वे शाप के अधीन हैं, क्योंकि लिखा है : शापित है वह जो व्यवस्था की पुस्तक में लिखी हुई सब बातों का पालन नहीं करता।
मसीह ने हमारे लिए शाप बनकर हमें व्यवस्था के शाप से छुड़ाया (क्योंकि लिखा है : शापित है वह जो काठ पर लटकाया जाता है।),
उनकी आँखें व्यभिचार से भरी हैं और वे पाप करने से नहीं रुकते। वे अस्थिर मनवालों को फुसला लेते हैं। उनका मन लोभ का आदी हो गया है, और वे शापित संतान हैं।