तब वह उनके पास से हटकर रोने लगा। फिर वह उनके पास लौटा और उनसे बातचीत करके शिमोन को उनसे अलग किया तथा उनके सामने उसे बंदी बना लिया।
उत्पत्ति 43:30 - नवीन हिंदी बाइबल अपने भाई को देखकर यूसुफ का मन स्नेह से भर गया और वह यह सोचने लगा कि कहाँ जाकर रोए। वह तुरंत अपनी कोठरी में गया, और वहाँ रो पड़ा। पवित्र बाइबल तब यूसुफ कमरे से बाहर दौड़ गया। यूसुफ बहुत चाहता था कि वह अपने भाईयों को दिखाए कि वह उनसे बहुत प्रेम करता है। वह रोने—रोने सा हो रहा था, किन्तु वह नहीं चाहता था कि उसके भाई उसे रोता देखें। इसलिए वह अपने कमरे में दौड़ता हुआ पहुँचा और वहीं रोया। Hindi Holy Bible तब अपने भाई के स्नेह से मन भर आने के कारण और यह सोचकर, कि मैं कहां जा कर रोऊं, यूसुफ फुर्ती से अपनी कोठरी में गया, और वहां रो पड़ा। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) यूसुफ शीघ्रता से उठा; क्योंकि अपने छोटे भाई के कारण उसका हृदय भर आया था। उसने एकान्त में आँसु बहाने के लिए स्थान खोजा। वह अपने कक्ष में आया और वहाँ रो पड़ा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब अपने भाई के स्नेह से मन भर आने के कारण और यह सोचकर कि मैं कहाँ जाकर रोऊँ, यूसुफ तुरन्त अपनी कोठरी में गया, और वहाँ रो पड़ा। सरल हिन्दी बाइबल यह कहकर योसेफ़ एकदम उठकर चले गए, क्योंकि अपने भाई को देखकर प्यार से उनकी आंखें भर आईं और एकांत में जाकर रोने लगे. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब अपने भाई के स्नेह से मन भर आने के कारण और यह सोचकर कि मैं कहाँ जाकर रोऊँ, यूसुफ तुरन्त अपनी कोठरी में गया, और वहाँ रो पड़ा। |
तब वह उनके पास से हटकर रोने लगा। फिर वह उनके पास लौटा और उनसे बातचीत करके शिमोन को उनसे अलग किया तथा उनके सामने उसे बंदी बना लिया।
तब वह इतनी ज़ोर-ज़ोर से रोया कि मिस्रियों ने सुन लिया, और फ़िरौन के घर के लोगों ने भी इसके बारे में सुना।
तब यूसुफ अपना रथ जुतवाकर अपने पिता इस्राएल से भेंट करने के लिए गोशेन देश को गया। वह उसे देखकर उसके गले से लिपट गया, और बहुत देर तक उसके गले लिपटकर रोता रहा।
अर्थात् पूरी दीनता से और आँसू बहाते हुए और उन परीक्षाओं में जो यहूदियों के षड्यंत्रों के कारण मुझ पर आईं, मैं प्रभु की सेवा करता रहा;
इसलिए जागृत रहो, और स्मरण करो कि मैंने तीन वर्ष तक रात और दिन आँसू बहाते हुए हर एक को चेतावनी देना नहीं छोड़ा।
परमेश्वर मेरा साक्षी है कि मैं मसीह यीशु के प्रेम में तुम सब के लिए कितना लालायित रहता हूँ।
अतः यदि मसीह में कुछ प्रोत्साहन है, प्रेम का ढाढ़स है, आत्मा की सहभागिता है, स्नेह और करुणा है,
अतः तुम परमेश्वर के चुने हुओं के समान जो पवित्र और प्रिय हैं, करुणा, दयालुता, दीनता, नम्रता और सहनशीलता को धारण करो।
तेरे आँसुओं का स्मरण करते हुए मैं तुझसे मिलने की लालसा करता हूँ कि मैं आनंद से भर जाऊँ।
परंतु जिसके पास सांसारिक धन-संपत्ति है और अपने भाई को आवश्यकता में देखकर उसके प्रति अपना हृदय कठोर कर लेता है, तो परमेश्वर का प्रेम उसमें कैसे बना रहेगा?