एसाव ने उस आशीर्वाद के कारण याकूब से बैर रखा जो उसके पिता ने याकूब को दिया था। एसाव ने अपने मन में कहा, “मेरे पिता की मृत्यु के बाद जब विलाप के दिन समाप्त हो जाएँगे, तब मैं अपने भाई याकूब को मार डालूँगा।”
उत्पत्ति 37:18 - नवीन हिंदी बाइबल जब वह दूर ही था तो उन्होंने उसे अपनी ओर आते देखा, और उसके निकट आने से पहले ही उन्होंने उसे मार डालने का षड्यंत्र रचा। पवित्र बाइबल यूसुफ के भाईयों ने बहुत दूर से उसे आते देखा। उन्होंने उसे मार डालने की योजना बनाने का निश्चय किया। Hindi Holy Bible और ज्योंही उन्होंने उसे दूर से आते देखा, तो उसके निकट आने के पहिले ही उसे मार डालने की युक्ति की। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) भाइयों ने उसे दूर से देखा। उसके निकट आने के पूर्व ही उन्होंने उसकी हत्या करने का षड्यन्त्र रचा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) ज्योंही उन्होंने उसे दूर से आते देखा, तो उसके निकट आने के पहले ही उसे मार डालने का षड्यन्त्र रचा। सरल हिन्दी बाइबल जब भाइयों ने दूर से योसेफ़ को आते देखा, उसके नज़दीक आने के पहले ही उन्होंने उसको मार डालने का विचार किया. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 जैसे ही उन्होंने उसे दूर से आते देखा, तो उसके निकट आने के पहले ही उसे मार डालने की युक्ति की। |
एसाव ने उस आशीर्वाद के कारण याकूब से बैर रखा जो उसके पिता ने याकूब को दिया था। एसाव ने अपने मन में कहा, “मेरे पिता की मृत्यु के बाद जब विलाप के दिन समाप्त हो जाएँगे, तब मैं अपने भाई याकूब को मार डालूँगा।”
जब यूसुफ के भाइयों ने देखा कि उनका पिता मर गया है, तो वे कहने लगे, “हो सकता है कि यूसुफ अब हमसे बैर रखे, और जितनी बुराई हमने उससे की है उसका बदला हमसे ले।”
तुम लोग तो मेरे साथ बुराई करना चाहते थे, परंतु परमेश्वर ने उसी को भलाई में बदलने का विचार किया, ताकि बहुत से लोगों के प्राण बच जाएँ, जैसा कि आज प्रकट है।
उसने मिस्रियों के मन को ऐसा फेर दिया कि वे उसकी प्रजा से बैर रखने, और उसके सेवकों से छल-कपट करने लगे।
मेरे प्रेम के बदले में वे मेरा विरोध करते हैं, परंतु मैं तो प्रार्थना में लीन रहता हूँ।
मैंने बहुतों से अपनी निंदा सुनी है; चारों ओर भय ही भय है। उन्होंने मिलकर मेरे विरुद्ध सम्मति की और मेरे प्राण लेने का षड्यंत्र रचा।
परंतु जब किसानों ने पुत्र को देखा तो आपस में कहा, ‘यह तो उत्तराधिकारी है। आओ, इसे मार डालें और इसका उत्तराधिकार हड़प लें।’
जब भोर हुआ, तो सब मुख्य याजकों और लोगों के धर्मवृद्धों ने यीशु के विरुद्ध सम्मति की, कि उसे मार डालें;
परंतु उन किसानों ने आपस में कहा, ‘यह तो उत्तराधिकारी है। आओ, इसे मार डालें, और यह उत्तराधिकार हमारा हो जाएगा।’
दो दिन के बाद फसह और अख़मीरी रोटी का पर्व था। मुख्य याजक और शास्त्री इस खोज में थे कि यीशु को किस प्रकार छल से पकड़कर मार डालें।
जब दिन हुआ तो कुछ यहूदियों ने मिलकर षड्यंत्र रचा और यह कहते हुए आपस में शपथ खाई कि जब तक वे पौलुस को मार न डालें, तब तक न तो खाएँगे और न ही पीएँगे।