सुन, मैं तेरे साथ रहूँगा, और जहाँ कहीं तू जाए वहाँ तेरी रक्षा करूँगा, और तुझे इस देश में लौटा ले आऊँगा। निश्चय ही मैं तुझे तब तक न छोडूँगा जब तक उस प्रतिज्ञा को पूरा न कर लूँ जो मैंने तुझसे की है।”
उत्पत्ति 35:3 - नवीन हिंदी बाइबल आओ, हम उठकर बेतेल को जाएँ; वहाँ मैं परमेश्वर के लिए एक वेदी बनाऊँगा, जिसने संकट के दिन मेरी प्रार्थना सुनी, और जिस मार्ग से होकर मैं चला उसमें वह मेरे साथ रहा।” पवित्र बाइबल हम लोग इस जगह को छोड़ेंगे और बेतेल को जाएँगे। उस जगह में अपने परमेश्वर के लिए एक वेदी बनायेंगे। यह वही परमेश्वर है जो मेरे कष्टों के समय में मेरी सहायता की और जहाँ कहीं मैं गया वह मेरे साथ रहा।” Hindi Holy Bible और आओ, हम यहां से कूच करके बेतेल को जाएं; वहां मैं ईश्वर के लिये एक वेदी बनाऊंगा, जिसने संकट के दिन मेरी सुन ली, और जिस मार्ग से मैं चलता था, उस में मेरे संग रहा। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) तत्पश्चात् हम तैयार होंगे और बेत-एल नगर को जाएंगे। मैं वहाँ उस ईश्वर के लिए एक वेदी निर्मित करूँगा जिसने संकट के दिन मुझे उत्तर दिया था।’ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) और आओ, हम यहाँ से निकल कर बेतेल को जाएँ; वहाँ मैं परमेश्वर के लिये एक वेदी बनाऊँगा, जिसने संकट के दिन मेरी सुन ली, और जिस मार्ग से मैं चलता था, उसमें मेरे संग रहा।” सरल हिन्दी बाइबल उठो, हम बेथेल को चलें ताकि वहां मैं परमेश्वर के लिए एक वेदी बनाऊं, जिन्होंने संकट की स्थिति में मेरी दोहाई सुनी तथा जहां-जहां मैं गया जिनकी उपस्थिति मेरे साथ साथ रही.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और आओ, हम यहाँ से निकलकर बेतेल को जाएँ; वहाँ मैं परमेश्वर के लिये एक वेदी बनाऊँगा, जिसने संकट के दिन मेरी सुन ली, और जिस मार्ग से मैं चलता था, उसमें मेरे संग रहा।” |
सुन, मैं तेरे साथ रहूँगा, और जहाँ कहीं तू जाए वहाँ तेरी रक्षा करूँगा, और तुझे इस देश में लौटा ले आऊँगा। निश्चय ही मैं तुझे तब तक न छोडूँगा जब तक उस प्रतिज्ञा को पूरा न कर लूँ जो मैंने तुझसे की है।”
तब यहोवा ने याकूब से कहा, “अपने पूर्वजों के देश और अपनी जन्मभूमि को लौट जा, और मैं तेरे साथ रहूँगा।”
मेरे पिता का परमेश्वर, अर्थात् अब्राहम का परमेश्वर, जिसका भय इसहाक भी मानता है, यदि मेरी ओर न होता तो निश्चय तू मुझे खाली हाथ भगा देता। परमेश्वर ने मेरे दुःख और मेरे हाथों के परिश्रम को देखा और कल रात तुझे डाँटा।”
तब याकूब बहुत डरा और घबरा गया; और उसने अपने लोगों को जो उसके साथ थे, और भेड़-बकरियों, और गाय-बैलों, और ऊँटों को दो अलग-अलग दलों में बाँट दिया,
अतः उनके पास जितने पराए देवता थे, और उनके कानों में जितने कुंडल थे, वे सब उन्होंने याकूब को दे दिए; और उसने उन्हें उस बांजवृक्ष के नीचे गाड़ दिया जो शकेम के पास है।
वहाँ उसने एक वेदी बनाई और उस स्थान का नाम एलबेतेल रखा, क्योंकि जब वह अपने भाई के डर से भाग रहा था तब परमेश्वर ने उसे वहीं दर्शन दिया था।
फिर उसने यह कहते हुए यूसुफ को आशीर्वाद दिया, “वह परमेश्वर जिसके सामने मेरे पूर्वज अब्राहम और इसहाक चलते थे, वही परमेश्वर जन्म से लेकर आज तक मेरा चरवाहा रहा है;
लोग यहोवा की करुणा के कारण, और उन आश्चर्यकर्मों के कारण जो वह मनुष्यों के लिए करता है, उसका धन्यवाद करें!
जब वह मुझे पुकारेगा, तब मैं उसकी सुनूँगा; संकट में मैं उसके साथ रहूँगा; मैं उसे बचाकर उसका सम्मान बढ़ाऊँगा।