उसने अब्राम को यह आशीर्वाद दिया : “परमप्रधान परमेश्वर की ओर से, जो आकाश और पृथ्वी का सृष्टिकर्ता है, तू धन्य हो।
उत्पत्ति 24:3 - नवीन हिंदी बाइबल और मुझसे आकाश और पृथ्वी के परमेश्वर यहोवा की शपथ खा कि जिन कनानियों के मध्य मैं रहता हूँ, तू उनकी बेटियों में से किसी को मेरे बेटे की पत्नी होने के लिए नहीं चुनेगा। पवित्र बाइबल अब मैं चाहता हूँ कि तुम मुझे एक वचन दो। धरती और आकाश के परमेश्वर यहोवा के सामने तुम वचन दो कि तुम कनान की किसी लड़की से मेरे पुत्र का विवाह नहीं होने दोगे। हम लोग उनके बीच रहते हैं, किन्तु एक कनानी लड़की से उसे विवाह न करने दो। Hindi Holy Bible और मुझ से आकाश और पृथ्वी के परमेश्वर यहोवा की इस विषय में शपथ खा, कि तू मेरे पुत्र के लिये कनानियों की लड़कियों में से जिनके बीच मैं रहता हूं, किसी को न ले आएगा। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) मैं तुम्हें स्वर्ग और पृथ्वी के प्रभु परमेश्वर की शपथ खिलाता हूँ कि तुम मेरे पुत्र के लिए कनानी जाति की कन्याओं में से, जिनके देश में मैं निवास करता हूँ, वधू नहीं लाओगे। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) और मुझ से आकाश और पृथ्वी के परमेश्वर यहोवा की इस विषय में शपथ खा कि तू मेरे पुत्र के लिये कनानियों की लड़कियों में से, जिनके बीच मैं रहता हूँ, किसी को न लाएगा। सरल हिन्दी बाइबल मैं चाहता हूं कि तुम स्वर्ग एवं पृथ्वी के परमेश्वर याहवेह की शपथ खाओ कि तुम इन कनानियों की पुत्रियों में से, जिनके बीच हम रह रहे हैं, मेरे बेटे की शादी नहीं कराओगे, इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और मुझसे आकाश और पृथ्वी के परमेश्वर यहोवा की इस विषय में शपथ खा, कि तू मेरे पुत्र के लिये कनानियों की लड़कियों में से, जिनके बीच मैं रहता हूँ, किसी को न लाएगा। |
उसने अब्राम को यह आशीर्वाद दिया : “परमप्रधान परमेश्वर की ओर से, जो आकाश और पृथ्वी का सृष्टिकर्ता है, तू धन्य हो।
अब्राम ने सदोम के राजा से कहा, “मैंने परमप्रधान परमेश्वर यहोवा की, जो आकाश और पृथ्वी का सृष्टिकर्ता है, यह शपथ ली है,
इसलिए यहाँ मेरे सामने परमेश्वर की शपथ खा कि तू मेरे साथ, मेरी संतान और मेरे वंशजों के साथ कभी छल न करेगा। जैसी करुणा मैंने तुझ पर की है वैसी ही तू मुझ पर और इस देश पर करता रहेगा, जिसमें तू परदेशी है।”
स्वर्ग का परमेश्वर यहोवा मुझे मेरे पिता के घर और मेरी जन्मभूमि से ले आया और मुझसे शपथ खाई और कहा, ‘मैं यह देश तेरे वंश को दूँगा।’ वही परमेश्वर यहोवा अपना दूत तेरे आगे-आगे भेजेगा कि तू वहाँ से मेरे बेटे के लिए पत्नी ले आए।
फिर रिबका ने इसहाक से कहा, “इन हित्ती लड़कियों के कारण तो मैं अपने ही जीवन से दुःखी हो गई हूँ; यदि याकूब भी इस देश की किसी लड़की से, अर्थात् किसी हित्ती लड़की से विवाह कर लेता है, तो मेरे जीवन का क्या लाभ?”
तब इसहाक ने याकूब को बुलाकर उसे आशीर्वाद दिया, और यह आज्ञा दी, “तू किसी कनानी लड़की से विवाह न करना।
हम आपस में विवाह किया करें; हमें अपनी बेटियाँ दिया करो, और तुम हमारी बेटियाँ विवाह में लिया करो।
वहाँ यहूदा ने शूआ नामक एक कनानी पुरुष की बेटी को देखा, और उससे विवाह करके उसके पास गया।
फिर उसने कहा, “मुझसे शपथ खा।” अत: उसने उससे शपथ खाई। तब इस्राएल ने खाट के सिरहाने की ओर झुककर आराधना की।
फिर यूसुफ ने इस्राएलियों को यह कहकर शपथ खिलाई, “जब परमेश्वर तुम्हारी सुधि ले, तो मेरी हड्डियों को यहाँ से उस देश में ले जाना।”
तब परमेश्वर के पुत्रों ने मनुष्य की पुत्रियों को देखा कि वे सुंदर हैं, और उन्होंने जिस-जिस को चाहा उसे अपनी पत्नी बना लिया।
उन दिनों में पृथ्वी पर दानव रहते थे, और बाद में भी थे जब परमेश्वर के पुत्रों ने मनुष्यों की पुत्रियों के पास जाकर उनसे संतान उत्पन्न की। ये प्राचीनकाल के शूरवीर और सुप्रसिद्ध मनुष्य थे।
“तू अपने परमेश्वर यहोवा का नाम व्यर्थ न लेना; क्योंकि जो यहोवा का नाम व्यर्थ लेता है उसे वह निर्दोष न ठहराएगा।
तो उन दोनों के बीच यहोवा की शपथ खिलाई जाए कि उसने अपने पड़ोसी की संपत्ति पर हाथ नहीं डाला है। तब संपत्ति का स्वामी इसे स्वीकार करे, और दूसरे को उसका कुछ भी भरना न पड़े।
“जो कुछ मैंने तुमसे कहा है उस पर पूरा-पूरा ध्यान देना; और दूसरे देवताओं के नाम की चर्चा तक न करना, और न ही उनका नाम तुम्हारे मुँह से सुनाई दे।
और तू उनकी बेटियों को अपने बेटों के लिए लाए, और उनकी बेटियाँ अपने देवताओं का अनुसरण करने का व्यभिचार करें, तथा तेरे बेटों से भी अपने देवताओं का अनुसरण करने का व्यभिचार करवाएँ।
तुम मेरे नाम की झूठी शपथ न खाना, और अपने परमेश्वर का नाम अपवित्र न करना। मैं यहोवा हूँ।
जब तक किसी स्त्री का पति जीवित है तब तक वह उसी से बँधी हुई है; परंतु यदि उसका पति मर जाए तो वह स्वतंत्र है कि जिससे चाहे विवाह कर ले, परंतु केवल प्रभु में।
मनुष्य तो अपने से किसी बड़े की शपथ खाते हैं, और शपथ से वह बात पक्की होकर उनके हर विवाद का अंत कर देती है।