तो क्या व्यवस्था परमेश्वर की प्रतिज्ञाओं के विरुद्ध है? कदापि नहीं! क्योंकि यदि ऐसी व्यवस्था दी गई होती जो जीवन प्रदान कर सकती थी तो वास्तव में धार्मिकता व्यवस्था से होती।
इब्रानियों 8:7 - नवीन हिंदी बाइबल यदि पहली वाचा निर्दोष होती तो दूसरी को ढूँढ़ने की आवश्यकता न होती। पवित्र बाइबल क्योंकि यदि पहली वाचा में कोई भी खोट नहीं होता तो दूसरे वाचा के लिए कोई स्थान ही नहीं रह जाता। Hindi Holy Bible क्योंकि यदि वह पहिली वाचा निर्दोष होती, तो दूसरी के लिये अवसर न ढूंढ़ा जाता। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) यदि पहला विधान परिपूर्ण होता, तो उसके स्थान पर दूसरे की क्या आवश्यकता थी? पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) क्योंकि यदि वह पहली वाचा निर्दोष होती, तो दूसरी के लिये अवसर न ढूँढ़ा जाता। सरल हिन्दी बाइबल यदि वह पहली वाचा निर्दोष होती तो दूसरी की ज़रूरत ही न होती. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 क्योंकि यदि वह पहली वाचा निर्दोष होती, तो दूसरी के लिये अवसर न ढूँढ़ा जाता। |
तो क्या व्यवस्था परमेश्वर की प्रतिज्ञाओं के विरुद्ध है? कदापि नहीं! क्योंकि यदि ऐसी व्यवस्था दी गई होती जो जीवन प्रदान कर सकती थी तो वास्तव में धार्मिकता व्यवस्था से होती।
अब यदि सिद्धता लेवीय याजक पद के द्वारा प्राप्त होती (क्योंकि इसी आधार पर लोगों को व्यवस्था प्राप्त हुई थी), तो फिर किसी दूसरे याजक के खड़े होने की क्या आवश्यकता थी जो हारून की रीति के अनुसार न होकर मलिकिसिदक की रीति के अनुसार हो?
परंतु यीशु को श्रेष्ठ सेवा प्राप्त हुई है, यहाँ तक कि वह उस उत्तम वाचा का मध्यस्थ भी ठहरा, जो उत्तम प्रतिज्ञाओं पर आधारित है।