मैं यहोवा के वचन का प्रचार करूँगा : उसने मुझसे कहा, “तू मेरा पुत्र है, आज तू मुझसे उत्पन्न हुआ है।
इब्रानियों 5:5 - नवीन हिंदी बाइबल इसी प्रकार, मसीह ने भी महायाजक बनने की महिमा स्वयं नहीं ली, बल्कि उसे उसने दी जिसने उससे कहा था : तू मेरा पुत्र है, आज ही मैंने तुझे उत्पन्न किया है। पवित्र बाइबल इसी प्रकार मसीह ने भी महायाजक बनने की महिमा को स्वयं ग्रहण नहीं किया, बल्कि परमेश्वर ने उससे कहा, “तू मेरा पुत्र है; आज मैं तेरा पिता बना हूँ।” Hindi Holy Bible वैसे ही मसीह ने भी महायाजक बनने की बड़ाई अपने आप से नहीं ली, पर उस को उसी ने दी, जिस ने उस से कहा था, कि तू मेरा पुत्र है, आज मैं ही ने तुझे जन्माया है। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) इसी प्रकार, मसीह ने अपने को महापुरोहित बनने का गौरव नहीं प्रदान किया; किन्तु परमेश्वर ने किया और उन से कहा, “तू मेरा पुत्र है, आज मैं ने तुझे उत्पन्न किया है।” पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) वैसे ही मसीह ने भी महायाजक बनने की बड़ाई अपने आप से नहीं ली, पर उसको उसी ने दी, जिसने उससे कहा था, “तू मेरा पुत्र है, आज मैं ही ने तुझे उत्पन्न किया है।” सरल हिन्दी बाइबल इसी प्रकार मसीह ने भी महापुरोहित के पद पर बैठने के लिए स्वयं को ऊंचा नहीं किया परंतु उन्होंने, जिन्होंने उनसे यह कहा, “तुम मेरे पुत्र हो; आज मैं तुम्हारा पिता हुआ हूं.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 वैसे ही मसीह ने भी महायाजक बनने की महिमा अपने आप से नहीं ली, पर उसको उसी ने दी, जिसने उससे कहा था, “तू मेरा पुत्र है, आज मैं ही ने तुझे जन्माया है।” (भज. 2:7) |
मैं यहोवा के वचन का प्रचार करूँगा : उसने मुझसे कहा, “तू मेरा पुत्र है, आज तू मुझसे उत्पन्न हुआ है।
“क्योंकि परमेश्वर ने जगत से ऐसा प्रेम रखा कि उसने अपना एकलौता पुत्र दे दिया, ताकि जो कोई उस पर विश्वास करे वह नाश न हो, परंतु अनंत जीवन पाए।
जो अपनी ओर से बोलता है वह अपनी प्रशंसा चाहता है, परंतु जो अपने भेजनेवाले की प्रशंसा चाहता है वह सच्चा है, और उसमें कोई अधर्म नहीं।
यीशु ने उत्तर दिया,“यदि मैं अपने आपको महिमा दूँ तो मेरी महिमा कुछ भी नहीं है। मुझे महिमा देनेवाला मेरा पिता है, जिसे तुम अपना परमेश्वर कहते हो।
परमेश्वर ने यीशु को जिलाकर उनकी संतानों अर्थात् हमारे लिए उसी प्रतिज्ञा को पूरा किया, जैसा दूसरे भजन में भी लिखा है : तू मेरा पुत्र है, आज ही मैंने तुझे उत्पन्न किया है।
जो कार्य शरीर के दुर्बल होने के कारण व्यवस्था से असंभव था, उसे परमेश्वर ने किया अर्थात् अपने पुत्र को पापमय शरीर की समानता में और पापबलि होने के लिए भेजकर शरीर में पाप को दोषी ठहराया,
प्राचीन काल में परमेश्वर ने भविष्यवक्ताओं के द्वारा पूर्वजों से बार-बार और अनेक प्रकार से बातें कीं,
स्वर्गदूतों में से उसने कब किसी से यह कहा : तू मेरा पुत्र है, आज ही मैंने तुझे उत्पन्न किया है, और फिर यह, मैं उसका पिता होऊँगा और वह मेरा पुत्र होगा।
इस कारण यह आवश्यक था कि वह सब बातों में अपने भाइयों के समान बने, जिससे वह परमेश्वर से संबंधित बातों में दयालु और विश्वासयोग्य महायाजक बनकर लोगों के पापों का प्रायश्चित्त करे।
इसलिए हे पवित्र भाइयो, तुम जो स्वर्गीय बुलाहट में सहभागी हो, यीशु पर ध्यान दो जिसे हम प्रेरित और महायाजक मानते हैं।