1 यूहन्ना 5:10 - नवीन हिंदी बाइबल जो परमेश्वर के पुत्र पर विश्वास करता है, वह स्वयं में यह साक्षी रखता है। जो परमेश्वर पर विश्वास नहीं करता उसने उसे झूठा ठहरा दिया है, क्योंकि उसने उस साक्षी पर विश्वास नहीं किया जो परमेश्वर ने अपने पुत्र के विषय में दी है। पवित्र बाइबल वह जो परमेश्वर के पुत्र में विश्वास रखता है, वह अपने भीतर उस साक्षी को रखता है। परमेश्वर ने जो कहा है, उस पर जो विश्वास नहीं रखता, वह परमेश्वर को झूठा ठहराता है। क्योंकि उसने उस साक्षी का विश्वास नहीं किया है, जो परमेश्वर ने अपने पुत्र के विषय में दी है। Hindi Holy Bible जो परमेश्वर के पुत्र पर विश्वास करता है, वह अपने ही में गवाही रखता है; जिस ने परमेश्वर को प्रतीति नहीं की, उस ने उसे झूठा ठहराया; क्योंकि उस ने उस गवाही पर विश्वास नहीं किया, जो परमेश्वर ने अपने पुत्र के विषय में दी है। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) जो परमेश्वर के पुत्र में विश्वास करता है, उसके हृदय में परमेश्वर की यह साक्षी विद्यमान है। जो परमेश्वर में विश्वास नहीं करता, वह उसे झूठा समझता है; क्योंकि वह पुत्र के विषय में परमेश्वर की साक्षी स्वीकार नहीं करता। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) जो परमेश्वर के पुत्र पर विश्वास करता है वह अपने ही में गवाही रखता है। जिसने परमेश्वर पर विश्वास नहीं किया उसने उसे झूठा ठहराया, क्योंकि उसने उस गवाही पर विश्वास नहीं किया जो परमेश्वर ने अपने पुत्र के विषय में दी है। सरल हिन्दी बाइबल जो कोई परमेश्वर-पुत्र में विश्वास करता है, उसमें यही गवाही भीतर छिपी है. जिसका विश्वास परमेश्वर में नहीं है, उसने उन्हें झूठा ठहरा दिया है क्योंकि उसने परमेश्वर के अपने पुत्र के विषय में दी गई उस गवाही में विश्वास नहीं किया. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 जो परमेश्वर के पुत्र पर विश्वास करता है, वह अपने ही में गवाही रखता है; जिसने परमेश्वर पर विश्वास नहीं किया, उसने उसे झूठा ठहराया; क्योंकि उसने उस गवाही पर विश्वास नहीं किया, जो परमेश्वर ने अपने पुत्र के विषय में दी है। |
क्योंकि यहोवा कुटिल मनुष्य से घृणा करता है, परंतु सीधे लोगों पर वह अपने भेद प्रकट करता है।
“क्योंकि परमेश्वर ने जगत से ऐसा प्रेम रखा कि उसने अपना एकलौता पुत्र दे दिया, ताकि जो कोई उस पर विश्वास करे वह नाश न हो, परंतु अनंत जीवन पाए।
जो उस पर विश्वास करता है, वह दोषी नहीं ठहराया जाता, परंतु जो विश्वास नहीं करता, वह दोषी ठहराया जा चुका है; क्योंकि उसने परमेश्वर के एकलौते पुत्र के नाम पर विश्वास नहीं किया।
और उसका वचन तुममें बना नहीं रहता, क्योंकि जिसे उसने भेजा है तुम उसका विश्वास नहीं करते।
[फिलिप्पुस ने कहा, “यदि तू पूरे मन से विश्वास करता है, तो ले सकता है।” उसने उत्तर दिया, “मैं विश्वास करता हूँ कि यीशु मसीह परमेश्वर का पुत्र है।”]
मेरे कहने का अर्थ यह है कि उत्तराधिकारी जब तक बच्चा है, तब तक सब वस्तुओं का स्वामी होने पर भी उसमें और किसी दास में कोई अंतर नहीं,
क्योंकि तुम पुत्र हो, इसलिए परमेश्वर ने अपने पुत्र के आत्मा को हमारे हृदयों में भेजा है जो “हे अब्बा, हे पिता” कहकर पुकारता है।
हे भाइयो, सावधान रहो, कहीं ऐसा न हो कि तुममें से किसी का मन बुरा और अविश्वासी हो और वह तुम्हें जीवित परमेश्वर से दूर कर दे।
अतः भविष्यवक्ताओं का जो वचन हमारे पास है वह और भी अधिक दृढ़ ठहरा। तुम यह अच्छा करते हो जो उस वचन पर यह जानकर ध्यान देते हो कि वह एक ऐसा दीपक है, जो अंधेरे स्थान में तब तक प्रकाश देता रहता है जब तक पौ न फटे और भोर का तारा तुम्हारे हृदय में उदय न हो जाए।
प्रत्येक जो यह विश्वास करता है कि यीशु ही मसीह है, वह परमेश्वर से उत्पन्न हुआ है और प्रत्येक जो अपने पिता से प्रेम रखता है वह उससे भी प्रेम रखता है जो पिता से उत्पन्न हुआ है।
तब अजगर उस स्त्री पर क्रोधित हुआ, और उसकी बाकी संतान से, जो परमेश्वर की आज्ञाओं को मानती है और यीशु की साक्षी पर स्थिर है, युद्ध करने को निकल पड़ा;
“जिसके पास कान हों वह सुन ले कि आत्मा कलीसियाओं से क्या कहता है : जो जय पाए उसे मैं गुप्त मन्ना में से दूँगा, और उसे एक श्वेत पत्थर भी दूँगा जिस पर एक नया नाम लिखा हुआ होगा, जिसे उसके प्राप्त करनेवाले को छोड़ और कोई न जान पाएगा।