तू बदला न लेना, और न अपने लोगों से बैर रखना, बल्कि अपने भाई से अपने समान प्रेम रखना। मैं यहोवा हूँ।
1 यूहन्ना 4:21 - नवीन हिंदी बाइबल हमें उससे यह आज्ञा मिली है कि जो परमेश्वर से प्रेम रखता है वह अपने भाई से भी प्रेम रखे। पवित्र बाइबल मसीह से हमें यह आदेश मिला है। वह जो परमेश्वर को प्रेम करता है, उसे अपने भाई से भी प्रेम करना चाहिए। Hindi Holy Bible और उस से हमें यह आज्ञा मिली है, कि जो कोई अपने परमेश्वर से प्रेम रखता है, वह अपने भाई से भी प्रेम रखे॥ पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) इसलिए हमें मसीह से यह आदेश मिला है कि जो परमेश्वर से प्रेम करता है, उसे अपने भाई-बहिनों से भी प्रेम करना चाहिए। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) उससे हमें यह आज्ञा मिली है, कि जो कोई परमेश्वर से प्रेम रखता है वह अपने भाई से भी प्रेम रखे। सरल हिन्दी बाइबल यह आज्ञा हमें उन्हीं से प्राप्त हुई है कि वह, जो परमेश्वर से प्रेम करता है, साथी विश्वासी से भी प्रेम करे. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और उससे हमें यह आज्ञा मिली है, कि जो कोई अपने परमेश्वर से प्रेम रखता है, वह अपने भाई से भी प्रेम रखे। |
तू बदला न लेना, और न अपने लोगों से बैर रखना, बल्कि अपने भाई से अपने समान प्रेम रखना। मैं यहोवा हूँ।
“तुमने सुना है कि कहा गया था : तू अपने पड़ोसी से प्रेम रखना , और अपने शत्रु से घृणा करना।
क्योंकि संपूर्ण व्यवस्था एक ही वाक्य में पूरी हो जाती है : तू अपने पड़ोसी से अपने समान प्रेम रखना।
मसीह यीशु में न तो ख़तने का कुछ महत्त्व है और न ही बिना ख़तने का, परंतु केवल उस विश्वास का जो प्रेम के द्वारा कार्य करता है।
अब भाईचारे के प्रेम के विषय में यह आवश्यक नहीं कि मैं तुम्हें कुछ लिखूँ, क्योंकि आपस में प्रेम रखना तुमने स्वयं परमेश्वर से सीखा है;
सब से बढ़कर, एक दूसरे के प्रति गहरा प्रेम रखो, क्योंकि प्रेम बहुत से पापों को ढाँप देता है।
हे प्रियो, मैं तुम्हारे लिए कोई नई आज्ञा नहीं, परंतु वही पुरानी आज्ञा लिख रहा हूँ जो तुम्हें आरंभ से मिली है। यह पुरानी आज्ञा वह वचन है जो तुमने आरंभ से सुना है।
हम जानते हैं कि हम मृत्यु में से निकलकर जीवन में प्रवेश कर चुके हैं क्योंकि हम भाइयों से प्रेम रखते हैं। जो प्रेम नहीं रखता वह मृत्यु में बना रहता है।
बच्चो, हम अपने शब्द या जीभ से ही नहीं, बल्कि कार्य और सच्चाई के द्वारा भी प्रेम रखें।
उसकी आज्ञा यह है कि हम उसके पुत्र यीशु मसीह के नाम पर विश्वास करें और जैसे उसने हमें आज्ञा दी, हम एक दूसरे से प्रेम रखें।