1 पतरस 4:18 - नवीन हिंदी बाइबल और यदि धर्मी जन कठिनाई से उद्धार प्राप्त करेगा, तो भक्तिहीन और पापी का क्या होगा? पवित्र बाइबल “यदि एक धार्मिक व्यक्ति का ही उद्धार पाना कठिन है तो परमेश्वर विहीन और पापियों के साथ क्या घटेगा।” Hindi Holy Bible और यदि धर्मी व्यक्ति ही कठिनता से उद्धार पाएगा, तो भक्तिहीन और पापी का क्या ठिकाना? पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) यदि धर्मी को कठिनाई से मुक्ति मिलती है, तो विधर्मी और पापी का क्या होगा? पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) और “यदि धर्मी व्यक्ति ही कठिनाई से उद्धार पाएगा, तो भक्तिहीन और पापी का क्या ठिकाना?” सरल हिन्दी बाइबल और, “यदि धर्मी का ही उद्धार कठिन होता है तो भक्तिहीन व पापी का क्या होगा?” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और “यदि धर्मी व्यक्ति ही कठिनता से उद्धार पाएगा, तो भक्तिहीन और पापी का क्या ठिकाना?” (नीति. 11:31) |
और शिष्यों के मनों को दृढ़ करते और यह कहकर विश्वास में बने रहने के लिए प्रोत्साहित करते रहे, “हमें बड़े क्लेश उठाकर परमेश्वर के राज्य में प्रवेश करना होगा।”
और कहा, ‘हे पौलुस, मत डर! तुझे कैसर के सामने खड़ा होना अवश्य है, और देख, परमेश्वर ने इन सब को जो तेरे साथ यात्रा कर रहे हैं, तुझे सौंप दिया है।’
तब पौलुस ने शतपति और सैनिकों से कहा, “यदि ये जहाज़ पर नहीं रहे, तो तुम भी बच नहीं सकते।”
परमेश्वर का प्रकोप उन लोगों की समस्त अभक्ति और अधार्मिकता पर स्वर्ग से प्रकट होता है जो सत्य को अधर्म से दबाए रखते हैं,
परंतु परमेश्वर हमारे प्रति अपने प्रेम को इस प्रकार प्रकट करता है कि जब हम पापी ही थे, तब मसीह हमारे लिए मरा।
हम यह भी जानते हैं कि व्यवस्था धर्मी जन के लिए नहीं बल्कि अधर्मियों और उपद्रवियों, भक्तिहीनों और पापियों, अपवित्र और अशुद्ध लोगों, माता-पिता को मार डालनेवालों, हत्यारों,
इसलिए जब उसके विश्राम में प्रवेश करने की प्रतिज्ञा अब तक बनी हुई है, तो हम सतर्क रहें, कहीं ऐसा न हो कि तुममें से कोई उससे वंचित रह जाए।
सचेत और जागते रहो। तुम्हारा विरोधी शैतान, गरजनेवाले सिंह के समान इस ताक में रहता है कि किसको फाड़ खाए।
परंतु उसी वचन के द्वारा यह आकाश और यह पृथ्वी आग से भस्म किए जाने के लिए रखे गए हैं तथा ये अधर्मी मनुष्यों के न्याय और विनाश के दिन तक ऐसे ही रखे रहेंगे।
कि सब का न्याय करे और प्रत्येक प्राणी को उनके अभक्ति के सब कार्यों के लिए जो उन्होंने भक्तिहीन दशा में किए, और उन सब कठोर बातों के लिए जो भक्तिहीन पापियों ने उसके विरुद्ध कहीं, दोषी ठहराए।”