यीशु ने उनको उत्तर दिया, “मैं तुम से सच कहता हूँ; यदि तुम विश्वास रखो, और सन्देह न करो; तो न केवल यह करोगे, जो इस अंजीर के पेड़ से किया गया है; परन्तु यदि इस पहाड़ से भी कहोगे, कि उखड़ जा, और समुद्र में जा पड़, तो यह हो जाएगा।
लूका 12:57 - इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 “तुम आप ही निर्णय क्यों नहीं कर लेते, कि उचित क्या है? पवित्र बाइबल “जो उचित है, उसके निर्णायक तुम अपने आप क्यों नहीं बनते? Hindi Holy Bible और तुम आप ही निर्णय क्यों नहीं कर लेते, कि उचित क्या है? पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) “तुम स्वयं क्यों नहीं फैसला कर लेते कि न्यायसंगत क्या है? पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) “तुम आप ही निर्णय क्यों नहीं कर लेते कि उचित क्या है? नवीन हिंदी बाइबल “तुम अपने आप ही निर्णय क्यों नहीं करते कि उचित क्या है? सरल हिन्दी बाइबल “तुम स्वयं अपने लिए सही गलत का फैसला क्यों नहीं कर लेते? |
यीशु ने उनको उत्तर दिया, “मैं तुम से सच कहता हूँ; यदि तुम विश्वास रखो, और सन्देह न करो; तो न केवल यह करोगे, जो इस अंजीर के पेड़ से किया गया है; परन्तु यदि इस पहाड़ से भी कहोगे, कि उखड़ जा, और समुद्र में जा पड़, तो यह हो जाएगा।
क्योंकि यूहन्ना धार्मिकता के मार्ग से तुम्हारे पास आया, और तुम ने उस पर विश्वास नहीं किया: पर चुंगी लेनेवालों और वेश्याओं ने उसका विश्वास किया: और तुम यह देखकर बाद में भी न पछताए कि उसका विश्वास कर लेते।
ज्यों ही उनकी कोंपलें निकलती हैं, तो तुम देखकर आप ही जान लेते हो, कि ग्रीष्मकाल निकट है।
उसने बहुत और बातों से भी गवाही दे देकर समझाया कि अपने आपको इस टेढ़ी जाति से बचाओ। (व्यव. 32:5, भज. 78:8)
तुम स्वयं ही विचार करो, क्या स्त्री को बिना सिर ढके परमेश्वर से प्रार्थना करना उचित है?
क्या स्वाभाविक रीति से भी तुम नहीं जानते, कि यदि पुरुष लम्बे बाल रखे, तो उसके लिये अपमान है।
भला होता कि ये बुद्धिमान होते, कि इसको समझ लेते, और अपने अन्त का विचार करते! (लूका 19:42)