तत्र यः सतामसताञ्चोपरि प्रभाकरम् उदाययति, तथा धार्म्मिकानामधार्म्मिकानाञ्चोपरि नीरं वर्षयति तादृशो यो युष्माकं स्वर्गस्थः पिता, यूयं तस्यैव सन्ताना भविष्यथ।
लूका 18:6 - सत्यवेदः। Sanskrit NT in Devanagari पश्चात् प्रभुरवदद् असावन्यायप्राड्विवाको यदाह तत्र मनो निधध्वं। अधिकानि संस्करणानिসত্যৱেদঃ। Sanskrit Bible (NT) in Assamese Script পশ্চাৎ প্ৰভুৰৱদদ্ অসাৱন্যাযপ্ৰাড্ৱিৱাকো যদাহ তত্ৰ মনো নিধধ্ৱং| সত্যবেদঃ। Sanskrit Bible (NT) in Bengali Script পশ্চাৎ প্রভুরৱদদ্ অসাৱন্যাযপ্রাড্ৱিৱাকো যদাহ তত্র মনো নিধধ্ৱং| သတျဝေဒး၊ Sanskrit Bible (NT) in Burmese Script ပၑ္စာတ် ပြဘုရဝဒဒ် အသာဝနျာယပြာဍွိဝါကော ယဒါဟ တတြ မနော နိဓဓွံ၊ satyavEdaH| Sanskrit Bible (NT) in Cologne Script pazcAt prabhuravadad asAvanyAyaprAPvivAkO yadAha tatra manO nidhadhvaM| સત્યવેદઃ। Sanskrit Bible (NT) in Gujarati Script પશ્ચાત્ પ્રભુરવદદ્ અસાવન્યાયપ્રાડ્વિવાકો યદાહ તત્ર મનો નિધધ્વં| satyavedaH| Sanskrit Bible (NT) in Harvard-Kyoto Script pazcAt prabhuravadad asAvanyAyaprADvivAko yadAha tatra mano nidhadhvaM| |
तत्र यः सतामसताञ्चोपरि प्रभाकरम् उदाययति, तथा धार्म्मिकानामधार्म्मिकानाञ्चोपरि नीरं वर्षयति तादृशो यो युष्माकं स्वर्गस्थः पिता, यूयं तस्यैव सन्ताना भविष्यथ।
प्रभुस्तां विलोक्य सानुकम्पः कथयामास, मा रोदीः। स समीपमित्वा खट्वां पस्पर्श तस्माद् वाहकाः स्थगितास्तम्युः;
स स्वशिष्याणां द्वौ जनावाहूय यीशुं प्रति वक्ष्यमाणं वाक्यं वक्तुं प्रेषयामास, यस्यागमनम् अपेक्ष्य तिष्ठामो वयं किं स एव जनस्त्वं? किं वयमन्यमपेक्ष्य स्थास्यामः?