जैसे नरकुल पानी की मार से कांपता है वैसे इस्राएल प्रदेश परमेश्वर की मार से कांपेगा। वह इस्राएलियों को इस हरी-भरी उपजाऊ भूमि से उखाड़ देगा, जो उसने उनके पूर्वजों को प्रदान की थी। वह उन्हें फरात नदी के उस पार बिखेर देगा, क्योंकि उन्होंने अशेराह देवी के खम्भों की प्रतिष्ठा कर उनकी पूजा की और इस प्रकार प्रभु को चिढ़ाया।
होशे के राज्य-काल के नौवें वर्ष में असीरिया देश के राजा ने राजधानी सामरी नगर पर अधिकार कर लिया। वह इस्राएलियों को बन्दी बनाकर असीरिया देश में ले गया। उसने इस्राएलियों को हलह नगर में तथा गोजान क्षेत्र की हाबोर नदी के तट पर, और मादय देश के नगरों में बसाया।
प्रभु यों कहता है, देख मैं इस स्थान पर, इसके सब निवासियों पर विपत्ति ढाहूंगा। इस पुस्तक की जो बातें यहूदा प्रदेश के राजा ने पढ़ी हैं, उनको मैं पूर्ण करूंगा।
जब लोग तुझ से पूछेंगे, कि “हमारे प्रभु परमेश्वर ने हमारे साथ ऐसा व्यवहार क्यों किया?” तब तुम उनसे यह कहना, “जैसे हम ने प्रभु परमेश्वर को त्याग कर अपने देश में विदेशी कौमों के देवी-देवताओं की सेवा की थी, वैसे ही हमें पराए देश में विदेशी लोगों की सेवा करनी पड़ेगी।”
‘ओ इस्राएल! जब तेरे साथ ये सब बातें घटेंगी, तुझ पर ये आशिषें और अभिशाप पड़ेंगे, जिनको मैंने तेरे सम्मुख प्रस्तुत किया है, और जब उन राष्ट्रों में तेरे लोग अपने हृदय में विचार करेंगे, जहाँ तेरे प्रभु परमेश्वर ने उन्हें जाने को बाध्य किया है,