रोमियों 1:25 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)25 उन्होंने परमेश्वर के सत्य के स्थान पर झूठ को अपनाया और सृष्ट वस्तुओं की उपासना और आराधना की, किन्तु उस सृष्टिकर्ता की नहीं, जो युगों-युगों तक धन्य है। आमेन! अध्याय देखेंपवित्र बाइबल25 उन्होंने झूठ के साथ परमेश्वर के सत्य का सौदा किया और वे सृष्टि के बनाने वाले को छोड़ कर उसकी बनायी सृष्टि की उपासना सेवा करने लगे। परमेश्वर धन्य है। आमीन। अध्याय देखेंHindi Holy Bible25 क्योंकि उन्होंने परमेश्वर की सच्चाई को बदलकर झूठ बना डाला, और सृष्टि की उपासना और सेवा की, न कि उस सृजनहार की जो सदा धन्य है। आमीन॥ अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)25 क्योंकि उन्होंने परमेश्वर की सच्चाई को बदलकर झूठ बना डाला, और सृष्टि की उपासना और सेवा की, न कि उस सृजनहार की जो सदा धन्य है! आमीन। अध्याय देखेंनवीन हिंदी बाइबल25 उन्होंने परमेश्वर की सच्चाई को झूठ में बदल दिया और सृष्टि की उपासना और सेवा की, न कि उस सृष्टिकर्ता की जो सदा-सर्वदा धन्य है। आमीन। अध्याय देखेंसरल हिन्दी बाइबल25 ये वे हैं, जिन्होंने परमेश्वर के सच का बदलाव झूठ से किया. ये वे हैं, जिन्होंने सृष्टि की वंदना अर्चना की, न कि सृष्टिकर्ता की, जो सदा-सर्वदा वंदनीय हैं. आमेन. अध्याय देखें |
हे प्रभु, तू ही मेरा बल और मेरा गढ़ है; संकट के समय मैं तेरी ही शरण में आता हूं। प्रभु, विश्व के कोने-कोने से, सब राष्ट्रों के लोग तेरे सम्मुख आएंगे, और यह कहेंगे : ‘निस्सन्देह, हमारे पूर्वजों को पैतृक अधिकार में असत्य के अतिरिक्त कुछ नहीं मिला; उन्हें निस्सार वस्तुएं प्राप्त हुई जो मनुष्य को लाभ नहीं पहुंचातीं।
प्रभु यों कहता है: ‘मैं यहूदा प्रदेश के तीन अपराधों, नहीं, उसके चार अपराधों के लिए निस्सन्देह उसको दण्ड दूंगा; मैं उसको नहीं छोड़ूंगा। उसके निवासियों ने प्रभु की व्यवस्था को ठुकरा दिया। उन्होंने प्रभु की संविधियों का पालन नहीं किया। जैसा उनके पुर्वजों ने झूठे देवताओं का अनुसरण किया था, वैसा ही उन्होंने भी किया, और उनके झूठे देवताओं ने उन्हें भटका दिया!