Biblia Todo Logo
ऑनलाइन बाइबिल
- विज्ञापनों -




यूहन्ना 1:43 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

43 दूसरे दिन येशु ने गलील प्रदेश जाने का निश्‍चय किया। उनकी भेंट फिलिप से हुई। उन्‍होंने उससे कहा, “मेरे पीछे आओ।”

अध्याय देखें प्रतिलिपि

पवित्र बाइबल

43 अगले दिन यीशु ने गलील जाने का निश्चय किया। फिर फिलिप्पुस को पाकर यीशु ने उससे कहा, “मेरे पीछे चला आ।”

अध्याय देखें प्रतिलिपि

Hindi Holy Bible

43 दूसरे दिन यीशु ने गलील को जाना चाहा; और फिलेप्पुस से मिलकर कहा, मेरे पीछे हो ले।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

43 दूसरे दिन यीशु ने गलील को जाना चाहा। वह फिलिप्पुस से मिला और कहा, “मेरे पीछे हो ले।”

अध्याय देखें प्रतिलिपि

नवीन हिंदी बाइबल

43 अगले दिन यीशु ने गलील को जाने का निश्‍चय किया और वह फिलिप्पुस से मिला। यीशु ने उससे कहा,“मेरे पीछे हो ले।”

अध्याय देखें प्रतिलिपि

सरल हिन्दी बाइबल

43 अगले दिन गलील जाते हुए मसीह येशु की भेंट फ़िलिप्पॉस से हुई. उन्होंने उनसे कहा, “मेरे पीछे हो ले.”

अध्याय देखें प्रतिलिपि




यूहन्ना 1:43
19 क्रॉस रेफरेंस  

प्रभु यह कहता है : ‘मैं उनसे भी मिलने को तैयार था, जो मुझे पूछते तक नहीं थे। जो मुझे खोजते भी न थे, मैं उनको अति सुलभ था। जो राष्‍ट्र मेरे नाम से आराधना भी नहीं करता था, उससे मैंने यह कहा, “मैं प्रस्‍तुत हूं, देख, मैं प्रस्‍तुत हूं।”


फिलिप और बरतोलोमी; थोमस और चुंगी-अधिकारी मत्ती; हलफई का पुत्र याकूब और तद्दै;


येशु ने जब यह सुना कि योहन गिरफ्‍तार हो गये हैं, तो वह गलील प्रदेश को चले गये।


परन्‍तु येशु ने उससे कहा, “तुम मेरे पीछे चले आओ; मुरदों को अपने मुरदे दफनाने दो।”


येशु वहाँ से आगे बढ़े। उन्‍होंने मत्ती नामक व्यक्‍ति को चुंगी-घर में बैठा हुआ देखा और उससे कहा, “मेरे पीछे आओ”, और वह उठ कर उनके पीछे हो लिया।


जो खो गया था, उसी को ढूँढ़ने और बचाने के लिए मानव-पुत्र आया है।”


ये बातें यर्दन नदी के पार बेतनियाह गाँव में हुईं, जहाँ योहन बपतिस्‍मा दे रहे थे।


दूसरे दिन योहन ने येशु को अपनी ओर आते देखा और कहा, “देखो, परमेश्‍वर का मेमना, जो संसार का पाप हरता है।


दूसरे दिन योहन फिर अपने दो शिष्‍यों के साथ खड़े थे।


दोनों शिष्‍य उनकी यह बात सुन कर येशु के पीछे हो लिये।


फिलिप बेतसैदा नगर का निवासी था। वहाँ अन्‍द्रेयास और पतरस भी रहते थे।


उन्‍होंने फिलिप के पास आ कर यह निवेदन किया, “महाशय! हम येशु से मिलना चाहते हैं।” फिलिप गलील प्रदेश के बेतसैदा नगर का निवासी था।


फिलिप ने उन से कहा, “प्रभु! हमें पिता के दर्शन कराइए। हमारे लिए इतना ही बहुत है।”


येशु ने अपना यह पहला आश्‍चर्यपूर्ण चिह्‍न गलील के काना नगर में दिखाया। इस प्रकार उन्‍होंने अपनी महिमा प्रकट की और उनके शिष्‍यों ने उन में विश्‍वास किया।


येशु ने अपनी आँखे ऊपर उठायीं और देखा कि एक विशाल जनसमूह उनकी ओर आ रहा है। उन्‍होंने फिलिप से यह कहा, “हम इन्‍हें खिलाने के लिए कहाँ से रोटियाँ खरीदें?”


फिलिप ने उन्‍हें उत्तर दिया, “दो सौ चाँदी के सिक्‍कों की रोटियाँ भी इतनी नहीं होंगी कि हर एक को थोड़ी-थोड़ी मिल सके।”


मैं यह नहीं कहता कि मैं अब तक यह सब कर चुका हूँ अथवा मुझे पूर्णता प्राप्‍त हो गयी है; किन्‍तु मैं आगे बढ़ रहा हूँ ताकि वह लक्ष्य मेरी पकड़ में आये, जिसके लिए येशु मसीह ने मुझे अपने अधिकार में ले लिया है।


हम प्रेम करते हैं, क्‍योंकि परमेश्‍वर ने पहले हमसे प्रेम किया।


हमारे पर का पालन करें:

विज्ञापनों


विज्ञापनों