यिर्मयाह 44:16 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)16 उन्होंने कहा, ‘प्रभु के नाम में तुमने हमसे जो बातें कहीं हैं, हम नहीं सुनेंगे। अध्याय देखेंपवित्र बाइबल16 “हम यहोवा का सन्देश नहीं सुनेंगे जो तुम दोगे। अध्याय देखेंHindi Holy Bible16 जो वचन तू ने हम को यहोवा के नाम से सुनाया है, उसको हम नहीं सुनने के। अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)16 “जो वचन तू ने हम को यहोवा के नाम से सुनाया है, उसको हम नहीं सुनने की। अध्याय देखेंसरल हिन्दी बाइबल16 “आपने याहवेह के नाम से हमें जो संदेश दिया है, उसे हम नहीं सुनेंगे! अध्याय देखेंइंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 201916 “जो वचन तूने हमको यहोवा के नाम से सुनाया है, उसको हम नहीं सुनेंगे। अध्याय देखें |
वे अपने पूर्वजों के दुष्कर्मों की ओर लौट गए हैं। जैसा उनके पूर्वजों ने मेरे वचनों को सुनने से इन्कार कर दिया था, वैसा ही उन्होंने किया है। वे अन्य कौमों के देवी-देवताओं की पूजा करने के लिए उनका अनुसरण करने लगे हैं। इस्राएल प्रदेश के और यहूदा प्रदेश के लोगों ने भी उस विधान को तोड़ दिया है, जो मैंने उनके पूर्वजों से स्थापित किया था।
यहूदा प्रदेश की जनता और यरूशलेम के निवासियों ने आपस में कहा, ‘आओ, हम यिर्मयाह के विरुद्ध षड्यन्त्र रचें; क्योंकि यिर्मयाह के न रहने से पुरोहितों की व्यवस्था समाप्त नहीं हो जाएगी, और न बुद्धिमान आचार्यों के बुद्धिमत्तापूर्ण परामर्श, और न ही नबियों की नबूवत। आओ हम झूठे आरोप में यिर्मयाह को पकड़ें और मार डालें। अच्छा हो कि हम उसकी बात पर ध्यान न दें।’
स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु, इस्राएल का परमेश्वर यों कहता है: तुमने और तुम्हारी पत्नियों ने अपने मुंह से कहा है, और अपने हाथों से उसको पूरा भी किया है कि जो मन्नतें हमने मानी हैं, उनको हम अवश्य पूरा करेंगी; हम निस्सन्देह आकाश की रानी को धूप जलाएंगी, और उसको पेयबलि चढ़ाएंगी। तो तुम अपनी मन्नतें मानो और उनको अवश्य पूरा करो!
जब वे घृणित कार्य करते हैं, तब क्या वे लज्जित होते हैं? नहीं, उनकी आंखों में शर्म-लज्जा का पानी मर गया है। दुष्कर्म करते समय पश्चात्ताप की भावना उनमें उभरती ही नहीं। इसलिए विनाश होनेवालों में वे भी नष्ट होंगे। जब मैं यरूशलेम के निवासियों को दण्ड दूंगा, तब नबी और पुरोहित भी ठोकर खाकर गिर जाएंगे।’ प्रभु की यह वाणी है।
अब यदि तुम नरसिंगे, बांसुरी, वीणा, सारंगी, सितार, शहनाई और अन्य सब प्रकार के वाद्यों का स्वर सुनकर मेरे द्वारा स्थापित मूर्ति के सम्मुख गिरकर उसका सम्मान करने को तैयार हो, तो ठीक है; तुम्हारा अनिष्ट न होगा। पर यदि तुम मूर्ति के प्रति सम्मान प्रकट नहीं करोगे, तो तुम अविलम्ब धधकती हुई अग्नि की भट्ठी में फेंक दिए जाओगे। तब मैं देखूंगा कि कौन-सा ईश्वर तुम्हें मेरे हाथ से बचाएगा?’