Biblia Todo Logo
ऑनलाइन बाइबिल
- विज्ञापनों -




यिर्मयाह 14:12 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

12 यद्यपि ये उपवास करते हैं, तो भी मैं इनकी दुहाई नहीं सुनूंगा। यद्यपि ये मुझे अग्‍नि-बलि और अन्न-बलि चढ़ाते हैं, तो भी मैं इन लोगों को स्‍वीकार नहीं करूंगा। मैं इन लोगों को तलवार से मौत के घाट उतार दूंगा, इनको अकाल और महामारी से मिटा दूंगा।’

अध्याय देखें प्रतिलिपि

पवित्र बाइबल

12 यहूदा के लोग उपवास कर सकते हैं और मुझसे प्रार्थना कर सकते हैं। किन्तु मैं उनकी प्रार्थनायें नहीं सुनूँगा। यहाँ तक कि यदि ये लोग होमबलि और अन्न भेंट चढ़ायेंगे तो भी मैं उन लोगों को नहीं अपनाऊँगा। मैं यहूदा के लोगों को युद्ध में नष्ट करुँगा। मैं उनका भोजन छीन लूँगा और यहूदा के लोग भूखों मरेंगे और मैं उन्हें भयंकर बीमारियों से नष्ट करुँगा।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

Hindi Holy Bible

12 चाहे वे उपवास भी करें, तौभी मैं इनकी दुहाई न सुनूंगा, और चाहे वे होमबलि और अन्नबलि चढ़ाएं, तौभी मैं उन से प्रसन्न न होऊंगा; मैं तलवार, महंगी और मरी के द्वारा इनका अन्त कर डालूंगा।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

12 चाहे वे उपवास भी करें, तौभी मैं इनकी दुहाई न सुनूँगा, और चाहे वे होमबलि और अन्नबलि चढ़ाएँ, तौभी मैं उन से प्रसन्न न होऊँगा; मैं तलवार, महँगी और मरी के द्वारा इनका अन्त कर डालूँगा।”

अध्याय देखें प्रतिलिपि

सरल हिन्दी बाइबल

12 यदि वे उपवास भी करें, मैं उनके गिड़गिड़ाने पर ध्यान न दूंगा; जब वे होमबलि एवं अन्‍नबलि भी अर्पित करें, मैं उन्हें स्वीकार नहीं करूंगा. इसकी अपेक्षा मैं उन्हें तलवार, अकाल तथा महामारी द्वारा नष्ट कर दूंगा.”

अध्याय देखें प्रतिलिपि

इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019

12 चाहे वे उपवास भी करें, तो भी मैं इनकी दुहाई न सुनूँगा, और चाहे वे होमबलि और अन्नबलि चढ़ाएँ, तो भी मैं उनसे प्रसन्न न होऊँगा; मैं तलवार, अकाल और मरी के द्वारा इनका अन्त कर डालूँगा।” (यहे. 8:18)

अध्याय देखें प्रतिलिपि




यिर्मयाह 14:12
32 क्रॉस रेफरेंस  

जब अधर्मी पर संकट मंडराएगा तब क्‍या परमेश्‍वर उसकी दुहाई सुनेगा?


तुम मुझे पुकारोगे, पर मैं तुम्‍हें उत्तर नहीं दूंगी; तुम मुझे ढूंढ़ने में जमीन-आसमान एक कर दोगे, किन्‍तु मुझे नहीं पा सकोगे।


मूर्ख का बलि चढ़ाना भी प्रभु पसन्‍द नहीं करता। किन्‍तु निष्‍कपट मनुष्‍य की प्रार्थना से वह हर्षित होता है।


दुर्जनों के द्वारा चढ़ाई गई बलि प्रभु की दृष्‍टि में घृणित वस्‍तु है; तब बुरे उद्देश्‍य से चढ़ाई गई बलि कितनी घृणित होगी।


जो मनुष्‍य व्‍यवस्‍था-पाठ को नहीं सुनता, उसकी प्रार्थना भी परमेश्‍वर नहीं सुनता।


वे मुझसे कहते हैं: ‘हम उपवास करते हैं किन्‍तु तू उसको देखता नहीं, हम अपने प्राण को कष्‍ट देते हैं, परन्‍तु तू उस पर ध्‍यान नहीं देता।’ देखो, जब तुम उपवास करते हो, तब तुम्‍हारा उद्देश्‍य अपनी इच्‍छाओं को पूर्ण करना होता है; तुम अपने मजदूरों पर अत्‍याचार करते हो।


अत: मैं-प्रभु यह कहता हूं: मैं उन पर ऐसी विपत्ति डालूंगा कि वे उस से बच कर भाग नहीं सकेंगे। वे मेरी दुहाई देंगे, पर मैं उनकी प्रार्थना नहीं सुनूंगा।


‘इसलिए, यिर्मयाह, तू इन लोगों के लिए प्रार्थना मत कर। इन की ओर से न विनती कर, और न गिड़गिड़ा कर प्रार्थना कर; क्‍योंकि जब वे अपने संकट-काल में मेरे नाम की दुहाई देंगे, तब भी मैं उसको नहीं सुनूंगा।


तब प्रभु ने मुझ से कहा, ‘यदि मूसा और शमूएल भी मेरे सम्‍मुख खड़े हों, और यहूदा प्रदेश के लोगों के लिए दया की भीख मांगें, तो भी मेरा हृदय उनके प्रति नहीं पिघलेगा। उनको मेरी नजर से दूर करो, मेरी उपस्‍थिति से निकाल दो।


वे भयंकर महा रोग से मर जाएंगे। उनके लिए रोनेवाला भी नहीं मिलेगा और न उनके शवों को गाड़ने वाला। उनकी लाशें भूमि पर कूड़े-कचरे के ढेर की तरह पड़ी रहेंगी। वे तलवार और अकाल की मार से नष्‍ट हो जाएंगे। उनकी लाशों को आकाश के पक्षी और धरती के जंगली पशु खा जाएंगे।


मैं इस नगर के निवासियों और पशुओं, दोनों को मार डालूंगा। वे महामारी से मर जाएंगे।


जो देश मैंने उनको और उनके पूर्वजों को दिया था, उस में जब तक वे पूर्णत: नष्‍ट नहीं हो जाएंगे, मैं उनको तलवार, महामारी और अकाल से नष्‍ट करता रहूंगा।’


‘प्रभु, नगर की यह मोर्चाबन्‍दी देख! शत्रु-सैनिक नगर पर कब्‍जा करने के लिए दीवारों में चढ़ रहे हैं। तलवार, अकाल और महामारी के कारण यह नगर कसदी सेना के हाथ में पड़ गया है। कसदी सैनिक नगर-वासियों से लड़ रहे हैं। प्रभु, जो तूने कहा था, वह पूरा हो रहा है। और यह तू स्‍वयं देख रहा है।


ओ यरूशलेम के निवासियो, शबा देश से लाया गया लोबान, दूर देश से लाए गए सुगन्‍धित द्रव्‍य मेरे किस काम के? इन्‍हें मुझे मत चढ़ाओ। मुझे तुम्‍हारी अग्‍नि-बलि स्‍वीकार नहीं है। मैं तुम्‍हारी पशु-बलि पसन्‍द नहीं करता हूं।’


‘जब मैं उन “बुद्धिमानों” से फसल एकत्र करूंगा, तब अंगूर-बेल में न अंगूर होंगे, और न अंजीर वृक्ष में अंजीर। पत्तियां भी सूख जाएंगी। जो मैंने उनको दिया है, वह भी उनके हाथ से निकल जाएगा।’


मैं इनको विश्‍व की समस्‍त जातियों में बिखेर दूंगा, जिन को न ये जानते हैं, और न इनके पूर्वज ही जानते थे। मैं इनके पीछे अपनी तलवार लगा दूंगा; और जब तक वह उनको मौत के घाट न उतार देगी, तब तक वह उनके पीछे लगी रहेगी।’


‘ओ मानव, यदि मैं उस अधर्मी देश के मनुष्‍य और पशु दोनों को नष्‍ट करने के लिए उस पर महामारी का प्रकोप रूपी प्‍याला उण्‍डेलूं, क्रोध में आकर वहां खून की नदियां बहाऊं,


‘स्‍वामी-प्रभु यों कहता है : मैं यरूशलेम नगर को दण्‍ड देने के लिए उस पर चार विपत्तियां भेजूंगा : शत्रु की तलवार, अकाल, खूंखार पशु और महामारी। ये चारों विपत्तियां वहां से मनुष्‍य और पशु दोनों को नष्‍ट कर देंगी।


अत: मैं उनसे क्रोधपूर्ण व्‍यवहार करूंगा। मैं उन पर दयादृष्‍टि नहीं करूंगा। मेरी आंखों से छिप कर वे भाग नहीं सकेंगे। वे ऊंचे स्‍वर से मुझे पुकारेंगे तो भी मैं उनकी दुहाई नहीं सुनूंगा।’


वे अपने गाय-बैल, भेड़-बकरियों को लेकर प्रभु की खोज में निकलेंगे, पर वे उसे पा नहीं सकेंगे, क्‍योंकि प्रभु ने स्‍वयं को उनसे अलग कर लिया है।


‘मैं तुम्‍हारे बलि-पर्वों से घृणा करता हूँ, मुझे वे पसन्‍द नहीं। मुझे तुम्‍हारी धर्म-महासभाओं में कुछ भी रुचि नहीं।


संकट के समय, तुम प्रभु की दुहाई दोगे, पर वह तुम्‍हारी दुहाई का उत्तर नहीं देगा। उस समय वह तुमसे अपना मुंह छिपाएगा क्‍योंकि तुमने दुष्‍कर्म किए हैं।


स्‍वर्गिक सेनाओं का प्रभु यों कहता है, “जब मैंने उन्‍हें पुकारा, तब उन्‍होंने मेरी आवाज नहीं सुनी। अत: मैंने भी उनकी पुकार नहीं सुनी, जब उन्‍होंने मुझे पुकारा।


‘काश! तुम्‍हारे मध्‍य कोई ऐसा व्यक्‍ति होता जो मेरे मन्‍दिर के दरवाजों को बन्‍द कर देता, जिससे तुम मेरी वेदी पर व्‍यर्थ अग्‍नि नहीं जलाते। मैं, स्‍वर्गिक सेनाओं का प्रभु यह कहता हूं: मुझे तुममें कोई रुचि नहीं रही। मैं तुम्‍हारे हाथ से भेंट स्‍वीकार नहीं करूंगा।


ओ पुरोहितो, तुम यह कार्य भी करते हो: तुम रोते हो, कराहते हो और अपने आंसुओं से प्रभु की वेदी को भिगोते हो; क्‍योंकि प्रभु तुम्‍हारे आंसुओं पर ध्‍यान नहीं देता, तुम्‍हारे हाथ से भेंट को स्‍वीकार नहीं करता और तुम पर कृपा नहीं करता।


और मेरी आँखों के सामने एक पीला घोड़ा दिखाई पड़ा। जो उस पर सवार था, उसका नाम था मृत्‍यु और उसके पीछे-पीछे अधोलोक आ रहा था। उन्‍हें पृथ्‍वी के चौथाई भाग पर अधिकार प्रदान किया गया, जिससे वे तलवार, अकाल, महामारी और पृथ्‍वी के वन-पशुओं द्वारा संहार करें।


हमारे पर का पालन करें:

विज्ञापनों


विज्ञापनों