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यशायाह 44:3 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

3 मैं प्‍यासी भूमि को पानी दूंगा, सूखी भूमि पर नदियाँ बहाऊंगा। मैं तेरे वंशजों पर अपना आत्‍मा उण्‍डेलूंगा, तेरी सन्‍तान पर अपनी आशिष की वर्षा करूंगा।’

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पवित्र बाइबल

3 “प्यासे लोगों के लिये मैं पानी बरसाऊँगा। सूखी धरती पर मैं जलधाराएँ बहाऊँगा। तेरी संतानों में मैं अपनी आत्मा डालूँगा। तेरे परिवार पर वह एक बहती जलधारा के समान होगी।

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Hindi Holy Bible

3 क्योंकि मैं प्यासी भूमि पर जल और सूखी भूमि पर धाराएं बहाऊंगा; मैं तेरे वंश पर अपनी आत्मा और तेरी सन्तान पर अपनी आशीष उण्डेलूंगा।

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पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

3 क्योंकि मैं प्यासी भूमि पर जल और सूखी भूमि पर धाराएँ बहाऊँगा; मैं तेरे वंश पर अपनी आत्मा और तेरी सन्तान पर अपनी आशीष उण्डेलूँगा।

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सरल हिन्दी बाइबल

3 क्योंकि मैं प्यासी भूमि पर जल, तथा सूखी भूमि पर नदियां बहाऊंगा; मैं अपना आत्मा तथा अपनी आशीषें, तुम्हारी संतान पर उंडेल दूंगा.

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इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019

3 क्योंकि मैं प्यासी भूमि पर जल और सूखी भूमि पर धाराएँ बहाऊँगा; मैं तेरे वंश पर अपनी आत्मा और तेरी सन्तान पर अपनी आशीष उण्डेलूँगा। (प्रका. 21:6, योए. 2:28)

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यशायाह 44:3
38 क्रॉस रेफरेंस  

तुम्‍हें यह भी ज्ञात होगा कि तुम्‍हारा वंश बढ़ता जा रहा है; तुम्‍हारे वंशज पृथ्‍वी की घास के सदृश असंख्‍य होंगे।


वह मरुभूमि को जलाशय में, निर्जल भूमि को जल के झरनों में बदल देता है।


हे परमेश्‍वर, तू ही मेरा परमेश्‍वर है, मैं प्रभात में तेरा दर्शन करने जाऊंगा। शुष्‍क और तप्‍त भूमि पर, जहां जल नहीं है, मेरा प्राण तेरे लिए प्‍यासा है, मेरी देह तेरे लिए अभिलाषित है।


मेरी चेतावनियों पर ध्‍यान दो; देखो, मैं अपनी आत्‍मा तुम पर उण्‍डेल रही हूं। मैं तुम पर अपनी बातें प्रकट करूंगी।


“मैं-प्रभु इस उद्यान का रखवाला हूं; मैं बार-बार इसे पानी से सींचता हूं, ऐसा न होकि इसके पत्ते मुरझाएँ : मैं दिन-रात इसकी रक्षा करता हूं।


जब ऊपर से हम पर आत्‍मा उंडेला जाएगा तब यह निर्जन प्रदेश उपजाऊ भूमि में बदल जाएगा, और उपजाऊ भूमि ही वन मानी जाएगी।


राजा और प्रशासक जनता के लिए मानो आंधी से छिपने का आश्रय-स्‍थल तूफान से बचने का आड़-स्‍थल होंगे। वे मानो निर्जल प्रदेश में जल के झरने उत्तप्‍त भूमि में विशाल चट्टान की छाया होंगे।


जब दीन-हीन जन पानी ढूंढ़ेंगे, और उन्‍हें पानी नहीं मिलेगा; जब उनका तालु प्‍यास के कारण सूखेगा, तब मैं, इस्राएल का प्रभु परमेश्‍वर उनकी प्रार्थना का उत्तर दूंगा, मैं उन्‍हें नहीं त्‍यागूंगा।


तेरे वंशज रेत के सदृश असंख्‍य होते, तेरी सन्‍तान उसके कणों के समान अगणित होती। उनका नाम मेरे सम्‍मुख से न कभी काटा जाता, और न मिटाया जाता।’


जब प्रभु उन्‍हें मरुस्‍थल में से ले गया था तब उन्‍हें प्‍यासा नहीं रहना पड़ा था; उसने चट्टान से उनके लिए पानी बहाया था। उसने चट्टान को तोड़ा, और पानी बह निकला था।


वे न भूखे रहेंगे, और न प्‍यासे; वे न गर्म रेत से पीड़ित होंगे, और न धूप में उन्‍हें कष्‍ट होगा; क्‍योंकि जिसने उन पर दया की है, और उन्‍हें छुड़ाया है, वही उनका मार्गदर्शन करेगा। वह उन्‍हें जल-स्रोतों के पास ले जाएगा।


सब प्‍यासे लोगो, जल के पास आओ। जिसके पास पैसा नहीं है, वह भी आए। सब आओ, खरीदो, और खाओ। बिना पैसे के, बिना दाम के, अंगूर-रस और दूध खरीदो।


प्रभु कहता है, ‘जहाँ तक मेरा प्रश्‍न है, मैंने तेरे साथ यह विधान स्‍थापित किया है : मेरा आत्‍मा, जो तुझ पर है, तथा मेरे वचन, जो मैंने तेरे मुंह में प्रतिष्‍ठित किए हैं, वे तेरे मुंह से, तेरी सन्‍तान के मुंह से तथा आनेवाली पीढ़ी से पीढ़ी के मुंह से आज से युग-युगान्‍त तक कभी अलग न होंगे’ − प्रभु की यही वाणी है।


उनके वंशज राष्‍ट्रों में विख्‍यात होंगे; और उनके वंशजों की सन्‍तान कौमों में प्रसिद्ध होगी। उनको देखनेवाले यह स्‍वीकार करेंगे कि निस्‍सन्‍देह ये वे लोग हैं, जिनको प्रभु ने आशिष दी है।’


उनका परिश्रम निष्‍फल न होगा, उनकी सन्‍तान दु:ख के दिन न देखेगी, क्‍योंकि उनके माता-पिता को मुझ-प्रभु ने आशिष दी होगी, और उनके साथ उनकी संतान को भी।


मैं उनको और अपनी पहाड़ी के आसपास के स्‍थानों को आशिष का कारण बनाऊंगा। मैं वर्षा के मौसम पर वर्षा करूंगा, और यह वर्षा आशिष की वर्षा होगी।


मैं तुम्‍हारे भीतर अपना आत्‍मा प्रतिष्‍ठित करूंगा। तब तुम मेरी संविधियों के अनुसार आचरण करोगे, और मेरे आदेशों का तत्‍परतापूर्वक पालन करोगे।


‘मैं इस्राएल के वंशजों पर अपना आत्‍मा उण्‍डेलूंगा,और फिर कभी उनसे अपना मुंह नहीं मोड़ूंगा। स्‍वामी-प्रभु की यही वाणी है।’


उसने मुझे बताया, ‘यह नदी पूर्वी क्षेत्र की ओर बहती हुई अराबा में उतरती है। जब यह लवण-सागर के स्‍थिर जल में मिलती है, तब वह भी स्‍वच्‍छ और मीठा हो जाता है।


अपनी भलाई के लिए धार्मिकता के बीज बोओ, तब करुणा की फसल काटोगे। अपनी परती भूमि को जोतो। प्रभु को ढूंढ़ने का यह समय है, जिससे वह तुम्‍हारे पास आए, और तुम पर धार्मिकता की वर्षा करे।


तब तुम्‍हें अनुभव होगा कि मैं ही इस्राएल के मध्‍य में उपस्‍थित हूं। तुम जानोगे कि मैं ही तुम्‍हारा प्रभु परमेश्‍वर हूं। मेरे अतिरिक्‍त और कोई ईश्‍वर नहीं है। मेरे निज लोग फिर कभी लज्‍जित नहीं होंगे।


‘इसके पश्‍चात् यह घटना घटेगी: मैं सब मनुष्‍यों पर अपना आत्‍मा उण्‍डेलूंगा; तुम्‍हारे पुत्र और तुम्‍हारी पुत्रियां नबूवत करेंगी। तुम्‍हारे वृद्धजन स्‍वप्‍न-द्रष्‍टा होंगे; तुम्‍हारे युवक दर्शन देखेंगे।


‘जब मैं यहूदा प्रदेश और यरूशलेम नगर की समृद्धि लौटा दूंगा, देखो, उस समय, उन दिनों में


‘उस दिन यह घटना घटेगी : पहाड़ों से अंगूर-रस चूएगा, पहाड़ियों पर दूध की नदियां बहेंगी, यहूदा प्रदेश की बरसाती नदियां जल से भर जाएंगी। प्रभु के भवन से एक झरना फूटेगा, जो शिट्टीम घाटी को सींचेगा।


तब अनेक राष्‍ट्रों से घिरे हुए शेष याकूब-वंशीय प्रभु-प्रेषित ओस की बूंद के सदृश, घास पर बरसती वर्षा के समान होंगे, जो लोगों की पुकार की प्रतीक्षा नहीं करती, जो मनुष्‍यों की राह नहीं देखती।


मैं दाऊद के परिवार और यरूशलेम के निवासियों पर कृपा और प्रार्थना की आत्‍मा उण्‍डेलूंगा। अत: वे मुझ पर दृष्‍टि डालेंगे। जिस व्यक्‍ति को उन्‍होंने बेधा है उसके लिए वे विलाप करेंगे, जैसे कोई अपने मृत इकलौते पुत्र के लिए विलाप करता है। वे रोएंगे, जैसे कोई अपने ज्‍येष्‍ठ पुत्र की मृत्‍यु पर रोता है।


“जब अशुद्ध आत्‍मा किसी मनुष्‍य से निकल जाती है, तो वह विश्राम की खोज में सूखे स्‍थानों में भटकती फिरती है; किन्‍तु उसे विश्राम नहीं मिलता।


पतरस के साथ आये हुए यहूदी विश्‍वासी यह देख कर चकित रह गये कि पवित्र आत्‍मा का वरदान गैर-यहूदियों पर भी उण्‍डेला गया;


परमेश्‍वर यह कहता है : ‘मैं अन्‍तिम दिनों में सब मनुष्‍यों पर अपना आत्‍मा उंडेलूंगा। तुम्‍हारे पुत्र और पुत्रियाँ नबूवत करेंगे, तुम्‍हारे नवयुवक दिव्‍य दर्शन पायेंगे और तुम्‍हारे बड़े-बूढ़े स्‍वप्‍न देखेंगे।


अब वह परमेश्‍वर के दाहिने हाथ से उन्नत हुए और उन्‍हें पिता से पवित्र आत्‍मा प्राप्‍त हुआ, जिसकी प्रतिज्ञा की गई थी। उन्‍होंने उसे उंडेल दिया, जैसा कि आप देख और सुन रहे हैं।


क्‍योंकि वह प्रतिज्ञा आपके तथा आपकी सन्‍तान के लिए है, और उन सब के लिए, जो अभी दूर हैं और जिन्‍हें हमारा प्रभु परमेश्‍वर अपने पास बुला रहा है।”


उसने फिर मुझ से कहा, “कार्य समाप्‍त हो गया। अलफा और ओमेगा, आदि और अन्‍त मैं हूँ। मैं प्‍यासे को संजीवन जल के स्रोत से मुफ्‍त में पिलाऊंगा।


आत्‍मा तथा वधू, दोनों कहते हैं, “आइए।” जो सुनता है, वह उत्तर दे, “आइए।” जो प्‍यासा है, वह आये। जो चाहता है, वह उपहार में संजीवन जल ग्रहण करे।


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