Biblia Todo Logo
ऑनलाइन बाइबिल
- विज्ञापनों -




यशायाह 42:1 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

1 यह है मेरा सेवक! इसको मैं सम्‍भाले हुए हूं। यह मेरा मनोनीत है! इससे मैं प्रसन्न हूं। मैंने इसको अपना आत्‍मा प्रदान किया है, जिससे वह राष्‍ट्रों में न्‍याय की स्‍थापना करे।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

पवित्र बाइबल

1 “मेरे दास को देखो! मैं ही उसे सभ्भाला हूँ। मैंने उसको चुना है, मैं उससे अति प्रसन्न हूँ। मैं अपनी आत्मा उस पर रखता हूँ। वह ही सब देशों में न्याय खरेपन से लायेगा।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

Hindi Holy Bible

1 मेरे दास को देखो जिसे मैं संभाले हूं, मेरे चुने हुए को, जिस से मेरा जी प्रसन्न है; मैं ने उस पर अपना आत्मा रखा है, वह अन्यजातियों के लिये न्याय प्रगट करेगा।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

1 मेरे दास को देखो जिसे मैं सम्भाले हूँ, मेरे चुने हुए को, जिस से मेरा जी प्रसन्न है, मैं ने उस पर अपना आत्मा रखा है, वह जाति जाति के लिये न्याय प्रगट करेगा।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

सरल हिन्दी बाइबल

1 “मेरे इस सेवक को देखो, जिससे मैं खुश हूं, वह मेरा चुना हुआ है मेरा प्रिय; उस पर मैंने अपना आत्मा रखा है, वही देशों का निष्पक्ष न्याय करेगा.

अध्याय देखें प्रतिलिपि

इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019

1 मेरे दास को देखो जिसे मैं सम्भाले हूँ, मेरे चुने हुए को, जिससे मेरा जी प्रसन्न है; मैंने उस पर अपना आत्मा रखा है, वह जाति-जाति के लिये न्याय प्रगट करेगा। (मत्ती 3:17, लूका 9:35, 2 पत. 1:17)

अध्याय देखें प्रतिलिपि




यशायाह 42:1
47 क्रॉस रेफरेंस  

जब तक राजदण्‍ड का स्‍वामी न आए तब तक राजदण्‍ड यहूदा से दूर न होगा, और न प्रशासक का दण्‍ड उसके पैरों के मध्‍य से अलग होगा। समस्‍त जातियाँ उसकी आज्ञा का पालन करेंगी।


वह प्रजा के पीड़ित लोगों का न्‍याय करे; वह दरिद्र की सन्‍तान की रक्षा करे, और अत्‍याचारियों का दमन करे।


मैं दाऊद के वंश को युग-युगान्‍त स्‍थिर रखूंगा, उसके सिंहासन को पीढ़ी से पीढ़ी बनाए रखूंगा।’ सेलाह


प्रभु राष्‍ट्रों के मध्‍य न्‍याय करेगा; वह भिन्न-भिन्न कौमों को अपना निर्णय सुनायेगा। तब विश्‍व में शान्‍ति स्‍थापित होगी : राष्‍ट्र अपनी तलवारों को हल के फाल बनायेंगे, वे अपने भालों को हंसियों में बदल देंगे। एक राष्‍ट्र दूसरे राष्‍ट्र के विरुद्ध तलवार नहीं उठायेगा, वे युद्ध-विद्या फिर नहीं सीखेंगे।


निर्जन प्रदेश में न्‍याय का वास होगा, और उपजाऊ भूमि में धार्मिकता निवास करेगी।


ओ मेरे सेवक इस्राएल! ओ मेरे मनोनीत याकूब! मेरे मित्र अब्राहम की सन्‍तान।


मैं तुझे पृथ्‍वी के सीमान्‍तों से लाया था, मैंने तुझे दूरस्‍थ कोनों से बुलाया था। मैंने तुझे से यह कहा था, “तू मेरा सेवक है; मैंने तुझे राष्‍ट्रों में से चुना है; मैंने अब तक तुझे नहीं छोड़ा है।”


वह न चिल्‍लाएगा, और न ऊंचे स्‍वर में शोर मचाएगा, वह न गली-कूचों में आवाज देगा।


प्रभु कहता है, ‘तुम ही मेरे गवाह, मेरे मनोनीत सेवक हो, कि तुम जान सको, तुझ पर विश्‍वास कर सको, और समझ सको, कि मैं ही “वह” हूं। मुझ से पूर्व कोई भी ईश्‍वर नहीं हुआ, और न मेरे बाद कोई होगा।


तुममें कौन ऐसा व्यक्‍ति है, जो प्रभु की श्रद्धा-भक्‍ति करता है, जो प्रभु के सेवक के वचन का पालन करता है, जिसके साथ दीपक का प्रकाश नहीं है, और अन्‍धकार में चलता है, वह प्रभु के नाम पर भरोसा करे, वह परमेश्‍वर का सहारा ले!


प्रभु कहता है : ‘देखो, मेरा सेवक सफल होगा; वह उन्नत होगा; वह ऊंचा उठाया जाएगा; वह अति महान होगा।


जो पीड़ा उसने अपने प्राण में सही है, उसका फल देखकर वह सन्‍तुष्‍ट होगा। प्रभु कहता है : ‘मेरा धार्मिक सेवक अपने ज्ञान के द्वारा अनेक लोगों को धार्मिक बनाएगा; वह उनके दुष्‍कर्मों का फल स्‍वयं भोगेगा।


प्रभु कहता है, ‘जहाँ तक मेरा प्रश्‍न है, मैंने तेरे साथ यह विधान स्‍थापित किया है : मेरा आत्‍मा, जो तुझ पर है, तथा मेरे वचन, जो मैंने तेरे मुंह में प्रतिष्‍ठित किए हैं, वे तेरे मुंह से, तेरी सन्‍तान के मुंह से तथा आनेवाली पीढ़ी से पीढ़ी के मुंह से आज से युग-युगान्‍त तक कभी अलग न होंगे’ − प्रभु की यही वाणी है।


प्रभु का आत्‍मा मुझ पर है; क्‍योंकि उसने पीड़ित व्यक्‍तियों को शुभ-सन्‍देश सुनाने के लिए मेरा अभिषेक किया है; स्‍वामी प्रभु ने मुझे इस कार्य के लिए भेजा है कि मैं घायल हृदयवालों को स्‍वस्‍थ करूं, बन्‍दियों को स्‍वतंत्रता का सन्‍देश सुनाऊं, और जो कारागार में हैं उनके लिए कारागार के द्वार खोल दूं।


यह कौन है जो एदोम देश से, लाल वस्‍त्र पहिने हुए बोसरा नगर से आ रहा है? उसका पहनावा फूला हुआ है, वह अति बलवान है। वह झूमता हुआ चला आ रहा है। ‘यह मैं हूं, मैं विजय की घोषणा करता हूं, मैं मुक्‍त करने में समर्थ हूं।’


मैं, स्‍वर्गिक सेनाओं का प्रभु यह कहता हूं: ओ जरूब्‍बाबेल बेन-शालतिएल, मेरे सेवक, उस दिन मैं तुझे स्‍वीकार करूंगा। मैं-प्रभु यह कहता हूं: मैं उत्तराधिकार की अंगूठी के सदृश तुझे बनाऊंगा, क्‍योंकि मैंने तुझे चुना है।’ स्‍वर्गिक सेनाओं के प्रभु की यही वाणी है।


महापुरोहित यहोशुअ, सुन! तेरे साथ तेरे पुरोहित मित्र भी सुनें, जो तेरे सम्‍मुख बैठे हैं, क्‍योंकि ये शुभ शकुन हैं। मैं अपने सेवक को, राजवंश की एक “शाखा” को लाऊंगा।


उदयाचल से अस्‍ताचल तक, समस्‍त राष्‍ट्रों में मेरा नाम महान है। हर स्‍थान में मेरे नाम पर धूप-द्रव्‍य और शुद्ध भेंट चढ़ाई जाती है। मैं, स्‍वर्गिक सेनाओं का प्रभु यह कहता हूं: समस्‍त राष्‍ट्रों में मेरा नाम महान है।


वह बोल ही रहा था कि उन सब पर एक चमकीला बादल छा गया और उस बादल में से यह वाणी सुनाई पड़ी, “यह मेरा प्रिय पुत्र है। मैं इस पर अत्‍यन्‍त प्रसन्न हूँ। इसकी बात सुनो।”


और पवित्र आत्‍मा मानो शारीरिक रूप से कपोत के सदृश उन पर उतरा और स्‍वर्ग से यह वाणी सुनाई दी, “तू मेरा प्रिय पुत्र है। मैं तुझ पर अत्‍यन्‍त प्रसन्न हूँ।”


“प्रभु का आत्‍मा मुझ पर है, क्‍योंकि उसने मेरा अभिषेक किया है कि मैं गरीबों को शुभ-समाचार सुनाऊं, उसने मुझे भेजा है जिससे मैं बन्‍दियों को मुक्‍ति का और अन्‍धों को दृष्‍टि-प्राप्‍ति का सन्‍देश दूँ, मैं दलितों को स्‍वतन्‍त्र करूँ


और प्रभु के अनुग्रह का वर्ष घोषित करूँ।”


बादल में से यह वाणी सुनाई दी, “यह मेरा पुत्र है, मेरा चुना हुआ। इसकी बात सुनो।”


देखो! वह घड़ी आ रही है, वरन् आ ही गयी है, जब तुम तितर-बितर हो जाओगे और मुझे अकेला छोड़कर तुम सब अपना-अपना मार्ग लोगे। फिर भी मैं अकेला नहीं हूँ, क्‍योंकि पिता मेरे साथ है।


जिसे परमेश्‍वर ने भेजा है, वह परमेश्‍वर के ही शब्‍द बोलता है; क्‍योंकि परमेश्‍वर नाप-तौल कर पवित्र आत्‍मा प्रदान नहीं करता।


नश्‍वर भोजन के लिए नहीं, बल्‍कि उस भोजन के लिए परिश्रम करो, जो शाश्‍वत जीवन तक बना रहता है और जिसे मानव-पुत्र तुम्‍हें देगा; क्‍योंकि पिता परमेश्‍वर ने मानव-पुत्र पर अपनी स्‍वीकृति की मोहर लगाई है।”


परमेश्‍वर ने उन्‍हीं येशु को पवित्र आत्‍मा और सामर्थ्य से अभिषिक्‍त किया था और वह चारों ओर घूम-घूम कर भलाई करते रहे और शैतान के वश में आये हुए लोगों को स्‍वस्‍थ करते रहे, क्‍योंकि परमेश्‍वर उनके साथ था।


ये बातें सुन कर यहूदी विश्‍वासी शान्‍त हो गये और उन्‍होंने यह कहते हुए परमेश्‍वर की स्‍तुति की, “परमेश्‍वर ने गैर-यहूदियों को भी यह वरदान दिया कि वे हृदय-परिवर्तन कर जीवन प्राप्‍त करें।”


“इसलिए आप सब को मालूम हो कि परमेश्‍वर का यह मुक्‍ति-संदेश गैर-यहूदियों को भेजा गया है। वे अवश्‍य सुनेंगे।”


प्रभु ने हनन्‍याह से कहा, “जाओ। वह मेरा निर्वाचित पात्र है। वह अन्‍यजातियों, राजाओं तथा इस्राएलियों के सम्‍मुख मेरे नाम का प्रचार करेगा।


उसने संसार की सृष्‍टि से पहले मसीह में हम को चुना, जिससे हम मसीह से संयुक्‍त हो कर उसकी दृष्‍टि में पवित्र तथा निष्‍कलंक बनें।


ताकि उसके महिमामय अनुग्रह की स्‍तुति हो। वह अनुग्रह हमें उसके प्रिय पुत्र द्वारा मिला,


मुझे, जो सन्‍तों में सब से छोटा हूँ, यह अनुग्रह मिला है कि मैं गैर-यहूदियों को मसीह की अपार कृपानिधि का शुभसमाचार सुनाऊं


वरन् दास का स्‍वरूप ग्रहण कर उन्‍होंने अपने को रिक्‍त कर दिया, और वह मनुष्‍यों के समान बन गए। मानवीय रूप में प्रकट होकर


परमेश्‍वर हमें अन्‍धकार की अधीनता से निकाल कर अपने प्रिय पुत्र के राज्‍य में ले आया।


प्रभु वह जीवन्‍त पत्‍थर हैं, जिसे मनुष्‍यों ने तो बेकार समझ कर निकाल दिया, किन्‍तु जो परमेश्‍वर द्वारा चुना हुआ और उसकी दृष्‍टि में मूल्‍यवान् है। आप उनके पास आयें


इसलिए धर्मग्रन्‍थ में यह लेख है, “मैं सियोन में एक चुना हुआ मूल्‍यवान् कोने का पत्‍थर रखता हूँ और जो उस पर विश्‍वास करेगा, उसे निराश नहीं होना पड़ेगा।”


हमारे पर का पालन करें:

विज्ञापनों


विज्ञापनों