यशायाह 31:2 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)2 परन्तु प्रभु भी बुद्धिमान है; वह दुर्जनों को दु:ख देता है। वह अपने वचन से नहीं मुकरता है। वह दुर्जनों के गृह-कुल के विरुद्ध उठता है। वह उनको भी दण्डित करता है जो दुष्कर्मियों की सहायता करते हैं। अध्याय देखेंपवित्र बाइबल2 किन्तु, यहोवा ही बुद्धिमान है और वह यहोवा ही है जो उन पर विपत्तियाँ ढायेगा। लोग यहोवा के आदेश को नहीं बदल पायेंगे। यहोवा बुरे लोगों (यहूदा) के विरुद्ध खड़ा होगा और युद्ध करेगा। यहोवा उन लोगों (मिस्र) के विरुद्ध युद्ध करेगा, जो उन्हें सहायता पहुँचाने का यत्न करते हैं। अध्याय देखेंHindi Holy Bible2 परन्तु वह भी बुद्धिमान है और दु:ख देगा, वह अपने वचन न टालेगा, परन्तु उठ कर कुकमिर्यों के घराने पर और अनर्थकारियों के सहायकों पर भी चढ़ाई करेगा। अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)2 परन्तु वह भी बुद्धिमान है और दु:ख देगा, वह अपने वचन न टालेगा, परन्तु उठकर कुकर्मियों के घराने पर और अनर्थकारियों के सहायकों पर भी चढ़ाई करेगा। अध्याय देखेंसरल हिन्दी बाइबल2 परंतु वह भी बुद्धिमान हैं याहवेह और दुःख देंगे; याहवेह अपने वायदे को नहीं बदलेंगे. वह अनर्थकारियों के विरुद्ध लड़ेंगे, और उनके खिलाफ़ भी, जो अपराधियों की सहायता करते हैं. अध्याय देखेंइंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 20192 परन्तु वह भी बुद्धिमान है और दुःख देगा, वह अपने वचन न टालेगा, परन्तु उठकर कुकर्मियों के घराने पर और अनर्थकारियों के सहायकों पर भी चढ़ाई करेगा। अध्याय देखें |
अत: यिर्मयाह ने दूसरा चर्मपत्र लिया, और अपने सचिव बारूक बेन-नेरियाह को दे दिया। बारूक ने यिर्मयाह के मुंह से सुन-सुन कर सब वचन इस चर्मपत्र में लिख लिए जो पहले चर्मपत्र में लिखे थे, और जिसको यहूदा प्रदेश के राजा यहोयाकीम ने आग में जला दिया था। दूसरे चर्मपत्र में उन वचनों के समान अन्य वचन भी जोड़ दिए।
प्रभु यों कहता है : ‘अब तू उस दिन की प्रतीक्षा कर, जब मैं तेरे विरुद्ध स्वयं गवाह के रूप में खड़ा होऊंगा। मैंने यह निर्णय किया है: मैं राष्ट्रों को एकत्र करूंगा, मैं राज्यों को इकट्ठा करूंगा; मैं उन पर अपना क्रोध उण्डेलूंगा; उन पर अपनी क्रोधाग्नि बरसाऊंगा। मेरी ईष्र्या की अग्नि से समस्त पृथ्वी भस्म हो जाएगी।
नहीं, अमर हैं तो मेरे शब्द और मेरी संविधियां जो मैंने अपने सेवक नबियों को दी थीं। क्या वे तुम्हारे पूर्वजों पर सच सिद्ध नहीं हुई? अत: तुम्हारे पूर्वजों ने पश्चात्ताप किया और यह कहा: “स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु ने हमारे साथ जैसा व्यवहार करने का निश्चय किया था, वैसा ही उसने किया। उसने हमारे बुरे मार्गों और दुष्कर्मों के अनुरूप हमारे साथ व्यवहार किया और हमें दण्ड दिया।” ’