फरओ ने उससे कहा, ‘मेरे पास तुम्हें किस वस्तु का अभाव है जिससे तुम अपने देश जाना चाहते हो?’ हदद ने उत्तर दिया, ‘मुझे किसी वस्तु का अभाव नहीं है। परन्तु महाराज, मुझे अवश्य जाने दीजिए।’ तत्पश्चात् हदद ने इस्राएली राष्ट्र की इस प्रकार हानि की : वह इस्राएली राष्ट्र को दबाता रहा और एदोम देश पर राज्य करता रहा।
तब परमेश्वर ने योना से पूछा, ‘क्या यह उचित है कि तू अंडी के पेड़ के कारण नाराज हो?’ योना ने उत्तर दिया, ‘मेरा क्रोध उचित है। इसलिए मैं नाराज हूं। मैं मर जाना चाहता हूं।’