न्यायियों 19:17 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)17 बूढ़े मनुष्य ने अपनी आँखें ऊपर उठाईं। उसने नगर-चौक में एक यात्री को देखा। बूढ़े मनुष्य ने उससे पूछा, ‘तुम कहाँ से आए हो और कहाँ जा रहे हो?’ अध्याय देखेंपवित्र बाइबल17 बूढ़े व्यक्ति ने यात्रियों (लेवीवंशी व्यक्ति) को सार्वजनिक चौराहे पर देखा। बूढ़े व्यक्ति ने पूछा, “तुम कहाँ जा रहे हो? तुम कहाँ से आये हो?” अध्याय देखेंHindi Holy Bible17 उसने आंखें उठा कर उस यात्री को नगर के चौक में बैठे देखा; और उस बूढ़े ने पूछा, तू किधर जाता, और कहां से आता है? अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)17 उसने आँखें उठाकर उस यात्री को नगर के चौक में बैठे देखा; और उस बूढ़े ने पूछा, “तू किधर जाता, और कहाँ से आता है?” अध्याय देखेंसरल हिन्दी बाइबल17 जब उस बूढ़े व्यक्ति की नज़र नगर चौक में इन यात्रियों पर पड़ी, उसने पूछा, “आप कहां जा रहे हैं और आप कहां से आए हैं?” अध्याय देखेंइंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 201917 उसने आँखें उठाकर उस यात्री को नगर के चौक में बैठे देखा; और उस बूढ़े ने पूछा, “तू किधर जाता, और कहाँ से आता है?” अध्याय देखें |
यात्री ने उसको उत्तर दिया, ‘हम यहूदा प्रदेश के बेतलेहम नगर से एफ्रइम पहाड़ी प्रदेश के सुदूर क्षेत्र को जा रहे हैं। मैं, आपका सेवक, वहीं का रहनेवाला हूँ। मैं यहूदा प्रदेश के बेतलेहम नगर गया था। अब मैं अपने घर जा रहा हूँ। हमारे गधों के लिए हमारे पास पुआल तथा चारा है। मेरे लिए और आपकी इस सेविका, मेरी स्त्री के लिए तथा हमारे साथ यात्रा करने वाले इस सेवक के लिए पर्याप्त भोजन और अंगूर का रस है। इस प्रकार हमारे पास किसी वस्तु का अभाव नहीं है। तो भी नगर का कोई भी व्यक्ति मुझे रात व्यतीत करने के लिए अपने घर नहीं ले गया।’